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दिवाली पर कविता, दीपावली की कविता Diwali Par Kavita Deepawali

रोशनी की कीमत: दिवाली पर कविता Diwali Par Kavita Deepawali Shayari

इस पोस्ट में पढ़िए दिवाली पर कविता और शुभकामना संदेश हिंदी में लिखी हुई, Happy Deepawali Poem In Hindi, Happy Diwali Wishes, Quotes, Deepawali Status for Whatsapp, Facebook, Social media, Happy Diwali Wishes Lyrics, Diwali Wishes and Greetings for 2021, Quotes For Happy Diwali Greeting cards & Diwali wishes

Happy Diwali Wishes 2022 गीत : दीपों का त्योहार दीपावली

“आप सभी मित्रों एवं साथियों को पावन प्रकाश पर्व दीपावली दीपोत्सव के शुभ अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाएं एवं बधाईयां।“
दीपावली दीपों का त्योहार,
दीपावली दीपों का त्योहार।
घर आंगन जगमग जगमग,
गगन से बरस रहा है प्यार।
दीपावली दीपों………..
हर राह रोशन होगी हमारी,
भागेगा जीवन से अंधकार।
लक्ष्मी माता आएगी घर में,
होकर कमल फूल पर सवार।
दीपावली दीपों……… 
सबकी मनोकामना पूरी होगी,
मंगलमय होगा सबका संसार।
जीवन से उदासी भाग जाएगी,
लक्ष्मी मैया करेगी बेड़ा पार।
दीपावली दीपों……….
हर किसी को सुख शांति मिले,
सुखी रहे सभी का घर परिवार।
मैया लक्ष्मी की कृपा बनी रहे,
मिले सबको कोई सुंदर उपहार।
दीपावली दीपों………….
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

दीपावली मनाएंगे कोरोना भगाएंगे : Diwali Par Poem In Hindi | Diwali Ki Kavita

दीपावली मनाएंगे कोरोना भगाएंगे
(कविता/गीत)
दीपावली मनाएंगे, डायन कोरोना को भगाएंगे,
जलती जैसे फुलझडियां, कोरोना को जलाएंगे।
मास्क, सैनिटाइजर नहीं भूलेंगे, त्योहार मनाएंगे,
दो गज दूरी बनाकर, अपनों से प्यार जताएंगे।
दीपावली मनाएंगे…………
साफ सफाई होगी घर आंगन की, नई शैली में,
दूल्हा दुल्हन जैसे, हम हर वस्तु को सजाएंगे।
हर चीज हेतु जगह, हर चीज अपनी जगह पे,
गृहसज्जा के सारे उसूल, दीवाली में अपनाएंगे।
दीपावली मनाएंगे………
मंदिर सा घर, स्वागत होगा माता लक्ष्मी का,
सारे मिलकर भैया, माता लक्ष्मी को रिझाएंगे।
बहुत कहर बरपाया कोरोना ने, सबको सताया,
जलती लुकाठी लेकर, हम कोरोना को डराएंगे।
दीपावली मनाएंगे………
मैया लक्ष्मी जी, रत्नों की वर्षा करेंगी घर घर,
कोरोना को जलाकर, खुलकर खुशियां मनाएंगे।
नाचेंगे, गाएंगे, झूमेंगे, बाजा डायन का बजाएंगे,
अमावस के घर, दीप पुंज के सुमन खिलाएंगे।
दीपावली मनाएंगे……………
धन तेरस के दिन यारों, होगी खूब खरीदारी,
कैसी है परम्परा हमारी, दुनिया को दिखाएंगे।
घर में नए नए पकवान बनेंगे, आएंगे हलवाई,
बड़े बुजुर्ग घर के, पहले मैया का भोग लगाएं।
दीपावली मनाएंगे…………
कवि/कलमकार
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार,
नासिक (महाराष्ट्र)

Happy Diwali Wishes: Send Deepawali Wishes, Quotes to Your Family And Friends

Happy Diwali Wishes: दिवाली पर अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से शेयर करें ये खूबसूरत दीपावली संदेश

गीत : दीपावली मनाएं सुहानी
“आप सभी मित्रों और साथियों को पावन पर्व दीपावली दीपोत्सव के शुभ अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाएं एवं बधाईयां। माता लक्ष्मी महारानी अपनी असीम कृपा बनाए रखे।,,
दीपावली मनाएं सुहानी, हे लक्ष्मी महारानी,
ज्योति लिए अमावस शाम आई मस्तानी।
पता नहीं चल रहा कहां भाग गया अंधेरा,
दूधिया रोशनी में खिल उठी है जिंदगानी।
दीपावली मनाएं सुहानी………….
मस्ती में चूर घूम रही है लोगों की टोली,
धरती पर उतरी लगती सितारों की डोली।
बच्चों के हाथों में चमक रही फुलझडियां,
लक्ष्मी गणेश पूजन की रीति रही पुरानी।
दीपावली मनाएं सुहानी…………..
गली गली रोशन है, रात का है उजाला,
घर घर में तिजोरी का खुला जैसे ताला।
हर कोई तैयार लगता है पूजा अर्चना को,
धन से शुरू और धन पर खत्म कहानी।
दीपावली मनाएं सुहानी………..
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

Happy Diwali Wishes In Hindi | Poem On Diwali In Hindi | Deepavali Par Kavita

रोशनी
(कविता)
रोशनी की कीमत समझ में आती है,
जब कहीं पर छा जाता घना अंधेरा।
सभी लड़ते यहां, सारे काम छोड़कर,
जब तक मिल नहीं जाता है सबेरा।
रोशनी की कीमत……

Diwali Wishes in Hindi 2021

पूरी जिंदगी पड़ती है इसकी जरूरत,
बिन रोशनी कौन देख सकता सूरत?
रोशनी नहीं तो आंखें भी लाचार लगे,
महलनुमा घर लागे, भूतन का डेरा।
रोशनी की कीमत…
हम सभी करते हैं, रोशनी से प्यार,
रोशनी है तो, हर मौसम में है बहार।
आग की खोज से निकली है रोशनी,
दिवाली रोशनी से लक्ष्मी का बसेरा।
रोशनी की कीमत……
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार

दीपावली की सफाई गीत | Diwali Par Saaf Safai Song Lyrics

दीपावाली गीत
(दीपावली की सफाई)
ज्योति दीपावली आनेवाली है,
लोग गीत आनंद के गाते हैं।
साफ सफाई में लोग व्यस्त हैं
प्यार से घर अपने सजाते हैं।
ज्योति दीपावली………..
झूम झूम और घूम घूमकर,
बाजा गंदगी का, बजाते हैं।
स्वच्छता संदेश है पर्व का,
झंडा सफाई का लहराते हैं।
ज्योति दीपावली…………

