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मोहब्बत की ग़ज़ल शायरी Pyar Mohabbat Ki Shayari | Romantic Shayari In English

मोहब्बत की ग़ज़ल हो तुम।
हसीं खिलता कँवल हो तुम,
न बल खाओ सनम ऐसे,
कि शीशे का महल हो तुम।

हर दिल में मोहब्बत के जज़्बात नहीं होते।
सब लोग यहाँ मिस्ल -ए- मिर्रात नहीं होते।

बेलोस गुज़र जाते इस राह से बुज़ दिल भी।
गर राहे मोहब्बत में ख़तरात नहीं होते।

मिलती न दग़ा हमको गर राहे मोहब्बत में।
यूँ पस्त फ़राज़ अपने ह़ालात नहीं होते।

प्यार मोहब्बत इश्क शायरी Pyar Mohabbat Ishq Shayari

प्यार मोहब्बत इश्क कुछ जानता नहीं हूँ
मुसाफिर हूँ किसी को पहचानता नहीं हूँ
लोग तो काफी मिल रहे हैं इस भीड़ में
लेकिन किसी को अपना मानता नहीं हूँ।
बातों से उलझा कर चाहती है वो इश्क करना
हर किसी का मैं हाथ यूँ थामता नहीं हूँ।
दोस्ती और प्यार में भी फर्क है सुमित
हर दोस्ती को मैं प्यार मानता नहीं हूँ।
सुमित मानधना 'गौरव'

मोहब्बत शायरी 2 लाइन | Romantic Shayari For Wife In Hindi

नग़मा
हसीं खिलता कँवल हो तुम,
मोहब्बत की ग़ज़ल हो तुम।
न बल खाओ सनम ऐसे,
कि शीशे का महल हो तुम।

Romantic Love Shayari

अजब आँखों में मस्ती है,
बदन फूलों की बस्ती है।
तुम्हारी दीद को जानाँ,
मधु शाला तरसती है।

Romantic Shayari For Gf

हसीं खिलता कँवल हो तुम,
मुह़ब्बत की ग़ज़ल हो तुम।
न बल खाओ सनम ऐसे,
कि शीशे का मह़ल हो तुम।

पहली मोहब्बत की शायरी

सितम आँखों की कजली है,
ग़ज़ब ज़ुल्फ़ों की बदली है।
तुम्हें देखा सनम जब से,
तबीअ़त मचली - मचली है।

बे इंतेहा मोहब्बत शायरी

ह़सीं खिलता कँवल हो तुम,
मुहब्बत की ग़ज़ल हो तुम।
न बल खाओ सनम ऐसे,
के शीशे का मह़ल हो तुम।

अनकही मोहब्बत शायरी

नज़र जब भी बिखरती है,
फ़क़त तुम पर ठहरती है।
तुम्हारी बेरुख़ी दिल पर,
क़यामत सी गुज़रती है।

सच्ची मोहब्बत शायरी

हसीं खिलता कँवल हो तुम,
मुह़ब्बत की ग़ज़ल हो तुम।
न बल खाओ सनम ऐसे,
कि शीशे का मह़ल हो तुम।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद

मोहब्बत के जज़्बात शायरी -Mohabbat Ke Jazbaat Shayari

ग़ज़ल

हर दिल में मोहब्बत के जज़्बात नहीं होते।
सब लोग यहाँ मिस्ल -ए- मिर्रात नहीं होते।

परतो से शहे दीं की गर भीख नहीं मिलती।
रोशन कभी तैबा के ज़र्रात नहीं होते।

जो वक़्त भी हँसने का मिल जाए हँसो यारो।
हर आन मसर्रत के लमह़ात नहीं होते।

क्या भूल हुई मुझसे कुछ अ़र्ज़ करो दिलबर।
यूँ तर्क कभी रिश्ते बेबात नहीं होते।

बेलोस गुज़र जाते इस राह से बुज़ दिल भी।
गर राहे मोहब्बत में ख़तरात नहीं होते।

ख़ुशियाँ हैं बड़ी चंचल रुकतीं न कहीं पलभर।
पर दूर किसी लम्हा स़दमात नहीं होते।

मिलती न दग़ा हमको गर राहे मोहब्बत में।
यूँ पस्त फ़राज़ अपने ह़ालात नहीं होते।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद उत्तर प्रदेश

