झूठ बोलने से क्या होता है | झूठ बोलना कब जायज है?
झूठ बोलने वाला व्यक्ति को क्या कहते है?
झूठ के फायदे....
सामान्य जीवन में कहा जाता है कि झूठ बोलना पाप है। गलत है, अनैतिक है, जबकि झूठ के बिना संसार बदरंग हो जाएगा। झूठ के बिना नेता लोग क्या कह कर वोट मांगेंगे! लोकतंत्र ही खतरे में पड़ जाएगा। झूठ के बिना बड़े-बड़े प्रवचन कर्ता क्या बोलेंगे ! बड़ी मुश्किल हो जाएगी झूठ के बिना कोई प्रेमी प्रेमिका की तारीफ कैसे करेगा ! कोई प्रेमिका प्रेमी की तारीफ कैसे करेगी ! झूठ के बिना एडवर्टाइजमेंट का संसार ही खत्म हो जाएगा। झूठ के बिना काले से गोरा, छोटे से बड़ा, बीमार से स्वस्थ, गरीब से अमीर कैसे बन पाएगा ! इस तरह का दावा करने वालों का क्या होगा ! संसार के हर प्रकार के मनोरंजन के साधन समाप्त हो जाएंगे। भविष्य का सपना कोई ज्योतिषी ,भविष्य का सपना कोई नेता कैसे लोगों को दिखाएगा ! झूठ ना होगा तो सत्य बिचारा ! बेमौत मारा जायेगा । उसकी कदर ही कौन करेगा ! बड़े-बड़े मेकअप के सामान बनाने वाली कंपनियों का क्या होगा ! जिस दिन जैसा है, वैसा सब को अच्छा लगने लगेगा, तो यह बिचारे तो बेरोजगार हो जाएंगे। बड़ी-बड़ी बीमा कंपनियां स्वयं बीमा ढूंढने लगेंगी। झूठ बहुत प्यारी चीज है। इसी के कारण संसार इतना प्यारा लगता है।
हास्य व्यंग्य लेख | लघु हास्य-व्यंग्य | झूठ पर विचार
झूठ नहीं होगा तो कोई कैसे कहेगा तुम दिन को कहो रात तो रात कहूंगा। चांद जैसा मुखड़ा जबकि चांद तो उबड़ खाबड़ है, जानवरों से इंसान अपनी आंख ,अपनी गर्दन ,अपनी बांहें, अपनी आवाज आदि की तुलना झूठ में ही करता है। कल्पना करें यदि 10 मिनट के लिए भी दुनिया से झूठ गायब हो जाए तो क्या होगा ! बकवास के चेहरे, बकवास की बातें, कौन लाइक करेगा ! मैं भी हो सकता है बकवास ही कर रहा हूं ! अब इसे कौन क्या समझेगा! सच लिखेगा मुझे हो सकता है ,तकलीफ हो, झूठ लिखेगा, धन्यवाद तो तुरंत मिलेगा ही , ऊपर से शुभकामना बोनस में। वाह रे ! प्यारी झूठ तू गजब है! तू प्यारी है ,अच्छी है, हम सबके लिए ,कलयुग की, धरती की, सबसे बड़ी उपहार है। यदि तू ना होती तो हम सब इतनी पद प्रतिष्ठा मान सम्मान जो झूठ में ही पा रहे हैं, झूठ में ही दे रहे हैं, कैसे पाते ! झूठ जिंदाबाद!
दुसरे हास्य व्यंग्य विचार पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर दबाएं :
Read more और पढ़ें:
Samajik Burai par shayari poem on social evils राजनीतिक तंज शायरी
ये क्या हुआ-सामाजिक मुद्दों पर कविता-सत्ता पर शायरी-समाज सुधार शायरी
समाज के ज्वलंत मुद्दों पर शायरी | समाजिक बुराइयों पर शायरी
चाय का चमत्कार देखिए शायरी | Funny Tea Shayari Roman English
झूठ बोलने के फायदे और नुकसान | हास्य व्यंग्य विचार | निबंध
चुनावी वादे पर शायरी | झूठे नेताओं पर शायरी | राजनीति शायरी
अस्पताल में कुव्यवस्था और भ्रष्टाचार पर कविता | Corruption
ज़ख़्म ही ज़ख़्म हैं ज़माने में, दर्दे दिल शायरी, ज़्ख़्मी दिल शेरो शायरी
बेबसी गरीबी बेरोजगारी ज़िन्दगी शायरी | Footpath Life Shayari
Majdoor diwas par shayari | National labour day in india
बात फुट-पाथ के अनाथ की है|Best Hindi Ghazal latest Hindi shayari|ग़मगीन
पैसे की माया कविता | दुनिया पर कविता | रुपया पर शायरी
दिल से आराम का एहसास मिटा देते हैं|समाज सुधार शायरी सत्ता पर शायरी-ग़ज़ल
जो ग़लत बात है वो बात नहीं मानते हैं | Baat Aur Jazbat Shayari |जज़्बात
आत्मनिर्भर भारत योजना Aatm Nirbhar Bharat Yojana Online Kavita
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस | World consumer rights day hindi
हमें वैसे ही रहने दो-Hindi kavita on life kavita on struggle
नारी अत्याचार और शोषण पर कविता | महिला अत्याचार पर शायरी
बेटी बेची जा रही है-बेटी पर अत्याचार कविता Beti par kavita
Beti ka dard hindi poem-बेटी का दर्द कविता-बेटी पर अत्याचार
Ajab Maseeha Hain Pahle Beemaar Tai Karenge |अजब मसीहा हैं..
भाईचारे पर शायरी | अनेकता में एकता पर शायरी | राष्ट्रीय एकता
जंगल में आंदोलन-किसान आंदोलन भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने वाली शायरी
अमानवीयता | INHUMANITY अत्याचार पर कविताएं
प्रकृति की अनुपम छटा, गाँव के दृश्य पर शायरी | Village Life
पिताजी ने मूर्ख कहा, गुरू जी ने मूर्ख कहा | मूर्ख दिवस कविता
मैं मूर्खों का सरदार : मूर्ख दिवस पर कविता | April Fool Day
महा मूर्खों के नाम एक पैगाम मूर्ख दिवस पर शायरी | April Fool
बहन भाई स्टेटस बहन की तरफ से भाई के लिए शायरी Janamdin shayari
यह भी पढ़ें:
तेरी दुनिया से दूर जाता हूँ, दर्द भरी शायरी Dard Bhari Sad Shayari
किसी दिन सभी को रुला जाऊँगा दर्द भरी शायरी Dard Bhari shayari
ज़ख़्म ही ज़ख़्म हैं ज़माने में, दर्दे दिल शायरी, ज़्ख़्मी दिल शेरो शायरी
मुझे सताने लगा फिर बहार का मौसम|Mujhe Satane Laga Phir Bahar Ka Mausam
सनम तेरे ख़त को जलाना पड़ेगा दर्दे दिल शायरी Dard e Dil Shayari
Ab Kya Kahoon Main Haal Dil-E- Beqaraar Ka|तक़दीर में लिखा ही नहीं जलवा
शाम के वक़्त सफ़र-Ab Bhala Chhod Ke Ghar kya karte-Parveen Shakir-ग़ज़ल
0 टिप्पणियाँ