Diwali Wishes in Hindi 2021

लक्ष्मी मैया का पूजन होगा,
लोग अभी से हर्ष मनाते हैं।
गरीबी भाग जाएगी जीवन से,
खुशहाली के सपने सजाते हैं।
ज्योति दीपावली……………
दीपों से बाज़ार भरा हुआ है,
दीए तम की नींद उड़ाते हैं।
खुशी से उछल रहे हैं बच्चे,
फूल चमन को महकाते हैं।
ज्योति दीपावली……….
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

दिवाली की तैयारी : घर घर में चल रही है दीपावली की तैयारी

दीपावली की तैयारी
(कविता/गीत)
घर घर में चल रही है दीपावली की तैयारी,
स्वच्छता पड़ रही है गंदगी के ऊपर भारी।
लक्ष्मी मैया को खुश करने में व्यस्त लोग,
मुंह छुपाकर भागना है जैसे गंदगी लाचारी।
घर घर में चल रही…………
ठीक से कर रहे लोग कचरों का निपटान,
सफ़ाई से आती हमारे चेहरे पर मुस्कान।
गंदगी जहां गरीबी वहां, सब जानते अब,
साफ सफाई लगती हर किसी को प्यारी।
घर घर में चल रही…………

Diwali Status in Hindi

गंदगी के लिए बचा नहीं है कोई स्थान,
हर जगह से मिटती जा रही है पहचान।
दीपावली का संदेश बहुत ही निराला है,
स्वच्छता से जुड़ी हुई हैं खुशियां सारी।
घर घर में चल रही…………
छा गई रौनक की शहर की गलियों में,
बढ़ गई है महक गांव की कलियों में।
दीपावली पर्व ने मौसम बदल दिया है,
गंदगी जा रही, है स्वच्छता की बारी।
घर घर में चल रही…………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

Happy Diwali Wishes in Hindi | आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

गीत : उल्लास पर्व दीपावली
उल्लास पर्व दीपावली, आई है सुहानी,
आशीष देने आ रही, लक्ष्मी महारानी।
खेल खत्म हो गया है, अब गंदगी का,
स्वच्छता के आगे गंदगी है पानी पानी।
उल्लास पर्व दीपावली…………
गृह सज्जा पर लगा है, सभी का ध्यान,
इसमें छुपा है, लक्ष्मी मैया का सम्मान।
आओ आओ सब देवी लक्ष्मी को मनाओ,
धनवर्षा ऐसे, जैसे सावन भादो में पानी।
उल्लास पर्व दीपावली…………..
साफ सफाई ने बदल दिया मौसम सारा,
हर दिशा दिख रहा स्वच्छता का नजारा।
लगता जैसे स्वर्ग उतरनेवाला है धरा पर,
चारों ओर गूंज रही है प्रकाश की कहानी।
उल्लास पर्व दीपावली………….
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

दीपावली पर गीत Deepawali Song : सरकार आबि गेल, प्रकाश पर्व दीपावली

गीत : आबि गेल दीपावली (मैथिली)
सरकार आबि गेल, प्रकाश पर्व दीपावली,
जगमग जगमग दिया जरतई गली गली।
एखन सभ ठाम चलि रहल छैक तैयारी,
देख कए प्रसन्न होईत छथि बजरंगबली।
सरकार आबि गेल………..
आवश्यक सामग्री से भरल अहि बाजार,
सांस नहि लए सकैए एखन दोकनदार।
स्वच्छता अभियान परवान चढ़ल अहि,
गंदगी केर दुनिया में माचल खलबली।
सरकार आबि गेल…………

दीपावली पर कविताएं

चप्पा चप्पा पर संभव, प्रकाश केर राज,
घर घर मे स्वच्छता केर माथ पर ताज।
लक्ष्मी महारानी केर पूजा अर्चना अनुपम,
सभ केओ केर व्यवहार लगैए मखमली।
सरकार आबि गेल…………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
मिथिलांचल/मिथिला धाम
जयनगर (मधुबनी) बिहार

बाल गीत : दीपावली आई है | दीपावली की शुभकामना सन्देश Class 10

बाल गीत : दीपावली आई है
दीपावली आई है, खुशियां लाई है,
हम बच्चे प्यार से दिए जलाएंगे।
नए नए कपड़े पहनेंगे दीवाली में,
नाचेंगे, झूमेंगे और गीत गाएंगे।
दीपावली आई है……….
मेरी मैया ने घर को खूब सजाया है,
दोस्तों के संग घूमने को बताया है।
अग्नि सुरक्षा को, याद रखना होगा,
यह बात, हम सभी को समझाएंगे।
दीपावली आई है…………..
नहीं होने देंगे पर्यावरण का नुकसान,
याद हमें भी है स्वच्छता अभियान।
सुरक्षित दीवाली होगी हम बच्चों की,
घर घर सुरक्षा संदेश को ले जाएंगे।
दीपावली आई है…………..
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

Diwali 2021 Wishes in Hindi | Deepawali Status Poetry | दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं

दीपावली
आ गया दीपावली का त्यौहार,
लेकर तेल बाती और दीया।
अधर्म पर विजय प्राप्त करके,
लौट रहीं राम लखन और सिया।।
सज रहा आज दीपों से अयोध्या,
हो रहे शोभित गुब्बारों पटाखों से।
तरस रहा था अयोध्या अब तक,
आज दरश होंगे इन सुंदर आँखों से।।
हो रही अयोध्या में साफ सफाई,
आ रहीं जनकनंदिनी दशरथनंदन।
छलक रहीं आज खुशी में अँखियाँ,
आतुर करने को अभिनंदन वंदन।।
आ रहे आज अयोध्यापुत्र और वधु,
लेकर खुशियों का बड़ा सा उपहार।
आज बँटेंगी चहुँ ओर मिठाईयाँ,
पुलकित होकर यह जगत संसार।।
हर्षित है आज यह पूरी अयोध्या,
भाई बहन और समस्त आला आली।
स्वागत हेतु सज रही हैं सखियाँ,
उतारने हेतु लेकर हाथ में थाली।।
नशीली हुईं आज ये मतवाली आँखें,
दरश देंगे आज राम लखन जानकी।
चल पड़ी हैं अँसुवन की लड़ियाँ,
जो आधार हैं अयोध्या के प्राण की।।
जय श्रीराम लखन माँ जानकी,
आज तेरा ही है तुझको सब अर्पण।
क्षमा करना अब भूल चूक हो मेरी,
निज को भी कर रहा तुझे समर्पण।।
आकर बसो प्रभु अब हृदय हमारे,
रखो आनंदित मेरे तन और मन को।
भक्ति में तेरे ही मैं लीन हो जाऊँ,
करो स्वीकार मेरे हार्दिक नमन को।।
माँ लक्ष्मी की ही रूप हैं माँ सीता,
जिनकी धूमधाम से आज हो रही पूजा।
दीपावली है महान दीपों के आवली,
नहीं इसके सम त्यौहार ही कोई दूजा।।
अरुण दिव्यांश 9504503560

