शबे-मेराज़ पर नात शरीफ हिंदी में Shabe Meraj Naat Pak Hindi
Naat Pak Lyrics Hindi | नात ए पाक हिंदी में लिखी हुई
नात शरीफ़
नबी की याद के जब दिल में लश्कर जाग जाते हैं।
हज़ारों बेकसों के फिर मुक़द्दर जाग जाते हैं।
नबी की याद के जब दिल में लश्कर जाग जाते हैं।
हज़ारों बेकसों के फिर मुक़द्दर जाग जाते हैं।
ये सहरा जाग जाते हैं समन्दर जाग जाते हैं।
कदम सरकार गर रख दें तो पत्थर जाग जाते हैं।
तुम्हारा ज़िक्र करते करते सो जाते हैं जो अकसर।
तुम्हारा नाम लेकर वो गुल ए तर जाग जाते हैं।
ख़ुदा ए पाक की होती हैं नाज़िल रह़मतें उन पर।
इबादत में ख़ुदा की जो भी शब भर जाग जाते हैं।
मुक़द्दर रात का भी उनके ही सदक़े चमकता है।
उन्हीं के सदक़े में ही माहो अख़्तर जाग जाते हैं।
Naate Paak Nabi Ki Naat
दुआ़ उनकी ख़ुदा ए पाक कोई रद नहीं करता।
मुहब्बत में तुम्हारी जो भी सरवर जाग जाते हैं।
मुहब्बत में तुम्हारी जो भी सरवर जाग जाते हैं।
कभीजब नात लिखता हूँ मैंआक़ा की मुहब्बत में।
ख़यालों में मिरे तैबा के मन्ज़र जाग जाते हैं।
न जाने कितने लोगों के यहाँ बिगड़े नसीबे भी।
रसूल ए पाक के सदक़े में अकसर जाग जाते हैं।
अजब तासीर आबे ख़िज्र में रक्खी है मौला ने।
के इसके पास आते ही सिकन्दर जाग जाते हैं।
तुम्हारी याद जब आती है मुझको हिज्र में आक़ा।
मिरी पलकों पे फिरअश्कों के गौहर जाग जाते हैं।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना मुरादाबाद यू.पी.
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