नवरात्रि भजन आरती : आया नवरात्रि का त्योहार Navratri Bhajan Lyrics in Hindi
आया नवरात्रि का त्योहार (भक्ति गीत)
“नवरात्रि एवं दशहरा पर्व/महोत्सव की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां”
आया आया है, नवरात्रि का त्योहार,
भवानी माता, तेरी है जय जयकार।
मातारानी करके तुम, सोलह श्रृंगार,
लहराती आती हो, हाथ में तलवार।
आया आया है………….
चमक रही है, माता के माथे बिंदिया,
गूंज रही है जग में नुपुर की झंकार।
खन खन, खन खन खनकता कंगना,
माता रानी आई, अपने शेर पे सवार।
आया आया है………….
अश्विन कृष्ण पक्ष की, वेला अलबेली,
मैया की महिमा, प्रसन्न सारा संसार।
महामारियों का, विनाश अब निश्चित,
नया कोरोना को, माननी पड़ेगी हार।
आया आया है……………..
सारे कष्ट और संकट, दूर होंगे हमारे,
सज रहा है, माता भवानी का दरबार।
आओ साथियों, मिलकर करें आराधना,
माता रानी लगाएगी, सबका बेड़ा पार।
आया आया है……………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)
नवरात्रि भक्ति गीत : मां भवानी का स्वागत
“या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।”
“आप सभी मित्रों एवं साथियों तथा प्यारे बच्चों को कल से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्रि महोत्सव की ढेर सारी अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं एवं अशेष बधाईयां।”
आपके स्वागत में, तैयार है दुनिया सारी,
हे आदिशक्ति, जगत जननी मैया भवानी।
दस दिनों तक आपकी पूजा अर्चना चलेगी,
हर भूल को क्षमा कर देना, हे माता रानी।
आपके स्वागत में……….
भाग भागकर भक्त लोग कर रहे तैयारी,
भक्ति गीत गा रहे हैं घर घर नर नारी।
देखते ही बन रही है मंदिरों की सजावट,
सभी मांगना चाहते आपसे एक निशानी।
आपके स्वागत में……….
पूरी आशा है कल मौसम होगा अलबेला,
जगह जगह लगेगा दुर्गा पूजा का मेला।
आज भी भक्त उसी में भरोसा करते हैं,
आपके स्वागत की, जो रीति है पुरानी।
आपके स्वागत में………..
सज गई हैं दुकानें, हो गई साफ सफाई,
दिन रात लड्डू पेड़े बना रहे हैं हलवाई।
सुनाई दे रहा है गर्जना आपके शेर का,
तलवार चमक रही है, हे दुर्गा महारानी।
आपके स्वागत में………..
आपके पदार्पण से, फैल जाता है उजाला,
पाप और अधर्म का निकलता है दिवाला।
तैयारी में जुटे हुए हैं, पंडित और पुजारी,
दूर कर देना मां, हर भक्त की परेशानी।
आपके स्वागत में………..
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)
मां एक रूप अनेक, दुर्गा माता की आरती नवरात्रि भजन Navratri Bhajan Lyrics
मां एक रूप अनेक, हर रूप का है अलग अलग काम,
नवरात्रि में नौ रूपों वाली माता को, कोटि कोटि प्रणाम।
हर रूप में आदिशक्ति, पाप, अधर्म का विनाश करती,
पुण्य और धर्म के साथ महादेवी, जोड़ती अपना नाम।
मां एक रूप अनेक…
माता रानी हर रूप में, अपने भक्तों को देती है वरदान,
असुरी शक्तियों को मिटाना जग से, माता की पहचान।
माता रानी हर असंभव को, संभव कर दिया करती,
हर साल नवरात्रि में देती है, इस जग को नव पैगाम।
मां एक रूप अनेक…
जो कोई माथा टेकता है, जाकर माता रानी के दरबार में,
वह सब कुछ प्राप्त कर लेता है, जीवन संसार में।
माता रानी अंजाने में हुई, हर गलती माफ कर देती है,
भक्तों को सुनहरी सुबह देती है, और देती सुहानी शाम।
मां एक रूप अनेक…
माता रानी करती है साधकों पर, हर रूप में मेहरबानी,
भक्तों के जीवन से, मिटा देती है मां हर एक परेशानी।
पाप अधर्म को जीना मुश्किल कर दिया करती भवानी,
पुण्य और धर्म को, इस धरती पर करने देती है आराम।
मां एक रूप अनेक…
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार
नवरात्रि भजन Navratri Bhajan Lyrics : नवरात्रि में माता आशापुरी मंदिर जाना है
आशापुरी माता का भजन - आशापुरी माता की आरती
भजन : माता आशापुरी मंदिर जाना है
नवरात्रि में हमें, माता आशापुरी मंदिर जाना है,
मन्नत मांगनी है, माता को प्रसाद भी चढ़ाना है।
जग में जहां, मंदिर माता का, सबसे पुराना है।
भव्य स्थान वह, एम पी, राजगढ़ का पड़ाना है।
नवरात्रि में हमें…
हर सच्चे भक्त की वहां, मनोकामना होती पूरी,