द्वार सुन्दर हम सजाएं इस दिवाली : दिवाली की ग़ज़ल | दीपावली शायरी Happy Diwali Shayari

ग़ज़ल
द्वार सुन्दर हम सजाएं इस दिवाली।
दूर सारे तम मिटाएं इस दिवाली।।

तेल सरसों की बढ़ी कीमत बहुत अब,
दीप कितने हम जलाएं इस दिवाली।

आज बाजारों में रौनक है नहीं अब,
कौन से सामान लाएं इस दिवाली।

हो गया मजबूर अब हर आदमी
लोग लक्ष्मी को बुलाएं इस दिवाली।

गंदगी को दूर घर से हम करें अब,
साफ़-सुथरा घर सजाएं इस दिवाली।

आपसी सद्भाव हो, मन साफ रखके,
प्रेम से उत्सव मनाएं इस दिवाली।

भाव हो खुशियों के मन में जोश हो अब,
पर पटाखे मत जलाएं इस दिवाली।

दूर हों तम इस धरा से हों उजाले,
दीप माटी के जलाएं इस दिवाली।
ओम प्रकाश खरे
जौनपुर

दीपावली का त्यौहार है : दिवाली पर कविता Diwali Poem In Hindi

दीपावली का त्यौहार है
कुछ नया होना चाहिए
प्यार प्यार प्यार यार
सिर्फ प्यार होना चाहिए
रामराज्य का सपना
साकार होना चाहिए
सत्य अहिंसा धर्म का
प्रसार होना चाहिए
आतिशबाजी का कुछ तो
बहिष्कार होना चाहिए
मूक पशु पंक्षीयों से भी
प्यार होना चाहिए
पर्यावरण का दोस्तों सदा
ध्यान होना चाहिए
आतिशबाजी का तो
बहिष्कार होना चाहिए
घर घर दीपों की
बहार कतार होनी चाहिए
चाईना की लाइट का
बहिष्कार होना चाहिए

Diwali Poem In Hindi

दीपक का त्यौहार है
दीपोत्सव होना चाहिए
घर घर गणेश लक्ष्मी की
पूजा होनी चाहिए
जुआ खेल लक्ष्मी का
अपमान ना होना चाहिए
भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव
धूम धाम से मनाना चाहिए
अहिंसा का त्यौहार है
प्यार से मनाना चाहिए
दीपावली त्यौहार है
कुछ नया होना चाहिए
प्यार प्यार प्यार " लक्ष्य"
सिर्फ प्यार होना चाहिए
स्वरचित निर्दोष लक्ष्य जैन

आया है त्यौहार दिवाली : दिवाली पर कविता Poem On Diwali In Hindi

आया है त्यौहार दिवाली
खुशियों का त्यौहार
खुशियों का त्यौहार दिवाली
फूल पत्तों का त्यौहार
जिधर भी देखों यारों आज
फूल पत्तों की बहार
द्वारे द्वारे सजे है आज
आम पत्तो के तोरण द्वार
गजब आज तो जगह जगह
केला पत्तो की बहार
फूल पत्तों का त्यौहार दिवाली
खुशियों का त्यौहार
घर आँगन और मंदिर में देखों
क्या फूलों की बहार
फूलों से लक्ष्मी गणेश का
होगा आज श्रृंगार
पान फूल लाडू और बेलपत्र से
पूजा करो सब आज
"लक्ष्य" खुशियों का त्यौहार दिवाली
फूल पत्तों का त्यौहार
प्यार एकता का त्यौहार
स्वरचित... निर्दोष लक्ष्य जैन

दिवाली आई रे दिवाली आई है : शुभ दीपावली कविता Happy Deepawali Poem In Hindi

दिवाली आई रे दिवाली आई है
लेकर खुशियों की सौगात
दिवाली आई रे दिवाली आई है
भारतीय परंपरा का त्यौहार
दिवाली आई रे दिवाली आई है
लेकर खुशियों की बौछार
लाई पतझड़ में बहार
दिवाली आई रे दिवाली आई है
घर आँगन सब सजे हुए है
हर आँगन में रंगोली
खुश हो कर घूम रही है बच्चों की टोली

द्वार, द्वार तोरण द्वार है : द्वार पर कविता

द्वार, द्वार तोरण द्वार है
लाई खुशियाँ अपरंपार है
दिवाली आई रे दिवाली आई है
मंदिर सारे सजे हुए है
आज पूजा गणेश लक्ष्मी की
घर घर में आज दीप जले है
आज बहार है दीपो की
नाचो गाओ खुशी मनाओ
सब कॊ तुम आज गले लगाओ
दीप प्रेम के घर घर जलाओ
दिवाली आई रे दिवाली आई है
सत्य अहिंसा का पर्व दिवाली
दिन है महावीर निर्वाण महोत्सव का
आज के दिन ही राजतिलक
अयोध्या में राजा राम का
दिवाली आई रे "लक्ष्य" दिवाली आई है
स्वरचित निर्दोष लक्ष्य जैन

दिवाली पर कविता : चलो प्यार के दीप जलाते है हम

चलो प्यार के दीप जलाते है हम
दीप से दीप जलाते है आज
ये ख़ुशियों भरी दिन और रात है
चलो मंदिर में सर झुकाते है हम
माता पिता के चरणों कॊ चुम आते है
चलो बुजुर्गों का आशीष लेते है हम
चलो प्यार के दीप जलाते है आज
घर आँगन कॊ खूब सजाते है आज
मन का कलुष आज मिटाते है हम
माना बढ़ी दूरियाँ कोरोना काल में
चलो दिल से ये दूरी घटाते है हम
दूर से देख ही मुस्कराते है
चलो प्यार हाथ हिलाते है हम

Diwali Kavita In Hindi

पड़ोस में हर घर हो रोशन दीप से
इस बात पर भी नजर रखते है हम
चलो दीप से दीप जलाते है आज
फिर से रामराज्य हो मेरे देश में
यही भावना आज भाते है हम
है सत्य अहिंसा का पर्व दिवाली
भगवान महावीर महोत्सव मनाते है हम
आतिश बाजी से तौबा करो दोस्तों
मूक पशु पंक्षी पर दया धरो दोस्तों
नहीँ खेलना जुआ है आज के दिन
माता लक्ष्मी का सम्मान करते है हम
" लक्ष्य"प्यार के दीप जलाते है हम
चलो दीप से दीप जलाते है आज
स्वरचित ...........निर्दोष लक्ष्य जैन

