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भोजपुरी सावन शिव भजन | सावन भोले बाबा शायरी Bhojpuri Sawan Shiv Bhajan Lyrics

भोजपुरी सावन शिव भजन - बाबा के दरबार सखी Bhojpuri Sawan Shiv Bhajan Lyrics

चढ़ल सवनवा के महीनवा मनवा नाही लागे।
ले चला बाबा के दरबार सखी।
रिमझिम रिमझिम बुनिया बरसे।
भोला दरसन तरसे मनवा हमार सखी।
बरखा बरसे धईले ज़ोर।
देहिया भइली पीला रे।
पानी पानी धरती भईली।
बाबा नसा नसीला रे।
चला ना हाली देवघर नगरवा।
छोड़ा माया के बाजार सखी।
भोला दरसन तरसे मनवा हमार सखी।
देवघर चली के दरसन होई।
जलवा चढ़ाई शिव लिंग शीला रे।
हथवा जोरी भोला मनाईब।
दुखवा केतना सहिला रे।
गरजत बरसत आवे बदरवा।
नाचे मगन संसार सखी।
भोला दरसन तरसे मनवा हमार सखी।
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि/लेखक /गीतकार / समाजसेवी

भोजपुरी सावन शिव भजन – गाँजा के चिलमिया Bhojpuri Sawan Shiv Bhajan Lyrics Hindi

बाबा बदनाम ही पिये मे गाँजा के चिलमिया।
गंजवे ने रूसाइ दीया गौरा जी भवनिया।

बाबा को भगतो का नसा।
भगतों का बाबा का नसा।
तो किसी को देवघर का नसा।
भगत औरी भोला होखे सावन मे मगनिया।
बाबा बदनाम ही पिये मे गाँजा के चिलमिया।

किसी को विश्वनाथ का नसा।
किसी को पशुपतिनाथ का नसा।
तो किसी को हरिहर नाथ का नसा
डमरू बजाई नाचे बाब बनिके नचनिया।
बाबा बदनाम ही पिये मे गाँजा के चिलमिया।

किसी को गौरीनाथ का नसा।
किसी को औघड़नाथ का नसा।
तो किसी को जटाधारी का नसा।
गावे लोगवा झूमी भोला बाबा के भजनिया।
बाबा बदनाम ही पिये मे गाँजा के चिलमिया।

श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि/लेखक /गीतकार / समाजसेवी
बोकारो झारखंड, 9955509286

भोजपुरी सावन शिव भजन – हमरे देशवा के झण्डा

सवनवा मे झम झम बरस ता पानी।
महीनवा आइल चढ़ावे शिव गंगापानी।

लगा दा मथवा त्रिपुंड बाबा पंडा।
पहरे सिमवा पर हमरे देशवा के झण्डा।
कइदा बाबा दुशमन चीन होशवा के ठंडा।
फहरे सिमवा पर हमरे देशवा के झण्डा।

महादेव विश्वनाथ बाबा बैदनाथ तू कहाला हो।
सवनवा मे जहा देखा तहा बोलबम सुनाला हो।
तोहरे पर बाबा भोला सबके घमंड बा।
फहरे सिमवा पर हमरे देशवा के झण्डा।

हाथ जोड़ी मनाई भोला तोहके दिनरात हो।
हमहु पुजारी भोला दे दा आशीर्वाद हो।
फुफकारे गरवा हरदम करिया भुजंगा।
फहरे सिमवा पर हमरे देशवा के झण्डा।

श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि/लेखक /समाजसेवी
बोकारो झारखंड मोब 9955509286

भोजपुरी सावन शिव भजन – बाबा तोहरे इंतजार मे ना

नईया पड़ गइली भोला मोर मजधार मे।
बाबा तोहरे इंतजार मे ना।
शिव के पूजे नर नारी।
गावे भजन दुनिया सारी।
केहु गाँजा भांग चढ़ावे।
केहु गंगा जलधार मे।
बाबा तोहरे इंतजार मे ना।
तू बाड़ बाबा बैजनाथ।
तू त हउवा औघडनाथ।
केहु दुधवा भोग लगावे।
केहु भिंगे बरखा बहार मे।
बाबा तोहरे इंतजार मे ना।
बिन दरसन हम ना जाइब।
बाब चरनिया सिरवा नवाइब।
केहु बेल पत्तर फूल चढ़ावे।
केहु मनावे मनुहार मे।
बाबा तोहरे इंतजार मे ना।
श्याम कुँवर भारती, राजभर
***

भोजपुरी शिव भजन – दरसन कर ला बालम


बाबा भोला के दर्शन बड़ा सुखदाई हो।
चला चलके दर्शन कर ला बालम।
सवनवा में शिव के कृपा हो जाई।
चला दरसन करला बालम।

बेलपतवा धतुरवा बाबा के चढ़इह।
पिसके भंगिया भोला के पिअइह।
महिमा शिव के केतना करी बड़ाई हो।
चला दर्शन करला बालम।

