जन्माष्टमी पर भोजपुरी कृष्ण भजन Bhojpuri Krishna Bhajan For Janmashtami
भोजपुरी कृष्ण भजन – तोहरी नजर के जादूतोहरी नजर के जादू बा या रूप के जलवा बा
मोहिनी मुरलीया ना काबू बा बस में ना मनवा बा
सुना सावर सावरिया नेह में हम पागल भईली
सुनी मुरली की धुन हम भागल आइली
पड़ल सांसत में मोर जनवा बा
मोहिनी मुरलीया ना काबू बा बस में ना मनवा बा।
उठा लिहला जइसे गोवर्धन गिरधारी।
हरी लेता कनहइया सब दुखवा हमारी।
राधा राधा बोली लेला हमरो जनवा बा।
मोहिनी मुरलीया बेकाबू बा बस में ना मनवा बा।
कालिया नाग गुरूर के तोड़ला तू।
मामा कंस के मथुरामे मरला तू।
जय जय कार होखत तोहरो जमनवा बा।
मोहिनी मुरलीया बेकाबू बा बस में ना मनवा बा।
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
गीतकार /कवि /लेखक /समाजसेवी
बोकारो झारखंड -मोब 9955509286
जन्माष्टमी 30 अगस्त 2021 के लिए विशेष भोजपुरी भजन
जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के लिए गीत लिरिक्स
आज जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आप सभी मित्रों को बहुत- बहुत शुभकामनाएं। मेरे द्वारा रचित भगवान श्रीकृष्ण के लिए ये गीत।आप सब इस गीत को जरूर पढ़ें।
जय श्री कृष्ण
जन्माष्टमी पर मैथिली गीत
कृष्ण यौ कन्हैंया अहाॅ॑,कोना के बिसरि गेलौं
अहाॅ॑ बिना गोकुला उदास यौ कन्हैंया जी।
1.अब केयो अंगना में ठुमुक -ठुमुक चलतै से,
अब केयो मीठा बोली बोलतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया अहाॅ॑----------2
2. अब केयो बाल सखा संग, चोरी छिपके आबि के,
माखन के बर्तन चोरेतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया जी-----2।
3. अब केयो गोपी के संग रास रचेतै से,
कदम गाछ चढि गोपी चीर,चोरेतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया-------2।
4. अब केयो काली दह में सांप के सिर चढ़ि,
बाॅ॑सुरी बजाए नाच करतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया--------2।
5. अब केयो बाॅ॑कासुर,पुतना जैसन राक्षसनी के,
चुटकी में माएर,गिरेतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया जी-----2।
6. अब केयो बाल -सखा संग,गैया चरेतै से,
गाछ पर बैठ गोपी के मटका,फोरतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया-----------------2
7. अब केयो कनिष्ठ उंगली पर,गोबध॔न पव॑त उठेतै से,
गोकुल वासी के जान के बचेतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया-------2।
8. अब केयो मथुरा कंस के,छाती चढ़ि मारतै से,
कारागार से बासुदेव देवकी के, छोरेतै यौ कन्हैंया जी।
कृष्ण यौ कन्हैंया---2।
नीतू रानी कृष्ण जी जन्म पर,ई गीत बनेलक ये,
अहाॅ॑ सब मिलि लाइक कोमेंट करब यौ मित्र बंधु जी।
नीतू रानी, पूर्णियां बिहार
Shri Krishna Janmashtami Bhajan Video, Mp3 Download
लेलैथ जनम कन्हैया जन्माष्टमी मैथिली गीत Krishna Bhajan Janmashtami Lyrics In Mathili
मैथिली गीत
लेलैथ जनम कन्हैया
लेलैथ जनम कन्हैया हे,चलु सखी झूलना झुलाबय।
कृष्णा छथि मनमोहना हे,चलु सखी नैना जुराबय।।
नंद आँगन गावैथ सब बधैया,झूमैत छथि मगन देखि गोपाल
मंद-मंद मुस्कैत छथि यशोदा, कोरा खेलैथ नंदलाल
लेलैथ जनम कन्हैया हे,चलु सखी झूलना झुलाबय।
बड्ड नीक लागत श्याम रूप सलोना हे,चलु सखी हिया जुराबय।।