आया पर्व राज दिवाली हिंदुस्तान देख लो : दिवाली पर कविता

दीपावली
माँ भारती के आँगन
की बहार देख लो
ख़ुशियों भरी दोस्तों
ये शाम देख लो
आया पर्व राज दिवाली
हिंदुस्तान देख लो
घर आँगन सब चमक रहें
घर घर बंधनवार लगे है
लाइट भी तो खूब लगी है
दिया बाती भी तो सजी है
हर चेहरे पर यारों आज
खुशी देख लो
सबके तन पर नए नए
लिबास देख लो
बच्चे बच्चे के चेहरे की
मुस्कान देख लो
आज ना कोई हिंदू
मुसलमान देख लो

Short Poem On Diwali In Hindi

आया है पर्व राज दिवाली
हिंदुस्तान देख लो
घर घर पूआ पकवान
की वो महक देख लो
आतिश बाजी से जग मग
आसमान देख लो
घर घर गणेश लक्ष्मी
की तो पूजा आज है
अयोध्याजी में राजा राम
का राजतिलक आज है
भगवान महावीर का
निर्वाण महोत्सव आज है
जग मग दिप जले
दीपावली देख लो
आया है पर्व राज दीपावली
हिंदुस्तान देख लो
"लक्ष्य" आज माता काली
की पूजा देख लो
माँ भारती के आँगन की
बहार देख लो
स्वरचित .......निर्दोष लक्ष्य जैन

Shubh Deepawali in Hindi Font | Unique Diwali Quotes in Hindi

यही दीवाली है
घर आंगन में दीप जलाओ, यही दिवाली है
खुश रहो ओर खुशियाँ बाटो, यही दीवाली है
दबे कुचलों को गले लगाओ, यही दीवाली है
भूखे की भूख मिटाओ तुम यही दीवाली है
गिरते हुए को संभालो तुम यही दीवाली है
पर्यावरण से प्यार करो सब यही दीवाली है
मूक पशु से प्यार करो तुम यही दीवाली है
गौ माता की सेवा करो तुम यही दीवाली है
बुजुर्गो का सम्मान करो तुम यही दीवाली है
बच्चों से प्यार करो तुम, यही दीवाली है
सत्य अहिंसामय बन जाओ यही दीवाली है
रागद्वेष का त्याग करो तुम यही दीवाली है

Happy Diwali Wishes in Hindi | Diwali Wishes in Hindi for Friends

लक्ष्मी का सद उपयोग करो यही दीवाली है
देश से अपने प्यार करो तुम यही दिवाली है
जात -पात भेदभाव मिटा दो यही दीवाली है
एकता का परचम लहरा दो, यही दीवाली है
दुश्मन को भी गले लगा लो यही दीवाली है
मन का सब कलुष मिटा दो यही दीवाली है
प्यार से घर आंगन महका दो यही दीवाली है
दीपों से अवनि अंबर जगमगा दो यही दिवाली है
खुशियों से हर दिल महका दो यही दीवाली है
खुश रहो ओर खुशियाँ बाटो यही दीवाली है
भारत को दीपों से सज्जा दो यही दिवाली है
हर दिल में "लक्ष्य" प्यार जगा दो यही दीवाली है
हर घर मंदिर आज सज्जा दो, यही दीवाली है
निर्दोष लक्ष्य जैन
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मिट्टी वाले दीये जलाना अबकी बार दीवाली में : दिवाली पर कविता

राष्ट्रहित का गला घोंटकर,
छेद न करना थाली में...
मिट्टी वाले दीये जलाना,
अबकी बार दीवाली में...
देश के धन को देश में रखना,
नहीं बहाना नाली में..
मिट्टी वाले दीये जलाना,
अबकी बार दीवाली में...
बने जो अपनी मिट्टी से, 
वो दिये बिकें बाज़ारों में...
छुपी है वैज्ञानिकता अपने,
सभी तीज़-त्यौहारों में...
चायनिज़ झालर से आकर्षित,
कीट-पतंगे आते हैं...
जबकि दीये में जलकर,
बरसाती कीड़े मर जाते हैं...
कार्तिक दीप-दान से बदले,
पितृ-दोष खुशहाली में...
मिट्टी वाले दीये जलाना...
अबकी बार दीवाली में...
मिट्टी वाले दीये जलाना...
अब की बार दिवाली मे ... 

Diwali Par Kavita In Hindi

कार्तिक की अमावस वाली, 
रात न अबकी काली हो...
दीये बनाने वालों की भी,
खुशियों भरी दीवाली हो...
अपने देश का पैसा जाये,
अपने भाई की झोली में...
गया जो दुश्मन देश में पैसा,
लगेगा रायफ़ल गोली में...
देश की सीमा रहे सुरक्षित,
चूक न हो रखवाली में...
मिट्टी वाले दीये जलाना...
अबकी बार दीवाली में...
मिट्टी वाले दीये जलाना..
अबकी बार दीवाली में...

आओ मिलकर दीप जलायें : दीपावली की शुभकामनाएं कविता में

Happy Diwali शुभ दीपावली !
आओ मिलकर दीप जलायें
फिर आयी एक बार दिवाली
अरमानों के फूल खिलायें
आओ मिलकर दीप जलायें।।

जीवन ऐसे ही चलता है,
सुख दुख आता ही रहता है।
कोई नहीं बचा है इससे,
मन को यह विश्वास दिलायें
आओ मिलकर दीप जलायें।।

छोडो कल की बीती बातें,
उँची नीची तीखी बातें।
गई रात अब हुआ उजाला,
अपने घर में लायें,
आओ मिलकर दीप जलायें।।

घोर निराशा की बदरी मे,
आशा की खिडकी को खोलो।
मुस्कायेगा निश्चित सूरज,
सबको चलो बतायें।
आओ मिलकर दीप जलायें।।

Diwali Par Kavita

विजय विजय बस विजय लच्छ हो,
नहीं कहीँ पर द्वँद शेश हो।
दुविधाओं को मारके ठोकर,
लक्ष पर बढऩे जाये।
आओ मिलकर दीप जलायें।।

राग द्वेष अब बहुत हो चुका,
जहर घिनौना अहित कर चुका।
अहँकार की चिंता जलाकर,
गले... मिलेँ, मुस्कायेँ।
आओ मिलकर दीप जलायें।।
ओमप्रकाश

