Best Love Shayari Hindi
ग़ज़ल
प्रेमनाथ 'बिस्मिल'
Ultimate Sad Shayari Hindi
Dil Ko Rulane Wali Hindi Shayari
Best Bewafai Shayari
तेरा हर निशाँ अब मिटाना पड़ेगा
सनम तेरे ख़त को जलाना पड़ेगा
मुबारक हो तुझको सनम तेरी खुशियाँ
ग़मों से मुझे दिल लगाना पड़ेगा
बचानी है इज्ज़त अगर अपने घर की
तो छुप - छुप के आंसू बहाना पड़ेगा
मुनासिब नहीं तुझको रुसवा करूँ मैं
मुझे उठ के महफ़िल से जाना पड़ेगा
मेरी चाहतों का यक़ीं तुमको होगा
मुझे अपने खूँ में नहाना पड़ेगा
नहीं खेल समझो मोहब्बत को ऐ दिल
मोहब्बत में खुद को मिटाना पड़ेगा
जो है चाँद छूने की दिल में तमन्ना
तुझे अपना क़द भी बढ़ाना पड़ेगा
अगर क़त्ल करना है मुझको तो कर दे
मगर हक़ से पर्दा उठाना पड़ेगा
जिन्हें नाज़ है अपनी सूरत पे "बिस्मिल"
उन्हें आईना फिर दिखाना पड़ेगा
****
8340505230
Read more और पढ़ें:
आशिक़ बना हूँ इश्क़ के दरबार के लिए...
ऐ सितमगर न यूँ सता मुझको- रोमांटिक लव शायरी Romantic Shayari
तेरी दुनिया से दूर जाता हूँ, दर्द भरी शायरी Dard Bhari Sad Shayari
ज़ख़्म ही ज़ख़्म हैं ज़माने में, दर्दे दिल शायरी, ज़्ख़्मी दिल शेरो शायरी
दिल की हालत न मुझसे कहता है– दिल की तड़प दर्द शायरी हिंदी | चुप शायरी
हसरते-सद हज़ार से देखा– प्यार का ऐतबार हसरत शायरी | Premnath Bismil
ज़िन्दगी पुर बहार बाक़ी है– प्रेरणादायक ज़िन्दगी शायरी | Motivation Shayari
तेरे आने से यूँ लगा मुझको Tere Aane...Romantic Love Shayari
आप नफ़रत से देखते ही रहें!| Padh Ke Urdu Sanwar Gaya Koi |Motivational Shayari
किसी दिन सभी को रुला जाऊँगा दर्द भरी शायरी Dard Bhari shayari
हाथ में पत्थर नहीं पकड़ो ज़रा तुम भी क़लम– मुल्क के हालात पर शायरी | सियासत पर शायरी
मुझे सताने लगा फिर बहार का मौसम|Mujhe Satane Laga Phir Bahar Ka Mausam
कोई जब तुझको देखता होगा | koi jab tujh ko dekhta hoga | hindi ghazal
सनम तेरे ख़त को जलाना पड़ेगा दर्दे दिल शायरी Dard e Dil Shayari
Ab Kya Kahoon Main Haal Dil-E- Beqaraar Ka|तक़दीर में लिखा ही नहीं जलवा
ग़ज़ल आज ऐसी सुना जाऊँगा– दर्द भरी बेवफाई की गजलें– प्रेमनाथ बिस्मिल
यूं मुस्कुरा के जलवा किसी ने दिखा दिया Bewafa Shayari Hindi
मुबारक जीत हो तुमको चलो हम हार जाते हैं— Motivational Love Shayari
मुद्दत से इन आंखों में जलन देख रहा हूँ! ग़मगीन ग़ज़ल शायरी
कोरोना का मारा हुआ मेरा दिल― Romantic Shayari Premnath Bismil
0 टिप्पणियाँ