कालो के काल भोला महाकाल कहाले।
मथवा जटवा विचवा गंगा धरवा बहाले।
करबा भोला दर्शन होला सुनवाई हो।
चला दर्शन करला बालम।

बेरी-बेरी मौका अइसन न आवेला।
लाइके गंगा जलवा लोगवा चड़ावेला।
शिव गुनवा कही केतना बताई हो।
चला दर्शन करला बालम।
श्याम कुँवर भारती [राजभर]
कवि, लेखक, गीतकार, समाजसेवी,
मोब /वाहत्सप्प्स -9955509286

सावन का सोमवार भोजपुरी सावन शिव भजन Bhojpuri Sawan Shiv Bhajan Lyrics

सावन भोले बाबा शायरी Bhojpuri Sawan Shiv Bhajan Lyrics

प्रथमाधिप भगवान शंकर के द्वादश लिंग प एगो कजरी गीत

_________________________

लिंग बारह प्रधान भोलेनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(1)
अलकनंदा के कछार।
हिमशैल के पहाड़।
फेंड़ चीड़ देवदार।
बसे कन्दरा केदार।
जहवाँ पाण्डव पूजे बृषभनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(2)
मातु गंगा के किनार।
काशी लोक एक देश।
भवके पार मोक्ष द्वार।
जहँवा बसेलें बिश्वेश।
भक्त नाम जपे शर्व विश्वनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(3)
गुर्जरात काठियावाड़।
पूज्य क्षेत्र बा प्रभास।
सिंधु ऊर्मि के दहाड़।
महादेव के आवास।
जहाँ भजे कलनाथ सोमनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(4)
झारखंड के पठार।
झरे सावनी फुहार।
जहवाँ गाँछ काँट झार।
देव करेलनि बहार।
धाम देवघर में बास बैद्यनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(5)
एक बनल आदि सेतू
रामनाथपुरम देश।
मातु जानकी के हेतू
भजे रामजी रमेश।
जहाँ पूजे रघुनाथ रामनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(6)
नार शिप्रा के कछार।
तुंग मालवा पठार।
काटे रोग दुख काल।
जहाँ बसे महाकाल।
शास्त्र बरनन करेला कालनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(7)
पुरी द्वारिका के देश।
बास करेलनि नागेश।
पूजे सुप्रिया उमेश।
धइके तपसी के भेष।
चले चास बास भास नागनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(8)
नदी नर्मदा कछार।
मिले काबेरी के धार।
शृंग मांधता पहाड़।
बास करे ओमकार।
लोक बंदन करेला लोकनाथ के-
भीम भूतनाथ के ना।।

(9)
फूटे भीम नदी के धार।
पर सह्यादरी पहाड़।
जहाँ बसेलें मोटेश।
बर बाँटेले अशेष।
चढ़े भाँग संग धतूर भीमनाथ के।
भीम भूतनाथ के ना।।

(10)
बाटे आन्ध्र एक देश।
जहाँ बसे मल्लिकेश।
नदी किसुना के तीर।
नाशे रोग पाप पीर।
पूजे कार्तिकेय गनेश शैलनाथ के।
भीम भूतनाथ के ना।।

(11)
दिव्य देवगिरि पहाड़।
सोहे भव्य दरबार।
बास करेलनि महेश।
नाम परल घुषमेश।
दीन दुखिया भजेला भवनाथ के।
भीम भूतनाथ के ना।।

(12)
सीढ़ी सात शतक पार।
एक बह्मगिरी पहाड़।
नाशे कष्ट अरु कलेस।
त्रिपुरारी त्रयंबकेश।
भक्त करे जै जैकार त्रयनाथ के।
भीम भूतनाथ के ना।।

(13)
करीं भोला के बखान।
नाहिं शब्द शिल्प भान।
नाहिं जानी हम बिधान।
मांगी ज्ञान बरदान।
लिखीं कजरी बहार भर्गनाथ के।
भीम भूतनाथ के ना।।
अमरेन्द्र कुमार सिंह
आरा भोजपुर बिहार

सावन के भोजपुरी शिव भजन गीत

जल्दी से आव पिया, चल बाबा नगरिया में।
देवघर जाइब जल चढ़ाईब,
पियरी पहिरब नंगे गोड़े जाईब बिछल हो चाहे काँटा उगरिया में
तौरहो संग हम जाईब देवघर नगरिया में
धरिके काँधे जल भरी सजल काँवड़िया में
चल चल हे रानी जोड़ा से, लेडके काँधे भरल कलसवा हो;
चल चल हो पिया देवघर नगरिया में।
माता गौरी के सुरत बसाइब नयनवा में
बोल-बम बोल-बम करते जाईब देवघर डगरिया में
हर हर महादेव कहत कोई चलेला आगे,
त कोई पिछडेला डगरिया में
बोल बम! बोल बम!! के नारा लागेला डगरिया में
दूध चड़ेला महादेव के मूरतिया कनखल
नगरवा में। बम बम भोला भोला होखेला
पुजा सावन के महीना में।
पुष्पा निर्मल बेतिया बिहार

सावन भोले बाबा शायरी Bhojpuri Sawan Shiv Bhajan Lyrics

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