दिवाली पर कविता, शुभ दीपावली फोटो Happy Diwali Image

दिवाली पर कविता, शुभ दीपावली फोटो Happy Diwali Image

दीपावली पर दोहे | दीपक पर दोहा | दीपोत्सव दोहावली Diwali 2021

दीपोत्सव दोहावली
(13- 11 अर्धसममात्रिक छंद)
रंगोली के रंग से, सजते हैं घर द्वार।
लक्ष्मी जी का हम करें, मिल स्वागत सत्कार।।

दीवाली जगमग हुई,सतरंगी परिधान।
सबका मुँह मीठा करें, हैं विभिन्न मिष्ठान।।

अंधकार सब मिट गया,कहाँ अमावस रात।
घर घर बांटी जा रही, थाली भर सौगात।।

खूब सजाई अल्पना, बाँधे बंदनवार।
चमक दमक अद्भुत हुई,अद्भुत है श्रृंगार।।
धन वैभव सुख बाँटने,आई माता द्वार।
अभिनन्दन वन्दन करें, उनका बारम्बार।।

तू अमृत बरसा रही,माया अपरम्पार।
तेजपुंज दिखला हमें, हो जाएँ भव पार।।
डा.सत्येन्द्र शर्मा
पालमपुर, हिमाचल

दीपावली के शुभ अवसर पर एक दिया इनके नाम का दिवाली पर विशेष संदेश

एक दिया इनके नाम का
दीपावली के शुभ अवसर पर..
खुशियां भरपूर.. खूब मनाना,
दीप माला प्रज्वलित कर के..
" जय श्री राम " का जय घोष लगाना।
पर,खुशियोंकी इस,प्रमोद लहर में,
उन " रणवीरों " को याद कर लेना,
" प्रकाशित रहे हिंद हमारा " कहकर,
छलनी कर लिया,अपना सीना।
अपने प्राणों की आहुति देकर..
" शहादत " को अपना..फर्ज था माना,
उनके " बलिदानों " को नमन करके..
एक दिया " शहीदों " के नाम जलाना!

बड़ी विकट थी विपदा आई..
डरे सहमे थे..सब लोग यहां,
" कोरोना " के प्रकोप का तांडव..
निगल रहा था.. सारा जहां।
ऐसे में .. देव दूत बन कर..
दुखियों को सीने से लगाया,
छोड़के मोह अपने प्राणों का..
लोगों के प्राणों को बचाया।
उन " चिकित्सा कर्मियों " को तुम..
सर आंखों पर .. सजा लेना,
उनकी " सेवा " को नमन कर लेना..
एक दिया " चिकित्सकों " के नाम जलाना!

बंद पड़ा था,धरती का पहिया..
काम - काज थे .. ठप पड़े।
भूख से तड़प रहे थे इंसा..
खाने के थे .. लाले पड़े।
इस बेगैरत दुनिया में,कुछ..
रहमत के हाथ थे,आगे बढ़े,
दान कर दी अपनी दौलत..
भूखों के थे .. पेट भरे।
उनक्ष " परोपकारी " लोगों के तुम..
हाथ .. होठों से चूम लेना,
उनकी " इंसानियत " को नमन करके,
एक दिया " सेवादारों " के नाम जलाना!

पावन पर्व है .. दीपावली..
कलह-क्लेश कभी ना लाना,
मात-पिता और शिक्षा गुरु को..
अपने दिल से कभी ना भुलाना।
ईश आराधना..सच्चे मन से..
अवगुणों का पथ..त्याग देना,
सेवा-समर्पण में, जीवन करके..
सुख-समृद्धि का वरदान, पा लेना।
प्रकाशित करके ज्ञान का दीपक..
अज्ञान का तिमिर.. हर लेना,
मिट्टी के प्रदीपों के संग-संग..
दीपक " मानवता " के भी जलाना.!!
हरजीत सिंह मेहरा
लुधियाना पंजाब
8528996698
Harjeet Singh Mehra Ludhiana Punjab
Harjeet Singh Mehra Ludhiana Punjab

दिवाली शायरी Diwali Shayari | Diwali Wishes in Hindi 2021

मिट्टी के दीए जलाते हैं
उस घूमते कुम्हार के चाक पे..
दो नन्हे हाथ.. चल रहे हैं,
मिट्टी से दिए..बना रहा वो..
मन में..सपनों के दिए जल रहे हैं!
उन दिपों को बाजार में बेच..
कुछ पैसे वह .. कमएगा,
कुछ पैसों से अस्त बाजी..
और, कुछ से दीप जलाएगा।

वह देखो एक जवान बेटा..
मिट्टी के दीपक बेच रहा है,
घूम घूम के गली गली में..
आवाज लगाए सोच रहा है!
आज सारे दिए बिक जाएं तो..
कुछ मिठाईयां घरले जाऊंगा,
एक साड़ी मां के लिए,और..
धोती पापा को दिलवाऊंगा।

हाट के एक नुक्कड़ पे बैठी..
बूढ़ी अम्मा .. सोच रही है,
तकते-तकते पत्थरा गई आंखें..
कोई ग्राहक .. लोच रही है!
बड़े दिनों से खाया नहीं है..
आज अच्छे पकवान बनाऊंगी,
अपने.. जिगर के टुकड़ों को..
खुद .. हाथों से खिलाऊंगी।

पत्थर के चबूतरे पर बैठा..
गरीब कुम्हार सोच रहा है,
अपनी बे रंग आंखों में..
रंगीन सपने .. बोच रहा है!
दीपक बेच.. इन पैसों से..
लाला की उधारी चुकाएगा,
अगर बचा कुछ हिस्सा इससे..
तो ही .. दीवाली मनाएगा।

चलो उनके सपनों में हम सब..
उम्मीदों का दीपक जलाते हैं,
इस बार की दिवाली हम सब..
इन के.. दीपों से मनाते हैं!
त्याग करके बिजली की झालरें..
मिट्टी के .. दीप जलाएंगे,
खरीद के दीपक इन सबके..
खुशियों की मुस्कान दिलाएंगे!!
हरजीत सिंह मेहरा.
लुधियाना,पंजाब।
85289-96698

Diwali Image - Deepawali Photo - Happy Diwali Images

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Happy Diwali Wishes in Hindi | दीपावली पर कविताएं

अगले सप्ताह ही दीवाली है
पर अधिकांश जनो का निकला है दिवाला।
भले ही इसका कारण तनिक कोरोना भी रहा हो, जिससे पड़ा है लोगो का पाला।।
जिससे पड़ा है लोगो का पाला, जिससे चिंता बढ गयी है बोनस का।
जिसका कुछ फर्क नही पड़ेगा प्रियंका चोपडा को, जिसका साथ मिला है निक जोनस का।
खूँटातोड़, नेताओ अभिनेताओ के लिए तो धर्म त्योहार कोई अधिक मायने नही रखता होगा शायद, जिनकी हर रोज रहती है दीवाली।

