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इबादत की रात शबे ए बारात नात शरीफ़ हिंदी | Shab e Barat Naat

Shab E Barat Naat | Nai Naat Sharif

Shab e barat Naat | Nai Naat sharif

नात शरीफ लिरिक्स हिंदी में | नाते पाक अच्छी-अच्छी | Naat Pak

नात

काश ऐसा कमाल हो जाए।
उन को मेरा ख़याल हो जाए।

देख लूँ जा के गुम्बदे ख़िज़रा।
दूर दिल का मलाल हो जाए।

या नबी आइए तसव्वुर में।
मेरी तबियत बहाल हो जाए।

उनकी सुन्नत पे जो चले उस की।
ज़िन्दगी ख़ुशख़िस़ाल हो जाए।

नात कहने में आपकी आक़ा।
मुझको ह़ासिल कमाल हो जाए।

उनकी उँगली के इक इशारे पर।
फिर दो पारा ह़िलाल हो जाए।

हो ई़नायत फ़राज़ गर उनकी।
ये गदा माला माल हो जाए।

सरफ़राज़ हुसैन "फ़राज़"
पीफलसाना, मुरादाबाद यू.पी.

Hindi Naat|Mehfil Shab E Barat | Naat Sharif Written

नअ़ते पाक

मिला है दर्स यह खैरुलवरा से।
मुह़ब्बत कीजिए ख़ल्क़ ए ख़ुदा से।

सिवा उसके नहीं मअ़बूद कोई।
लगाओ लौ हमेशा किब्रिया से।

रिफ़ाक़त चाहते हो गर ख़ुदा की।
हमेशा काम लो सब्रो रज़ा से।

यही ख़ूबी है आक़ा की हमारे।
मिलाते हैं वो बन्दों को ख़ुदा से।

न था पुरसाँ जहाँ में कोई अपना।
सजी है ज़िन्दगी उनकी अ़ता से।

अ़ज़ीज़ुलक़द्र हैं रब के वो बन्दे।
मुहब्बत है जिन्हें भी मुस्तुफ़ा से।

फ़राज़ अपने तो दुनियामें यक़ीनन।
बने हैं काम सब उनकी सख़ा से।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद।

Islamic Shayari in Hindi|नाते रसूल पाक

नअ़त ए पाक

करम जब भी फ़राज़ आक़ा करेंगे।
सफ़र हम भी मदीने का करेंगे।

झुका कर सर दर -ए-अक़दसपे उनके।
बयाँ हम हाले दिल अपना करेंगे।

ख़ुशी से रो पड़ेंगे देखना हम।
नज़ारा जब भी तैबा का करेंगे।

पहुँच कर हम भी मक्का में किसी दिन।
तवाफ़ - ए - ख़ाना - ए - कअ़बा करेंगे।

ख़ताएँ दरगुज़र हो जायेंगी सब।
वहाँ रो - रो के जब सजदा करेंगे।

ख़ुदा उन से ही बस राज़ी रहेगा।
जो दिल से मिदह़त - ए - ताह़ा करेंगे।

फ़राज उनका ही है बीमार यह दिल।
वही इस दिल को अब अच्छा करेंगे।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना

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मदीने को जाने के दिन आ रहे हैं-लिखी हुई नाते | Naat Sharif Hindi

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