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देशभक्ति कविता शायरी: मेरा भारत महान है Independence Day Poem In Hindi

भारत माता देश भक्ति गीत : हे भारत माता


“सभी देशवासियों को आजादी के अमृत महोत्सव की अशेष बधाईयां एवं स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं।“
“घर घर तिरंगा प्यारा लहराएगा,

सारे संसार को दम दिखलाएगा।“
हे भारत माता, एक विनती सुनो हमारी,
तेरे हर लाल को चाहिए, कृपा तुम्हारी।
जाए कोई यदि कश्मीर से कन्याकुमारी,
हैरान हो जाए, निहार सूरत तेरी न्यारी।
हे भारत माता…………

गंगा यमुना नित नित तेरा चरण पखारे,
हिमालय मुकुट बनकर तेरा शीष संवारे।
गर्व करे तेरे ऊपर हर सागर महासागर,
सीमा पर जवान करे सुरक्षा की तैयारी।
हे भारत माता……………

हमें भी तो कभी, अपने दर्शन देना माता,
विधाता ने बनाया, हमारा तुम्हारा नाता।
बड़ा अच्छा लगता है, तेरे हाथ में तिरंगा,
मान बढ़ाती है तेरा, सिंह शेर की सवारी।
हे भारत माता………….

सारा देश ही तेरा, मंदिर लगता है मैया,
एक तरफ राम तो, दूजी तरफ कन्हैया।
ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं तेरे रखवाले,
तीनों देवियां, महिमा सब तुम पर वारी।
हे भारत माता…………….

आजादी अमृत महोत्सव का रंग है छाया,
घर घर तिरंगा फहराने का मन बन आया।
देश में बड़े अच्छे से चल रहा है अभियान,
लोगों में उमंग है, क्या पुरुष क्या है नारी?
हे भारत माता………..

प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।

सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

देशभक्ति कविता शायरी: मेरा भारत महान है Independence Day Poem in Hindi

मेरा भारत महान है
(देशभक्ति गीत)
“स्वतंत्रता दिवस अमर रहे,”
“तिरंगा झंडा अमर रहे”
“स्वतंत्रता दिवस की जय”
“ पंद्रह अगस्त अमर रहे”
दुनिया में सबसे ऊपर जिसकी शान है,
सुनो जगवालों, मेरा वह भारत महान है।
माटी जिसकी सोना है, सोने में खुशबू है,
खेत में जहां, पसीना बहाता किसान है।
मेरा वह भारत महान है,…….

जहां आपस में, प्रेम और भाईचारा है,
सत्य अहिंसा जहां का, सुंदर नारा है।
संतरी जैसे डटा पर्वतराज हिमालय है,
जहां कण कण में, प्रभु विराजमान है।
मेरा वह भारत महान है,……

पेड़ पौधों और जानवरों की होती पूजा,
विश्व गुरु की जिसकी रही पहचान है।
सुंदर नई दिल्ली जिसकी राजधानी है,
सत्य पर चलने वाला, आम इंसान है।
मेरा वह भारत महान है,……

तिरंगा जिसकी आन, बान और शान है,
कंकर कंकर शंकर, पाहन में भगवान है।
घर आया शत्रु, माना जाता मेहमान है,
मंगल दंगल करता, जहां पहलवान है।
मेरा वह भारत महान है……

महासागर चरण पखारा करता जिसके,
जहां हर समस्या का सही समाधान है।
जहां जाति धर्म का, कोई भेद नहीं है,
जिस माटी पर हर धर्म एक समान है।
मेरा वह भारत महान है……

सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार

देशभक्ति कविता शायरी: यह है मेरा हिन्दुस्तान Independence Day Poem in Hindi

कविता
यह है मेरा हिन्दुस्तान
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आओ नमन करें इस देश को,
गायें इसकी कीर्ति यशगान,
यहीं पर सारे जाति-धर्म रहते,
पढ़ते गीता,बाइबिल, कुरान।
यह है मेरा हिन्दुस्तान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान।

दुनिया में कहीं सुन्दर नहीं है,
मेरे भारत सा कोई महान,
कई देश इसकी महिमा गाते,
करते हैं इसका सम्मान।
यह है मेरा हिन्दुस्तान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान।

वीरों से भरी इसकी धरती,
संत,फकीरो का पवित्र स्थान,
दूर देश से लोग मिलने आते,
देते हैं इन्हे सदा आदर मान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान।

गर दुनियाँ में देखना हो भाईचारा,
आयें अपने इस हिन्दुस्तान,
यहीं पर सारे धर्म पलते,
हिन्दु, सिख,इसाई,मुसलमान।
यह है मेरा हिन्दुस्तान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान।

जैन,बौद्ध धर्म का यहीं उदय हुआ,
भगवान बुद्ध को मिला यहीं गयान,
मुस्लिम-सिख यहीं फ़ले फूले,
हुआ महावीर का यहीं निर्वाण।
यह है मेरा हिन्दुस्तान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान।

दुनियाँ को गयान दिया हमने,
सब धर्म का मान दिय़ा हमने,
कभी नहीं करते हम दादागिरी,
रहा दुनियाँ में सदा मेरी शान।
यह है मेरा हिन्दुस्तान,
यह है मेरा हिन्दुस्तान।
अरविन्द अकेला

देशभक्ति कविता शायरी मेरा भारत महान है Independence Day Poem In Hindi

देशभक्ति कविता शायरी: चलो सँवारें मातृभूमि को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति कविता

जय जननी
स्वाधीनता दिवस पर आप सभी को समर्पित
चलो सँवारें मातृभूमि को देर न हो प्रस्थान करें।
उठो सपूतों भारत माँ की भारत नव निर्माण करें।।

पूरब से लेकर पश्चिम तक घर घर अलख जगाऐं।
उत्तर से लेकर दक्षिण तक वंदेमातरम् गाऐं।।

जय जननी जय जन्मभूमि मिलकर भारत गान करें।
उठो सपूतों भारत माँ के भारत नव निर्माण करें।।

राम राज सा यहाँ शांति हो हँसते गाते गले मिलें।
प्रेम भाव समभाव समर्पण हर मुरझाए फूल खिले।।

हर चेहरे पर हो रौनक हम ऐसी मधूर मुस्कान भरें।
उठो सपूतों भारत माँ के भारत नव निर्माण करें।।

ये देश हमारा पावन मंदिर हम सब यहाँ पुजारी।
माँ का मस्तक उँचा करने निकले हर नर नारी।।

नई धरा हो नया चमन सुरभित जग आसमान करें।
उठो सपूतों भारत माँ के भारत नव निर्माण करें।।

आप सभी को 75 वाँ स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई हार्दिक शुभकामनाए

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उदय शंकर चौधरी नादान
युवा सशक्तिकरण संघ राष्ट्रीय महासचिव
7738559421
देशभक्ति कविता शायरी मेरा भारत महान है Independence Day Poem In Hindi
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