Diwali Rhymes In Hindi

ऐसे धर्म त्योहार व परंपराओं का निर्वहन तो अधिकतर वैसे ही लोग है करते, जिनकी ऐसे मौके पर जेबें रहती है खाली।।
आलम तो बन गया है ऐसा अब मंदी महंगाई से, घर की संपतियों की कर देनी पड़ती है नीलामी।
हे लक्षमी माता ऐसी सुबुद्धि देकर मतिभ्रष्टो को सही मार्ग दिखाओ, जो दूर हो जाए हर एक एक खामी।।
कवि:आर बी सिंह खूँटातोड़
कल्याण /मुंबई
दीपावली पर कविताएं

Happy Diwali 2021 Images

Happy Diwali 2021 Images
Happy Deepawali ! आप सबको दीपावली पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं! शुभ दिवाली!

दीपावली के चरागों का तेल मंहगा है : दिवाली पर ग़ज़ल शायरी Diwali Shayari

ग़ज़ल
दीपावली के चरागों का तेल मंहगा है ।
जरूर दीया तेल या बेटी का लहंगा है।।

क्या हुआ जो महंगाई आसमान छु रही।
अब राजकारणी क्यों हो गया भैंगा है ।।

बरसों से मना रहें दीपावली भारत में।
इस बार ही क्यों नसीब में ये ठेंगा है ।।

Diwali Ki Poem

किसानों की दीपावली होली में बदली।
नापिकी पैरों से अपनी फसल रेंगा है ।।

खुशियाँ बाटों ऐसा त्यौहार दीपावली।
कोविड में सभी बिखर गये कौन सैगा है।।

एकता देश में दीपावली सभी बनाते।
भेद भाव का तूफान जरूर हटेगा है ।।

'शहज़ाद ' दीपावली के फटाके आवाज।
पर्यावरण कहा तक वो आखिर सहेगा है।।
मजीदबेग मुगल 'शहज़ाद '
हिगनघाट जि वर्धा महाराष्ट्र
8329309229

दीपो की दीवाली आयी प्यार लिए : दीपावली पर शुभकामना संदेश हिंदी कविता के माध्यम से

दीप माला
दीपो की दीवाली आयी प्यार लिए।
साथ में उज्वल भविष्य नया संसार लिए।।
गाओ गीत खुशी के लो खुशहाली है।
अब कहाँ नजर आयें रात वो काली है।।
भूखा नंगा नदारत हुआ वतन से अपनें।
सभी के हाथ में पकवानों की थाली है।।
हर हाथ को काम मिला कौन बेकार।
सब का अच्छा खयाल रखें ये सरकार।।
रस्ते वतन के गाव से दिल्ली तक।
साफ सुथरी देख लो गल्ली तक।।
कोई अबला नहीं लूटती सब को न्याय है।
बडी खुशहाल पलती देखों अब गाय है।।
बेटियाँ कहाँ तरसती हाथों को मेहंदी के लिए।
बहुत तेल मिलता है अब पंडित के शेन्डी के लिए।।
वो दलित पीडित शोषित नजर नहीं आते है।
लगता कही अमन शांति के गीत गाते है।।
बस्तियाँ राख नहीं होती आज कही।
नजर नहीं आती प्रेतो की राख कही।।
सभी तरफ खुशहाली की माला है।
कोई नहीं यहाँ जिसका मन काला है।।
सदियों दीपो की माला जलती रहेंगीं।
देश के दुश्मनों को सदा खलती रहेंगी।।
कवि÷मजीदबेग मुगल 'शहज़ाद '
हिगनघाट जि वर्धा महाराष्ट्र
8329309229
Diwali Wishes Images
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Happy Diwali Wishes Shubh Deepawali In Hindi
आप सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं, दीपावली की रात मुबारक हो!

Happy Diwali Wishes in Hindi 2021 | Happy Diwali Wishes in Hindi 2021 With images to download

कविता- उजाला घर मे हो
मन मे जले दीप उजाला हर घर मे हो
अंधेरा न कही जगमग हर शहर मे हो

चमके ललाट राष्ट्र रहे चमक तिरंगे की
सीमा बम धमाका कोई थोड़ा उधर मे हो

बच्चो के हाथ फुलझड़िया तन नए कपड़े
ऊंचे मकानो दिये रौनक थोड़ी इधर मे हो

जले दिये घर सबके मकान टूटा ही सही
खुशियो की चमक अब सबके नजर मे हो

कच्चा या पक्का घर रंगोली सजेगी सबके
मने दिवाली हिन्द लक्ष्मी हर बसर मे हो

आओ मिल जलाए दिये दिल भी मिलाये
सुख संपत्ति संपदा शांति हर गुजर मे हो

मिले रिद्धी सिद्धि नित्य लक्ष्मी वास रहे
दुख दुर्भिक्ष दूर असर भारती हर बहर मे हो
श्याम कुँवर भारती (राजभर)
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
बोकारो झारखंड मोब -9955509286
Diwali Photo
Shubh Deepawali

Diwali Wishes in Hindi 2021 | दीपावली की शुभकामना सन्देश

फिर एक दीया जलाएँ
आएँ एक दीया
फिर से जलाएँ
अंतस में सोये तम को
नेह बाती से
पुनः जगाएँ
समझे नहीं किसी को दूजा
प्रेम -स्नेह का
दीया जलाएँ,
सब हिल -मिल कर
रहें एक साथ
सुख - शांति का
एक आशियाँ बनाएँ।
आए फिर इक
दीया जलाएँ।

प्रेम - पाश का
बंधन न टूटे,
दिल से दिल का
नाता न छूटे
मरघट को फिर से
हम चमन बनाएँ
आएँ बुझी हुई
बाती सुलगाएँ।
फिर से हम एक
दीया जलाएँ।

जीवन सबका
रस सिक्त हो!
हृदय कभी किसी का
न तिक्त हो!
बुझते दीपक में
घी डालकर
फिर से हम नेह -स्नेह की
ज्योति फैलाएँ।
आएँ फिर हम
एक दीया जलाएँ।
विनयावनत -
उदय नारायण सिंह
मुजफ्फरपुर, बिहार
6200154322
Diwali Image | Deepawali Photo