गम गम करैत छनि आँगन, बाजा बजैत छनि चहुं ओर
आयल छथि देवी-देवतागण , दिव्य भेल अछि आजुक भोर।
लेलैथ जनम कन्हैया हे,चलु सखी झूलना झुलाबय।
भरि नगरी मचल अछि शोर हे, चलु सखी दुख बिसराबय।।
चंदन के झूलना शोभैत अछि रेशम डोरी, सोना,चाँनी के लागल अछि खिलौना
बाँटि रहल छथि यशोदा कंगना,बैसव दैत छथि सुन्दर बिछौना
लेलैथ जनम कन्हैया हे,चलु सखी झूलना झुलाबय
बाल क्रीड़ा लागैत अछि अनमोल हे,चलु सखी स्नेह बरसाबय।
लेलैथ जनम कन्हैया हे,चलु सखी झूलना झुलाबय।
कृष्णा छथि मनमोहना हे,चलु सखी नैना जुराबय।।
रीतु प्रज्ञा
दरभंगा, बिहार
Krishna Bhajan Lyrics In Bhojpuri
अन्हरिया मास भादो के रहे अठिमी तिथि पावन।
बिजुरिया गगन में चमके लगे घन घोर डरवावन।
कन्हइया गरभ के भीतर त मइया बंद कारा में-
कसइया कंस के कारन जने तिरिलोक के तारन।
कन्हइया लाल की जय हो मदन गोपाल की जय हो।
लला घनश्याम की जय हो बिहारीलाल की जय हो।
बधे जे अत्यचारी के बचावे लाज नारी के
सृष्टि करतार की जय हो जगत प्रतिपाल की जय हो।
धरे कर चक्र सुदर्शन हरेलनि विश्व के बाधा।
झुले जब बाग में झुला बनेलनि कृष्ण के राधा
चुराके छाछ के मटका कहइलनि चोर नंदलाला-
बने जब सारथी रथ के मिटाने जगत के बाधा।
अमरेन्द्र
आरा भोजपुर बिहार
जन्माष्टमी पर सोहर गीत | कृष्ण जन्म सोहर लिरिक्स | कन्हैया जी के सोहर
सोहर:-
कृष्णा के भइले जन्मवा
ओही रे जेहलखानवा -२नू हो
ए ललना खुली गइले बाबू माई
के बेड़िया तs मन हर्षइले नू हो।
दर दरवानवा तs सुती गइले
बत्ती कुल्हि बूती गइले हो ….
ए ललना सुपवे में लेइके ललनवा
छोड़ेले जेहलखानवा नू हो।
रहिया चलतs मेघ आवेले
खुशियाँ लुटावेले हो ....
ए ललना नागराज बनेले पटनावा
ना भींजे लालनवा नू हो।
जमुना जी हँसी हँसी गावेली
चरनs छुई आवेली हो ....
ए ललना धनधन भाग आजु भइले
जगतसामी अइले नू हो।
वासुदेव जी नंद घरे गइले
जहवाँ अँजोर भइले हो .....
ए ललना देखिके खेलत ललनवा
शैलेंदर अगरइले नू हो।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं
शैलेन्द्र सरगम
कवि व गीतकार
भोजपुरी सोहर गीत - यशोदा के ललनवा कृष्ण जी के सोहर गीत भोजपुरी | कृष्ण जन्म सोहर लिरिक्स
श्री कृष्ण जन्माषटमी के अवसर पर आपके लीए एक गीत भेंट स्वीकार करें। जय श्री कृष्ण।
भोजपुरी सोहर गीत - यशोदा के ललनवा
बाजे ला बाजा नंद के अंगनवा।
जनम भइले कान्हा यशोदा के ललनवा ना हो।
गोकुला मे नाचे लोग होई के मगनवा।
घरे घरे बाजे खूब बजनवा न हो।
ललना लाल होइए बाबा के दुलरुआ।
खेलिहे गोदिया माई के दुलरुआ।
दुखवा दुर करिहें सगरो जमनवा।
जनम भइले कान्हा----।
दुअरा पर नंद अब सोनवा लुटावे।
अंजुरी मे भरी सबके धनवा लुटावे।
चह चह चहके नंद के भवनवा।
जनम भइले कान्हा -----।
ललनवा सुताई पलनवा झुलवा झुलावे।
मिली जुली नारी सब सोहर सुनावे।
भरी आवे खुशी में अब नयनवा।
जुग जुग जिया यशोदा के ललनवा।
जनम भइले कान्हा यशोदा के ललनवा न हो।
श्याम कुंवर भारती ( राजभर)
बोकारो, झारखण्ड
Mob 9955509286
New Modern Krishna Bhajans In Hindi
खूँटातोड़ का कटाक्ष क्रमांक
१७/२०२१
कुछ दिनो के लिए कान्हा जब गोकुल छोड़कर मथुरा चले गये थे तब गोपियां परेशान हो गयी थी।
अंततः फोन से बात कर वापस कन्हैया से यथाशीध्र गोकुल आने की जिद्द करने लगी और इसी क्रम में क्या क्या कहती है!
