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बोल बम बोलऽ हो काँवरिया कांवर गीत Kawar Geet काँवर गीत हिंदी भोजपुरी

Kanwar Geet | Kawar Ke Bhajan | काँवर गीत हिंदी भोजपुरी

पटल से जुड़े समस्त माताओं, बहनों और बंधुओं को नमन है। प्रयास है एक काँवर गीत।

Deoghar mandir


Kawar Geet, Kawar Ke Bhajan कांवर गीत, कांवर के भजन

काँवर गीत

बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

बाबा भोले के चले के नगरिया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

भीतर बाहर मन के जगा के।
बोल बम बोल बम जयकारा लगाके।।

चलत रहीं धरिके इहे डगरिया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

सुल्तानगंज से काँवर के सजाके।
बाबा खातिर गंगाजल उठाके।।

बोल बम नाम सिर बाँध ना पगरिया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

मनसा पाप छल कपट भगाके।
बाबा बैजनाथ के जयकारा लगाके।।

लाहे लाहे बढ़त रहीं बहुत बा कंकड़िया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

हरऽ हरऽ बम बम जयकारा लगाके।
बाबा बैजनाथ के गंगाजल चढ़ाके।।

धरा नभ गुँजत रहे सगरी जयकरिया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

नमन बाटे बाबाके हमरो इहाँ से।
भजनरूपी गंगाजल चढ़ाके।।

अन्न धन बुद्धि ज्ञान से भरीं ना भण्डरिया।
बोल बम बोल बम बोलऽ हो काँवरिया।।

पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित भोजपुरी रचना।
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा, सारण
बिहार।

हम भी कांवरिया : कांवर गीत, काँवर के भजन

भक्ति गीत : हम भी कांवरिया
“ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय”
हम भी कांवरिया और तुम भी कांवरिया,
चलो चलते हैं प्रेम से बाबा की नगरिया।
बोल बम, बोल बम, बोल बम………

मन में बाबा धाम जाने का विचार आया,
लगता जैसे बाबा ने अपने दरबार बुलाया।
नीचे कंकर पत्थर है, ऊबड़ खाबर डगर है
नंगे पांव चलकर जाना है शिव दुआरिया।
हम भी कांवरिया……

बोल बम, बोल बम, बोल बम, बोल बम!
शिव की महिमा है सारी दुनिया पर भारी,
हमारे रक्षक शिव हैं, हम हैं भगवा धारी।
सावन का पावन महीना है, ऐसे जीना है,
बीच बीच में बरस रही है कारी बदरिया।
हम भी कांवरिया………

बोल बम, बोल बम, बोल बम, बोल बम!
प्यार देखो बाबा का, कैसे बरस रहे फूल,
बज रहा है डमरू और लहरा रहा त्रिशूल।
त्रिभुवन नाथ कण कण में विराजमान हैं,
कोई बात नहीं, दिन हो या रात अंहरिया।
हम भी कांवरिया…………

बोल बम, बोल बम, बोल बम, बोल बम!
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

काँवर गीत : चला कांवरिया शिव नगरिया

“ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय”
चला है कांवरिया शिव शंकर के नगरिया,
बरसे रिमझिम सावन, न कोई छतरिया।
बोल बम, बोल बम का लग रहा जयकारा,
दिन में गर्मी, और पसीना, रात अंधरिया।
चला कांवरिया शिव…………

शिव शक्ति लेकर आया यह सावन मास,
न कांवरिया को भूख लगती है न प्यास।
नंगे बदन और नंगे पांव कट जाता रास्ता,
शिव नाम जपते, चले जाते शिव दुआरिया।
चला कांवरिया शिव…………

महाकाल उज्जैन हो, या देवघर बाबा धाम,
एक ही काम है, जपना भोलेनाथ का नाम।
निर्मल जल से करना है शिवजी का स्नान,
कभी धूप, कभी छाए गगन कारी बदरिया।
चला कांवरिया शिव…………

किसी बात का डर नहीं, जब कांधे कांवर,
हंसते हंसते कट जाता नंगे पांव का सफर।
सावन मास में शिवमय सारी दुनिया रहती,
कृपा बरसाते रहते हैं, ऊपर से त्रिपुररिया।

चला कांवरिया शिव…………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

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