2021 Beautiful Best Naat Sharif | लिखी हुई नाते पाक
नात -ए- पाक
दूर दुनिया से अँधेरा कर दिया।
आप ने आ कर उजाला कर दिया।
कुफ़्र के दीपक बुझा कर आपने।
दीने ह़क़ का बोलबाला कर दिया।
पढ़ लिया कंकर ने कलमा उस घड़ी।
आप ने जिस दम इशार कर दिया।
जाँ निसारों ने तुम्हारे या नबी।
परचम-ए -इस्लाम ऊँचा कर दिया।
पुश्त पर शब्बीर बैठे जब कभी।
आप ने सजदे को लम्बा कर दिया।
आप का ऐहसान है मदनी मिरे।
आपने शादाब सहरा कर दिया।
रात भर रो -रो के आक़ा ने फ़राज़।
आतिशे दौज़ख़ को ठण्डा कर दिया।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद
Latest Heart Touching Naat Sharif | मशहूर नात शरीफ हिंदी में
नअ़ते पाक
नसीब जब भी मदीने की ह़ाज़री होगी।
मिरी नज़र की तभी दूर तिश्नगी होगी।
कभी तो मुझको बुलायेंगे रह़मत ए आलम।
कभी तो दूर मिरे दिल की बेकली होगी।
दरूद आप जो भेजेंगे रात- दिन उन पर।
तभी तो मोमिनों ईमाँ में ताज़गी होगी।
जो सिद्क दिलसे मुह़ब्बत नबी से रखता है।
लहद से दूर उसी की तो तीरगी होगी।
ग़ुलामे अह़मदे मुख़्तार हूँ यक़ीं है मुझे।
बरोज़े हश्र मिरी बात भी बनी होगी।
उसी पे होगी ख़ुदा -ए -करीम की रह़मत।
के जिसके दिल में मुहब्बत ह़ुज़ूर की होगी।
बरोज़े हश्र शफ़ाअ़त के वास्ते सबकी।
जब आप आयेंगे आक़ा बड़ी खुशी होगी।
फ़राज़ देखना असबाब बन ही जायेंगे।
वहाँ की ह़ाज़री क़िस्मत में गर लिखी होगी।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना मुरादाबाद
अच्छी-अच्छी नात शरीफ-Naat Sharif in Hindi
नाअ़त
अल्लाह की रह़मत से आक़ा के इशारों पर।
पलटी है मिरी कश्ती तूफ़ाँ से किनारों पर।
अल्लाह की रह़मत से आक़ा के इशारों पर।
पलटी है मिरी कश्ती तूफ़ाँ से किनारों पर।
पहले भी बहारें थी हर सिम्त ज़माने में।
वो आए तो फिर छाए सारी ही बहारों पर।
परवाह नहीं करते शौलों की तमाज़त की।
चलते हैं ग़ुलाम उनके हँसते हुए ख़ारों पर।
शैदा जो हुए उनके हर वक़्त यक़ीनन ही।
रहती है नज़र उनकी तैबा के नज़ारों पर।
आजाए मुक़ाबिल जो वो लौटना मुश्किल है।
भारी है ग़ुलाम उनका हर एक हज़ारों पर।
यह फ़र्शे ज़मीं क्या है उस अर्शेबरीं पर भी।
है राज मुहम्मद का सब चाँद सितारों पर।
बस यह ही तमन्ना हैआक़ा से फ़राज़ अपनी।
छोड़ें न कभी तन्हा औरों के सहारों पर।
सरफ़राज़ हुसैन "फ़राज़ पीपलसाना मुरादाबाद
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