जरा गौर फरमाईएगा..
गोपियां बात करे कान्हा से टेलीफून से Gopiyan Baat Kare Telephone Se
गोपियां बात करे कान्हा से टेलीफून से
ओए पिछला महीना के जून से ना
जून से ना ओए जून से ना
गोपियां बात करे कान्हा से टेलीफून से
ओए पिछला महीना जून से ना..
ओ कान्हा बीत गया जुलाई
अभी भी वैक्सीन न भेटाई
अब का ताली थाली बजाई
कोरोना वाला धुन से
हो पिछला महीना जून से ना
जून से ना हो जून से ना
हो गोपियां बात करे कान्हा से टेलीफून से
पिछला महीना जून से ना...
चार पाँच दफा बढा पेट्रोल का भाव
गैस का चूल्हा देवे नाही ताव
आजिज आ गै हम सब फ्री के राशन वाला घून से
ओए पिछला महीना जून से ना
ओए गोपियां बात करे..... २
हुई ना अभी तक कोरोना की विदाई
दिन काटे हम सब देख देख तालिबान की लड़ाई
जियरा पागल होता तीसरा लहर के सुन सुन के
हो पिछला महीना के जून से ना
हो गोपियां बात करे...... २
खूँटातोड़,हाली लौटी आव
अब ज्यादा देर जन सताव
ना त वंचित रह जाब हिन्दू धर्म के एक एक जुनून से
हो पिछला महीना जून से ना,
हो गोपियां बात करे कान्हा से टेलीफून से
पिछला महीना के जून से ना.....२
गीतकार :कवि खूँटातोड़
कल्याण /मुंबई
आज गोकुल में जनम्यो कृष्ण लला जी— कृष्ण भजन लिरिक्स मैथिली
विधा: कविता
आज गोकुल मैं जनम्यो
म्हारे नन्द घर कृष्ण लला जी।
छोटों कान्हा प्यारो म्हाने लागे जी।
नजर उतारू मैं थारी
काला टीका लगादेऊ जी।
मोहन आज्यों जमुना तीर
बांट मैं जोहूँ थारी जी।
ताजा- ताजा माखन लैयाई
मिश्री की डलीं घोल जी।
गा-गा तन रीझावण लागी,
खालों म्हारो कृष्ण कन्हाई जी।
लाड लडाया या घणां थान,
थे क्यूं रूस्या साँवरा जान जी।
बड़ों हुये तो सभी को,
बण्यों पालण हार जी।
मैया यशोदा बली -बली जाव,
लेव थारी बैलईया जी।।
जन्माष्टमी की सभी को,
हार्दिक शुभकामनाएं बधाईयां जी।
झूला झूले लड्डु गोपाला,
बंट रही गोकुल गलियन में मिठाई जी।।
पुष्पा निर्मल
बेतिया, बिहार
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर भोजपुरी भजन
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आप सबको हार्दिक बधाई। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के ऊपलक्ष्य में एक सोहर का प्रयासः त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ।
आज नंद बाबा के घर में,
अईले ललना।
सोने के टँगल सिकड़ में,
श्याम झूले पलना।।
अईले ललना हो झूलेले पलना- 2
आज नंद बाबा के घर में
अईले ललना।
बड़ा मनभावन बड़ा रे सुहावन।
साँवर सलोने श्याम बड़ा रे लुभावन।।
अभीए से छलिया ई त,
बुझात बा छलना।
आज नंद बाबा के घर में,
अईले ललना।।
भादो के अँधरिया के छाप पूरा पड़ल।
तिथि अठमी के जईसे,
