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विश्व वन दिवस या राष्ट्रीय वन दिवस कब मनाया जाता है ?

वन संरक्षण और पर्यावरण | वन संरक्षण की आवश्यकता और महत्व

International Day of Forests

वन संरक्षण किसे कहते हैं? | वन संरक्षण का उपाय

वनों से सुंदरता है, वनों से ही हरियाली है। दुनिया भर में 21 मार्च को विश्व वन दिवस (International Day of Forests) मनाया जाता है। इस दिन पूरी दुनिया में वन संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। धरती का 31% हिस्सा, वनों से सजा है। कार्बन डाइऑक्साइड गैस, वन ग्रहण करते, ऑक्सीजन छोड़ते, जो हमारी खुशहाली है। इसलिए हमें वन संरक्षण की आवश्यकता और महत्व को समझना होगा।

International Day of Forests

अंतरराष्ट्रीय वन दिवस

अंतरराष्ट्रीय वन दिवस की बात निराली है,
वनों से सुंदरता है, वनों से ही हरियाली है।
पर्यावरणीय स्थिरता का आधार, वन ही है,
जहां वन नहीं है, दुआ भी लगती गाली है।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस…
वन संरक्षण पर, मिट्टी संरक्षण निर्भर है,
वन सुरक्षित तो, दूर दूर तक खुशहाली है।
वनों से हमको, आर्थिक सुरक्षा मिलती है,
वन बिन, प्रकृति की गोद खाली खाली है।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस…
धरा पर, हरा भरा जंगल वरदान होता है,
कटाई से प्रकृति का बड़ा अपमान होता है।
कार्बन डाइऑक्साइड गैस, वन ग्रहण करते,
ऑक्सीजन छोड़ते, जो हमारी खुशहाली है।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस …
धरती का 31% हिस्सा, वनों से सजा है,
इससे वन्य प्राणियों को मजा ही मजा है।
वनस्पतियों और जीवों का, भंडार है वन,
वनों के कारण, समा इतनी मतवाली है।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस…
फल, फूल व जड़ी बूटियों का स्रोत है वन,
वनों के प्रभाव से बनता है, सुन्दर चमन।
इंसानों को भी वही व्यवहार करना चाहिए,
जो व्यवहार, बागों से करता हर माली है।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस…

वृक्षारोपण पर कविता हिंदी में | पर्यावरण पर शायरी

वृक्ष लगाओ
वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ,
वन🌴उपवन🌴और🌴अपना🌴जीवन🌴सजाओ!
करता🌴है🌴जो🌴कोई,🌴हरे🌴वृक्ष🌴की🌴कटाई,
दुनिया🌴में🌴उससे🌴बड़ा🌴कोई🌴नहीं🌴कसाई।
महा🌴सुंदरी🌴प्रकृति🌴का,🌴संतुलन🌴बचाओ,
वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ!
वन🌴उपवन🌴और🌴अपना...

नाचती🌴गाती🌴और🌴झूमती🌴जहां🌴हरियाली,
वहां🌴जन🌴जीवन🌴में🌴गुनगुनाती🌴खुशहाली।
वृक्ष🌴करते🌴कार्बन🌴डाइऑक्साइड🌴निपटान,
बदले🌴में🌴करते🌴हैं🌴हमें,🌴प्राण🌴वायु🌴प्रदान।
हिलमिलकर🌴वृक्षारोपण🌴अभियान🌴चलाओ,
वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ!
वन🌴उपवन🌴और🌴अपना…

वृक्ष🌴पर🌴जब🌴खिलते🌴हैं,🌴नीले🌴पीले🌴फूल,
फल🌴आने🌴का🌴निमंत्रण🌴कर🌴लेते🌴कबूल।
वृक्ष🌴सदा🌴प्राणियों🌴की,🌴करते🌴हैं🌴परवाह,
पंच🌴तत्व🌴को🌴दिखलाते🌴हैं🌴नई🌴नई🌴राह।
उदासी🌴भगाकर,🌴अपना🌴जीवन🌴महकाओ,
वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ!
वन🌴उपवन🌴और🌴अपना...

झुलसाती🌴गर्मी🌴में,🌴वृक्षों🌴से🌴मिलती🌴छाया,
लगाया🌴जिसने🌴वृक्ष,🌴है🌴बड़ा🌴पुण्य🌴कमाया।
वृक्ष🌴नहीं🌴तो,🌴कोयल🌴कहां🌴जाकर🌴कूकेगी?
एक🌴दिन🌴बहार🌴भी🌴इस🌴दुनिया🌴से🌴रूठेगी।
यह🌴बात🌴नहीं🌴है🌴मामूली,🌴सबको🌴बताओ,
वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ,🌴वृक्ष🌴लगाओ!
वन🌴उपवन🌴और🌴अपना…
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र) जयनगर (मधुबनी) बिहार

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