Mohabbat Shayari | Shayari Mohabbat मोहब्बत शायरी

ग़ज़ल
मुह़ब्बत में ज़र्र होना तो था ही।
हमें यूँ दरबदर होना तो था ही।

लगा कर आप से पत्थर से दिल को।
परेशाँ इस क़दर होना तो था ही।

जिगर के खून से सींचा था इसको।
ये तुख़्म ए ग़म शजर होना तो था ही।

दिया था वास्ता शाह - ए उमम का।
दुआओं में असर होना तो था ही।

हमें आ़़दत थी जब सच बोलने की।
जुदा शानों से सर होना तो था ही।

चुरा कर ले गया था दिल जो मेरा।
वो मुझ से बेख़बर होना तो था ही।

फ़राज़ उस की ज़ुबाँ शीरीं बहुत थी।
यूँ लहजा पुरअसर होना तो था ही।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद

Romantic Shayari Photo - मोहब्बत शायरी स्टेटस

Romantic Shayari Photo - मोहब्बत शायरी स्टेटस

मोहब्बत शायरी | मोहब्बत का एहसास शायरी

एक बार चले आओ

सच्चा इश्क़ शायरी

मोहब्बत से गले लगाने, एक बार चले आओ।
लबों को लब से मिलाने, एक बार चले आओ।

एक रात की मुलाक़ात का कभी वादा तो करो,
वादे को उम्र भर निभाने, एक बार चले आओ।

हमारी मोहब्बत पे तंज़ करती है दुनिया,
इश्क़ सच्चा है जताने, एक बार चले आओ।

सच्चा प्यार करने वाली शायरी हिंदी में

उम्मीद का दामन, छूटने लगा है दिलबर,
बुझते दीये को जलाने, एक बार चले आओ।

थकने लगा है चाँद, तारीकी के साये में,
तारों से महफ़िल सजाने, एक बार चले आओ।

बिस्तर की सिलवटों ने भी रुख़ मोड़ लिया,
एहसास-ए-मोहब्बत जगाने, एक बार चले आओ।

सुकून रूह को भी हो जाएगी मेरे हमदम,
रूह से रूह को मिलाने, एक बार चले आओ।
रूह से रूह को मिलाने, एक बार चले आओ।
Nilofar Farooqui Tauseef
Fb, IG-writernilofar

Mohabbat Shayari In English | Romantic Shayari In English

Nagama

Haseen Khilata Kanval Ho Tum,
Mohabbat Kee Gazal Ho Tum.
Na Bal Khao Sanam Aise,
Ki Sheeshe Ka Mahal Ho Tum.

Ajab Aankhon Mein Mastee Hai,
Badan Phoolon Kee Bastee Hai.
Tumhaaree Deed Ko Jaanaan,
Madhu Shaala Tarasatee Hai.

Hansee Khilata Kanval Ho Tum,
Mohabbat Kee Gazal Ho Tum.
Na Bal Khao Sanam Aise,
Ke Sheeshe Ka Mahal Ho Tum.

Sitam Aankhon Kee Kajalee Hai,
Gazab Zulfon Kee Badalee Hai.
Tumhen Dekha Sanam Jab Se,
Tabeeyat Machlee - Machlee Hai.

Haseen Khilata Kanval Ho Tum,
Muhabbat Kee Gazal Ho Tum.
Na Bal Khao Sanam Aise,
Ke Sheeshe Ka Mahal Ho Tum.

Nazar Jab Bhee Bikharatee Hai,
Faqat Tum Par Thaharatee Hai.
Tumhaaree Berukhee Dil Par,
Qayaamat See Guzaratee Hai.

Haseen Khilata Kanval Ho Tum,
Muhabbat Kee Gazal Ho Tum.
Na Bal Khao Sanam Aise,
Ke Sheeshe Ka Mahal Ho Tum.
Sarafaraaz Husain Faraaz Muraadaabaad

मोहब्बत का पैगाम शायरी | मोहब्बत बढ़ाने वाली शायरी Love Shayari

ग़ज़ल
पैगाम मोहब्बत का देना है जमानें को।
दुनिया पड़ी है कितनी बहुत अभी कमाने को।।

किस सोच में डूबे आगे क्या होगा किसका।
इतिहास भूला देता है छोटे फ़साने को।।

रूस्तमों की जमाने ने मिटा दिया तहरीरें।
अभी उनके किस्से रह गये दिल बहलाने को।।

किसी का हक छिनकर तुम आखिर जिओगे कहां।
कौन दुनिया में बचा किसी को सदा सताने को।।

मुसीबतों का पहाड़ गर गुजर जाये किसी पर।
पहलें दौड़कर जाओ आखिर उसे बचाने को।।

रूठो को मनालो क्या छोटा और क्या बडा।
कुछ भी करलो यारों आज उसको हंसानें को।।

शहज़ाद' वक्त है बाद में शायद ना मिले तो।
अपना लहू देदो वतन के गुलशन सजाने को।।
मजीदबेग मुगल 'शहजाद'
हिगणघाट, जि, वर्धा,महाराष्ट्र
8329309229
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