Berojgari Ki Samasya Par Prernadayak Bhojpuri Purnika
बेरोजगारी की समस्या पर प्रेरणादायक भोजपुरी पूर्णिका
भोजपुरी पूर्णिका - तइयार रहे के पड़ी।
मिलल ना केवनो नौकरी त जुगाड़ कुछ करे के पड़ी।
चलावे खातिर जीनगी अब विचार कुछ करे के पड़ी।
नौकरी से चली घर परिवार इ जरूरी त ना होला।
रहे हाथ गोड़ सलामत केवनो रोजगार कुछ करे के पड़ी।
बही जबले ना खून पसीना रुपइया भेंटाई ना कबों।
करा मेहनत क कमाई धंधा केवनो असरदार करे के पड़ी।
कोसल करा सरकार और तकदीर के ई ठीक बात नईखे।
उठावे के बोझ जिनगी निकल चिंता समझदार बने के पड़ी।
रही लगे पैसा प्यार मोहब्बत रिश्ता खूब तोहके मिली।
जीते खातिर हर लड़ाई कमा के पैसा तइयार रहेके पड़ी।
श्याम कुंवर भारती।
बोकारो झारखंड।
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