नौमी मध्यरात्रि, आती शेर सवार मां आशापुरी।
भक्तों से बहुत दुलार करती, यह महादेवी मां,
माता को भी, अपने भक्तों से वादा निभाना है।
नवरात्रि में हमें…
मंदिर में अखंड ज्योति, निरंतर जलती रहती है,
और माता की पूजा, अर्चना भी चलती रहती है।
मध्य रात्रि, भव्य रथ निकलता है देवी मां का,
गांव से दूर वन में, दृश्य यह अनोखा सुहाना है।
नवरात्रि में हमें…
पीछे मंदिर के, विशाल वृक्ष बरगद का लहराता,
पास नेवज नदी में, जल परियों का जमाना है।
जंगल में यहां हमेशा, मंगल ही रहता है भक्तों,
मां आशापुरी की कृपा है, खुशियों का खजाना है।
नवरात्रि में हमें……
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
मन्नत मांगनी है, माता को प्रसाद भी चढ़ाना है।
जग में जहां, मंदिर माता का, सबसे पुराना है।
भव्य स्थान वह, एम पी, राजगढ़ का पड़ाना है।
नवरात्रि में हमें…
हर सच्चे भक्त की वहां, मनोकामना होती पूरी,
नौमी मध्यरात्रि, आती शेर सवार मां आशापुरी।
भक्तों से बहुत दुलार करती, यह महादेवी मां,
माता को भी, अपने भक्तों से वादा निभाना है।
नवरात्रि में हमें…
मंदिर में अखंड ज्योति, निरंतर जलती रहती है,
और माता की पूजा, अर्चना भी चलती रहती है।
मध्य रात्रि, भव्य रथ निकलता है देवी मां का,
गांव से दूर वन में, दृश्य यह अनोखा सुहाना है।
नवरात्रि में हमें…
पीछे मंदिर के, विशाल वृक्ष बरगद का लहराता,
पास नेवज नदी में, जल परियों का जमाना है।
जंगल में यहां हमेशा, मंगल ही रहता है भक्तों,
मां आशापुरी की कृपा है, खुशियों का खजाना है।
नवरात्रि में हमें……
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
Top Navratri Bhajans Lyrics in Hindi - Durga Aarti Lyrics in Hindi
Mata Ke Bhajan भजन : माता आशापुरी तेरे दरबार में
“सभी भक्त जनों को नवरात्रि एवं दशहरा महोत्सव के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां।“
माता आशापुरी तेरे दरबार में, एक भक्त आया अंजाना,
माता करे वो तुमसे विनती, अपने चरणों में देना ठिकाना।
सारे जग की आशा करती तू पूरी, तेरे क़दमों में जमाना,
बड़ी दूर से आया है बंदा, भवानी कोई रास्ता इसे दिखाना।
माता आशापुरी तेरे दरबार में……
नवरात्रि के दिन हैं माता, दुनिया पर कृपा अपनी बरसाना,
अपने लिए तो कुछ न मांगू, सारे भक्तों पर दया दिखाना।
कोरोना महामारी ने बहुत सताया, देवी जरूर इसे भगाना,
माता मैं हूं तेरा सेवक सच्चा, मेरी पूजा जरूर अपनाना।
माता आशापुरी तेरे दरबार में……………..
चुनरी तेरी लाल है अम्बे, है तेरा यह मंदिर बड़ा पुराना,
नूपुर तेरा छम छम बाजे, कंगन का संगीत बड़ा सुहाना।
नयन तेरे निहार रहे जग को, तुमको और क्या बतलाना?
जो भी तेरा सेबक होगा पक्का, कुछ चाहेगा नहीं छुपाना।
माता आशापुरी तेरे दरबार में…………….
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)
देवी भजन - माँ आशापूरी (आल्हा धुन)
आशापूरी दुर्गा माँ की सुनो कथा सब ध्यान लगाय।
राजगढ़ के पढ़ाना वन मे बैठी माता आसन लगाय।
मध्य प्रदेश की मात भवानी दर कोई खाली न जाय।
हिन्दू मुस्लिम सबकी सुनती मनचाहा फल पा जाय।
जगमग जोत अखंड जले महिमा माता वर्णी न जाय।
करती माँ चमत्कार अनेकों भक्त अचंभित होई जाय।
नवरात्र नवमी मध्य रात्री माता खुद प्रकट होई जाय।
चढ़ के आए शेर सवारी पंजा मंदिर छाप पड़ जाय।
नवमी के रात बारह बजे माता रथ यात्रा को जाय।
ढ़ोल नगाड़ा तासा बाजे मात भवानी मगन होई जाय।
पहिला रथ पढाना निकले दूजे कलकत्ता मे सज जाय।
रहती माता घोर अंधेरी धाम मे बिजली जल न पाय।
जय जय माता आशापूरी जैकार तेरी हरदम होई जाय।
रूप तेरा है बड़ा मनभावन लाल चुनर मे झलकत जाय।
लाल फूलो श्रिंगार सजा झांकी मह मह महकत जाय।
आँख मे काजल माथे बिंदिया मुख माता का चमकत जाय।
विनती सुनो माँ आशापूरी मुझ बालक तुम बनो सहाय।
भर दो झोली खाली मेरी तेरे दर कोई नीरास न जाय।
श्याम कुँवर भारती (राजभर)
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
बोकारो झारखंड मोब -9955509286
Navratri Aarti lyrics, Mata Ki Aarti in Hindi
Read More और पढ़ें:
0 टिप्पणियाँ