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विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर कविता शायरी Poem On World Senior Citizens Day

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर कविता शायरी Poem On World Senior Citizen's Day

वरिष्ठ नागरिक दिवस
(कविता)
“सभी वरिष्ठ नागरिकों को रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाईयां”
साठ साल की आयु पार कर लेने के बाद,
मिलती हमें वरिष्ठ नागरिक की पहचान।
बहुत सी सरकारी सुविधाएं मिलने लगती,
इससे इनका बढ़ जाता है आत्म सम्मान।
साठ साल की आयु………
निवेश पर इनको ब्याज ज्यादा मिलता है,
जिससे इनका चेहरा भी ज्यादा खिलता है।
आयकर में भी बहुत छूट मिलती है इनको,
कदम कदम पर रखा जाता, इनका ध्यान।
साठ साल की आयु………
स्वास्थ्य बीमा में भी रखा जाता है ख्याल,
रेल यात्रा की सुविधा है, कम लगता माल।
कल्याणकारी योजनाओं का, लाभ लागू है,
कम पैसे में विमान में, भर सकते उड़ान।
साठ साल की आयु………
वरिष्ठ नागरिक दिवस पर शुभकामनाएं हैं,
इन पर अपनी कृपा बनाकर रखें भगवान।
इनके अनुभव, देश के बहुत काम आते हैं,
इनकी हर सुविधा के हैं, कानूनी प्रावधान।
साठ साल की आयु……
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर कविता शायरी Poem On World Senior Citizens Day
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार

World Senior Citizen's Day विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस

वे धन्य हैं
जिनके घर में बुजुर्ग हैं,
वे बुजुर्ग धन्य हैं
जिनका घर में सम्मान है।
वह सभा धन्य है
जिसमें बुजुर्ग बैठते हैं,
वह बुजुर्ग धन्य हैं
जो धर्म की बात करते हैं।
बुजुर्ग दिवस पर
सश्रद्ध भेंट

बुजुर्ग वह दरख्त है

बुजुर्ग
बुजुर्ग वह दरख्त है
जो जीवन भर
फूल, फल और
शीतल छाया देते हैं,
काबिलेतारीफ यह कि
मरने के बाद भी
शुष्क लकड़ियों की तरह
आशिष की सौगात देते हैं।
पसंद हो तो अग्रसारित करें
उदय नारायण सिंह
मुजफ्फरपुर, बिहार
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