आँख मुँह बा चढ़ल।।
आदमी के रूप धई,
लागत बा कलना।
आज नंद बाबा के घर में,
अईले ललना।
बड़ा सुनर नीक लागे,
बबुआ के मुँहवा।
जईसे चुहलबाजी करे,
अभीए इ त इहवाँ।।
मोरपंख लागल सुनर,
झेले रे झलना।
आज नंद बाबा के घर में,
अईले ललना।।
साँवर सलोना बाकी,
पानी मुँह पर ढेर बा।
देखे में लागे जईसे,
अकेले बनल शेर बा।।
आफत विपत सबके,
हो जाई टलना।
आज नंद बाबा के घर में,
अईले ललना - 2
अईले ललना हो झूलेले पलना-2
आज नंद बाबा के घर में,
अईले ललना -2
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना।
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा सारण
बिहार।
कान्हा जी के छठिहार के उपलक्ष्य में भोजपुरी में एगो छठिहार गीत
आज भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के उपरांत कान्हा जी के छठिहार बा। कान्हा जी के छठिहार के उपलक्ष्य में भोजपुरी में एगो छठिहार गीत के प्रयास आ सादर समर्पित बा।
कृष्ण जी के बाटे छठिहार,
बाबा नंद के भवनवा में।
बाहर भीतर सजल बा बाजार,
बाबा नंद के भवनवा में।।
माता यशोदा लेवे बलईया।
अंगना दुअरा बाजे बधईया।।
बाँटेली खुशिया हजार,
नारी बीच अंगनवा में।
कृष्ण जी के बाटे छठिहार,
बाबा नंद के भवनवा में।।
अंगना दुअरा सुंदर लागे।
हृदय आज समुंदर लागे।।
नंद बाबा बाँटे न उपहार,
खुशी से दलनवा में।
कृष्ण जी के बाटे छठिहार,
बाबा नंद के भवनवा में।।
हाथी घोड़ा से दुआर सजल बा।
खुशी आनंद से शोर मचल बा।।
सोना चाँदी बँटा बा हजार,
खुशी में ललनवा के।
कृष्ण जी के बाटे छठिहार,
बाबा नंद के भवनवा में।।
यशोदा लुटावे अन्न धन सोनवा।
नंद बाबा लुटावे जेवर अभरनवाँ।।
बाजत बा शहनाई अपार,
खुशी के अरमनवाँ में।
कान्हा लेने पलना के बहार,
कान्हा बसे परणवाँ में।।
कृष्ण जी के बाटे छठिहार,
बाबा नंद के भवनवा में।
बाहर भीतर सजल बा बाजार,
बाबा नंद के भवनवा में।।
यह रचना मौलिक
और अप्रकाशित है।
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा सारण
बिहार
कान्हा जी के छठिहार के उपलक्ष्य में भोजपुरी में छठिहार गीत
किसनलला के छठियार बा
उनकर मंदीरवा गुजियार बा
बाज रहल घंटी खड़ताल बा
उनकर लीलाहो अपरंपार बा
झूला झूलत लड्डु गोपाल बा
जसोदा के मनवा उजियार बा
गोकुल में आजहो त्यौहार बा
किसनलला के छठियार बा
उनकर मंदीरवा गुलजार बा
निर्मल
भोजपुरी मुक्तक- मुरली मनोहर
कदम क छइयां किसन कन्हइया बजावे मुरली मनोहर।
श्याम सवरिया बुलावे राधा गुजरिया देई दिल धरोहर।
तोरे बिन चैन न किशोरी भागल आवें जब बंसी बाजत।
मुरली क धुन सून हिय हिलोरे जइसे हिलोरे हंस सरोवर।
श्याम कुंवर भारती
Read More और पढ़ें:
0 टिप्पणियाँ