दीपावली के त्यौहार पर मित्रों को शुभकामना संदेश | दीपावली पर संदेश लेखन

दिवाली के अवसर पर
उनके जीवन में कहां
(मुक्तछंद काव्य रचना)
आया दिवाली का त्यौहार सबसे प्यारा,
आकाशदीप का उजाला हुआं घरों घरों पर।
मिट्टी के दीयें जगमगा उठे हर आंगन में,
उसी आंगन को ही देखें ये हमारी नज़र।

जी चाहता है हम भी मनाएं दिवाली,
लेकिन अश्क नयनों से बहते हैं यहां हरदम।
छूटा है वो गांव हमारा कब का और,
गांव में सुखा पड़ा है चुल्हा हमारा नाकाम।

रोटी के तलाश में हम निकल गये दूर देस,
तो फिर क्या दिवाली और क्या दशहरा हम मनाएं।
मंहगाई के इस दौर में आज भी हम,
कभी-कभी तड़पते हैं यहां उसी रोटी के लिए।

आसमां का छत है सर पर हमारे और,
भूमि के गोद में आज भी सोते हैं हम यहां।
निगाहें देखती है सभी,ये हाल हमारा,
फिर भी कोई बनता नहीं हमारे लिए मसीहा।

दीये जब जलते हैं यहां औरों के आंगन में,
वही देखकर हम भी खुशियां मनाते हैं।
जब जलता है चूल्हा हमारा यहां पर,
वही हर दिन हमारे लिए क्या दिवाली से कम है।

जिस आंगन में फैला है अंधेरा युगों से,
उनके जीवन में कहां दीये दिवाली के जलते हैं।
जहां बहते हैं अश्क वो बारिश की तरह,
वो तो ख्वाब यहां पर सिर्फ रोटी के ही देखते हैं।

जी चाहता है हम भी मनाएं दिवाली,
लेकिन अश्क नयनों से यहां हरदम बहते हैं।
रोटी के सिवा जल गये है सभी अरमान हमारे,
ऐसे सुजलाम- सुफलाम देश के हम भी भारतवासी हैं।
प्रा.गायकवाड विलास.
मिलिंद महाविद्यालय लातूर.
vilasdgaik668@gmail.com
9730661640
महाराष्ट्र

एक दीप जलायें : दिपावली पर कविता Short Poem On Diwali In Hindi Language

कविता
एक दीप जलायें
----------------------
अपने मन के तम को दूर भगायें,
प्रेम-सद्भाव का एक दीपक जलायें,
हर घर में करें माँ लक्ष्मी की पूजा,
पर हर दिल में माँ सरस्वती को बैठायें।

नहीं जले घर-परिवार में किसी का दिल,
हर घर में प्यार की एक शमां जलायें,
नहीं जले किसी घर की लक्ष्मी कोई,
अपने घर की लक्ष्मी को खूब सजायें।

सदा करें हर घर में बेटियों की इज्जत,
दें अच्छे संस्कार उसे खूब पढायें,
गाँव घर में जन्मे जब कोई बेटी,
बजायें घर में थाली,एक दीप जलायें।

घर की बेटियों को दें अच्छे संस्कार,
दें उसे सद्विचार,अच्छे व्यवहार सिखायें,
गाँव-समाज की बेटियों का करें सम्मान,
दें उसे उचित मान,सदैव आगे बढ़ायें।

जब भी आये दिवाली का दिन,
माँ लक्ष्मी की भक्ति में रम जायें,
घर को सजायें फूल माला से,
अपने घर को दीपक से जगमगायें।
अरविन्द अकेला

दिवाली पर कविता | Poem On Diwali In Hindi

"" खुद हीं दीपक बनो!!!""
अंधेरे में जब कुछ दिखाई न दे,
वेदना से परे कुछ सुनाई न दे।
उन पलों में भी साथी न घबराओ तुम,
खुद हीं दीपक बनो राह दिखलाओ तुम ।

वक़्त माना कठिन पर गुजर जायेगा,
फिर वो सूरज नया बस नज़र आयेगा ।
धैर्य से काम लो अब न अकुलाओ तुम,
खुद हीं दीपक बनो राह दिखलाओ तुम ।

जिंदगी इस कदर आजमाती रही,
जाल पग-पग में मानो बिछाती रही ।
जीत होगी हमारी अब मुस्काओ तुम,
खुद हीं दीपक बनो राह दिखलाओ तुम ।

सारी दुनियां की नजरें अब तुझपर टिकी,
गम ये टल जायेगा ये दिला दो यकीं।
होके मायूस ऐसे न अलसाओ तुम,
खुद हीं दीपक बनो राह दिखलाओ तुम ।

रात के बाद दिन है ये जग का नियम,
कर ले चाहे जमाना ये हमपर सितम।
दिल को साथी जरा ऐसे समझाओ तुम,
खुद हीं दीपक बनो राह दिखलाओ तुम ।
---प्रीतम कुमार झा
महुआ, वैशाली, बिहार

दिवाली पर कविता : दिवाली का नया रूप सजायें

दिवाली का नया रूप सजायें।
एक दूसरों से रोष मिटाये।
आपसी मतभेदों को भुलाकर
विचारों में समरसता लायें।

न करे छलनी किसी दिलों को चोटों से।
खुद को दूर रखे सारे निजी खोटों से।
चलों हर दिलों को नवाजे हमसब
केवल सच्चाई के वोटों से।

आओ दीप जलाकर अंधियारे को दूर करें।
भाग खड़े हो मतभेद हमसब इतने मजबूर करें।
प्यार भरें रिश्तों से जुड़े रहे सब लोग यहाँ
आओ सब मिलकर ये कोशिश जरूर करें।

चलों खुशियाँ मनाले कोरोना के इस काल में।
मुहब्बत कि हवा फैला दे बदहाली भूचाल में।
पर जरा ध्यान रहे दो फीट की दूरी
हम सभी यह हर हाल में।
पूनम यादव
वैशाली बिहार

पहले मन की करो सफाई : दिवाली पर कविता Happy Diwali Wishes Poetry

पहले मन की करो सफाई, फिर कहना दिवाली आई
प्रेम का सागर भर लो मन में, फिर खाना खूब मिठाई

दया भाव तुम रखो मन में, दूजों की न करो बुराई
नेक पथ पर चलते जाओ, जग में होय नहीं हँसाई

कमियाँ ढूँढा करते सबमें, अपनी ही करते बड़ाई
बुरा काम नित तुम करते, फिर भी करते हो लड़ाई

अहंकार में डूबा करते, दौलत हड़पी है पराई
साँसों का है क्या भरोसा, कैसे होती है जुदाई

क्रोध में तुम जलते रहते, होती नहीं कोई सुनाई
हिंसा में नित डूबा करते, होती रहती है पिटाई

