Shramik Divas Ho Saras : Chhand Kundaliya World Labour Day Quotes
(छंद:कुण्डलिया)
श्रम -साधन, ईमान-धन, स्वर्ण-सुहागा साथ।
पारस बन सोना गढ़ै, रेख लिखै निज मांथ।
रेख लिखै निज माथ, राष्ट्र-कुल मान बढ़ावै।
स्वेद-परिश्रम गंग, शुचित दिन-रात बहावै।
" विद्यार्थी " श्रम-साध्य, परम ईमान परिश्रम।
श्रमिक दिवस हो सरस, मानधन पावै यदि श्रम।
दुनियां के सभी श्रम-साधकों को श्रमिक दिवस एक मई को हार्दिक शुभकामनांयें
स्वरचित/मौलिक/सर्वाधिकार सुरक्षित
छंदकार: संतोष श्रीवास्तव "विद्यार्थी"
मकरोंनिंयां, सागर, मध्यप्रदेश
9425474534
Read More और पढ़ें:
0 टिप्पणियाँ