प्यारे नन्हें बेटे को कविता का सारांश, भावार्थ, व्याख्या, एवं प्रश्न उत्तर
प्यारे नन्हें बेटे को कविता के कवि का परिचय ‘प्यारे नन्हें बेटे को’ इस कविता के कवि का…
सपने बड़े देखने चाहिए, बड़ा बनने के लिए बड़ा सोचो प्रेरक प्रसंग | Motivational Hindi Story For Students बड़ा बनने के लिए बड़ा सोचो एक बार की घटना है। एक ब…
Read more »कुर्बानी पर एक नजर | Qurbani Par Ek Nazar सोनू रजक असिस्टेंट प्रोफेसर मानु कालेज आफ टीचर एजुकेशन दरभंगा (बिहार) ईद-उल-अजहा (बकरीद) का स्पष्ट अर्थ है …
Read more »तालाब : हिंदी कविता बच्चों के लिए - Taalaab : Poem For Kids Hindi तालाब माँ मैं आज नही जाऊंगी पाठशाला आज दिन भर खेलूंगी सखी संग तालाब में, तालाब की थ…
Read more »तारे : बाल गीत - Tare : Bal Geet बाल गीत : तारे *********** शाम मुन्ना छत पर होता, माॅं चुपके से उसे निहारती, गगन बिच वह उॅंगली उठाता, तारों की वह गि…
Read more »ओ वितस्ते, दीप्तिवान चलायमान..... ओ वितस्ते चिर चिरंतन अनवरत तू ओ वितस्ते, दीप्तिवान चलायमान तू ओ वितस्ते, ममता भरी प्रलयन करी तू तेरा इतिहास ये, फेन…
Read more »बारिश | Barish Written by Kavi Kumar Nirmal Written by me on 30/07/2016 बारिश नस्ल बेहद उम्दा, परखा मगर दिल में जगहा ना दी। ज़ालिम दस्तूरों ने, कज़ा …
Read more »बच्चों में बदलाव | Bacchon Mein Badlav - Hindi Kavita बच्चें में बदलाव हवा जमाने की कितनी बदल गई, न मामा के घर जाने का इंतजार.... न बुआ के आने की खुश…
Read more »भेद भाव..एक मानसिक रुग्नता | Bhedbhav Ek Mansik Ruganta भाग-१. शाम के 7:00 बजे ऑफिस से घर लौट रहा था कि “चित्रालय चौंक” पर सत्येंद्र शर्मा (मेरा पत्र…
Read more »राष्ट्र प्रहरियों हेतु संदेश : हार नहीं मानना हार नहीं मानना हे राष्ट्र प्रहरी हे राष्ट्र के रक्षक, सदा सीमा पर सीना तानना। आ जाए मुसीबत राष्ट्र पे ज…
Read more »बंधुत्व | Bandhutv - Hindi Kavita हममें बंधुत्व की भावना है यह देश है हमारा, हम सब वतन के रखवाले हैं। हम भारत के शूरवीर हैं, जनचेतना कर्मवीर हैं। हम …
Read more »शौर्य संचार | Shaurya Sanchar शाम फिर ढलने को आ गई अपने में उलझती जा रही, अपने को ही समझा रही, शाम फिर ढलने को आ गई, याद -ए-रफ्तगां छा गई। अभी तो बरस…
Read more »नन्हा सा बच्चा - अभावग्रस्त बचपन पर कविता चित्रलेखनः 102 30 जून, 2022 गुरुवार विषयः नन्हा सा बच्चा माँ लगती आया दाई मजदूरनी, घर की हालत बहुत शिकस्त ह…
Read more »मंथन : माना तुम अभिमानी मानिनि कविता भी तो मंथन ***** माना तुम अभिमानी मानिनि कविता भी तो। अंतस क्रीड़ा का अधिकार मान अभिमान से साकार। करते क्यों वंच…
Read more »बज्जिका भाषा का अमोल कथा संग्रह है – “अमोला” समीक्षक-- प्रमोद नारायण मिश्र, वरीय पत्रकार हिंदी और लोक -भाषा बज्जिका के समर्थ कवि / कथाकार उदय नारायण …
Read more »प्यारे नन्हें बेटे को कविता के कवि का परिचय ‘प्यारे नन्हें बेटे को’ इस कविता के कवि का…
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