दान कभी न किया तुमने, कौड़ी को भी तुमने छुपाई
निर्धन के तुम रक्त पिपासु, उसने अपने जान गँवाई

रोशनी करते हो घर में, और करते हो पुताई
आरती करते प्रभु की, लोभ की फिर जुताई
असत्य की तुम जय करते हो, सत्य की करते दिखाई
पाप कर्म को छोड़ न सके तुम, कहते हो दिवाली आई
श्याम मठपाल, उदयपुर

गरीब की दिवाली | Garib Ki Diwali : निर्धन की दिवाली कैसी, भूके पेट ही पलते हैं

मन में फुलझड़ियाँ जलती, दीप सपन में जलते हैं
निर्धन की दिवाली कैसी, भूके पेट ही पलते हैं

नगर सजा है दुल्हन जैसा, निर्धन करता है विचार
आटा घर में आज नहीं है, कैसे पालूँ मैं परिवार
श्रम से भागे कभी नहीं हम, हमको ही सब छलते हैं
मन में फुलझड़ियाँ जलती, दीप सपन में जलते हैं

खाली रहती जेब हमारी, खर्चे कितने दिन और रात
बापू खाँसा करता दिन भर, कैद हुई होंठों में बात
खाली चूल्हा खाली बर्तन, बच्चे बहुत तरसते हैं
मन में फुलझड़ियाँ जलती, दीप सपन में जलते हैं

फटे-पुराने कपड़े अपने, तन ढकने को हैं लाचार
पेट भर खाना मिल जाय, अपना हो जाय त्यौहार
जंगल से नित लकड़ी आती, आँसू नित ही ढलते हैं
मन में फुलझड़ियाँ जलती, दीप सपन में जलते हैं

रुई दीये वो बेच रहा है, बेच रहा है फूलों के हार
इतना ही मिल जाए हमको, रोटी मिल जाय बस चार
नमक मिर्च ही साग हमारा, सब कुछ हम तो सहते हैं
मन में फुलझड़ियाँ जलती, दीप सपन में जलते हैं

ढूँढ रहा गुड्डू सड़क पर, कोई पटाखा मिल जाय
मैं भी फोड़ूँ बहुत जोर से, धरती सारी हिल जाय
मानव सारे है बराबर, झूठ सब ये कहते हैं
मन में फुलझड़ियाँ जलती, दीप सपन में जलते हैं
श्याम मठपाल, उदयपुर

शहीद जवानो के नाम दिवाली पर कविता Poem On Diwali In Hindi For Army

हिन्दी कविता – दिवाली दिये जलाएंगे
देश की खुशहाली दिवाली दिये जलाएंगे।
शहीद जवानो के नाम हिन्द दिये जलाएंगे।

सीमा सीना तान जो लेते लोहा दुशमनो से।
वीर जवानो के नाम दिवाली दिये जलाएँगे।

देश के अंदर शांति रहे रक्षा करते सबकी।
कर्मवीरों पुलिस जवानों के नाम दिये जलाएंगे।

भारत भूख मिटाने देश को रोटी खिलानेवाले।
कमर्ठ किसानो के नाम दिवाली दिये जलाएंगे।

पूज्यनिया वंदनीया नारी शक्ति देश की गरिमा।
मातृ शक्ति के नाम दिवाली दिया जलाएंगे।

भारत भाग्य बढ़े विज्ञान उन्नति करे देश बढ़े।
होनहार वैज्ञानिको के नाम हम दिये जलाएंगे।

शिक्षा अलख जगाते भारत भावी कर्णधार रचते।
शिक्षक गुरुजनों के नाम दिवाली दिये जलाएंगे।

जीवन दाता दुखहर्त्ता स्वस्थ प्रहरियों को नमन।
दूजे भगवान चिकित्सको के नाम दिये जलाएंगे।

बनके दर्पण चित्रण हाले बया जमाने करते हैं।
साहियकारों पत्रकारो के नाम हम दिये जलाएंगे।

सम्मान सहित बने शक्तिमान हमारा हिंदुस्तान।
हुक्मरान वजीरेआलम के नाम दिये जलाएंगे।

बढ़े घर सुख शांति अन्नधन सम्मान मिले वरदान
माँ लक्षमी श्री गणेश के नाम दिवाली दिये जलाएंगे।
श्याम कुँवर भारती [राजभर]
कवि, लेखक, गीतकार, समाजसेवी, मोब /वाहत्सप्प्स -9955509286

दिवाली पर दोहे | दीपावली पर दोहे

आज दिवाली घर सजे, करें उजाले द्वार।
खूब मिठाई सब चखें, दिखे अनोखा प्यार।।

आज दिवाली है मिलें, सगे संबंध लोग।
ढ़ोल नगाड़े भी बजे, रंग विरंगे भोग।।

आज दिवाली को सभी, करे प्रतीक्षा राम।
दीप अयोध्या में जले, लगे उजाला धाम।।

आज दिवाली सब कहे, एक पुराना पर्व।
हिन्द मनाते हैं इसे, करे हमेशा गर्व।।

आज दिवाली को सकल, विजय पताका राम।
मरे रावणी मन सभी, बने सजीले धाम।।
 रणविजय यादव, जिला-अररिया, बिहार

दीपावली-शुभकामना मुक्तक Happy Diwali Wishes In Hindi

दिवाली में जगे किस्मत, खुशी भरपूर हो जाए।
घरों में रोशनी फैले, अंधेरा दूर हो जाए।।
करें लक्ष्मी कृपा वर्षा, गजानन भी सहायक हों।
दिलों की आरजू रब से, तुरत मंजूर हो जाए।।
बिनोद कुमार "हँसौड़ा" दरभंगा(बिहार)

स्वीकार करें दीपावली की शुभकामना Happy Deepawali Wish To You

स्वीकार करें दीपावली की शुभकामना,
स्वीकार करें हम सबकी बधाई,
माता लक्ष्मी पधारें तेरे घर- द्वारे,
लेकर सुख, संपत्ति, मेवा, मिठाई।
अरविन्द अकेला

दीया बाती : दिवाली पर मैथिली गीत

जरेबै हम अहि बेर दीप
हृदय पटल पर
अछि जे कतेक बरख स
अन्हार में
सुझैत नहि छै
बूढक आंखिक पानि
बांधि लोभक मोटरी
बिलाल अछि
करबै उजास
एक -एक क जरेबे
सभ कोना के दीप
बढेबै आंखि में
बूढ माय-बाबू जी के आस
करबै दीपक रौशनी में
सभ बुराईयक फतिंगाक नाश
लेबै मधुर मुस्कान
दीया-बाती हम
अनुपम ठोर कमल पर।
रीतु प्रज्ञा, दरभंगा, बिहार
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