गुरु नानक जी पर शायरी हिंदी में
Guru Nanak Birthday Shayari in Hindi
गुरु नानक देव जी
गुरु जी, हिन्द के सिख धर्म के पयम्बर हैं
वही तो सानी-ए-गौतम, नजीर-ए-शन्कर हैं
Guru Nanak Jayanti Wishes
जहान में कोई सानी नहीं गुरु जी का
कोई गुलाम भी फानी नहीं गुरु जी का
उरूस-ए-दीन-ए-वफा का सिन्गार हैं नानक
कि बाग-ए-इल्म-व-अदब की बहार हैं नानक
जो इक लड़ी में पिरोई हुई है पन्जाबी
उसी लड़ी के दुर-ए-आबदार हैं नानक
कमाल-ए-दीन-ए-सदाकत का,मजहब-ए-दिल का
ये वाकेआ है कि आईनादार हैं नानक
पन्जाब-व-सिन्ध के बासी हैं आप के बन्दे
पन्जाब-व-सिन्ध के पर-वरदिगार हैं नानक
अजीम पीर हैं, मुर्शिद हैं, और मुरब्बी हैं
जहे-ये-खल्क अदीबो के यार हैं नानक
है जात आप की सद नाज-व-इफ्तिखार-ए-जहाँ
ब-हुस्न-ए-तर्ज-ए-वफा, सेह्रकार हैं नानक
है धड़कन आप के दोहों में अह्ल-ए-उल्फत की
कि तरजुमान-ए-दिल-ए-बेकरार हैं नानक
कमाल-ए-हुस्न का, पन्जाब-व-सिन्ध की कला का
जनाब वाकयी आईनादार हैं नानक
वो जा-नशीन हैं बाबा फरीद के रामा
फुसू-तराज हैं, मोजिज-निगार हैं नानक
नोट : इस जदीद शेरी-तखलीक के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे!
शायर : डॉक्टर रामचन्द्र दास प्रेमी राज चंडी गढी उर्फ रामा
द्वारा डॉक्टर इन्सान प्रेमनगरी, डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी मंजिल, डॉक्टर खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड, इमामबाड़ा रोड, रांची-834001
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