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धनतेरस पर शायरी | धनतेरस पर कविता | धनतेरस सुविचार

धनतेरस आज सोने का कंगन लाना

धनतेरस आज सोने का कंगन लाना


पंच महापर्व-१🌀🌀🌀🌀🌀

🪔🪔"धनतेरस आज सोने का कंगन लाना"🪔🪔

समुंद्र मंथन में विष्णुअवतार धन्वन्तरि स्वरूप अवतरण।
आयुर्वेद प्रवर्तक धनवंतरि धनत्रयोदशी, देवों का पूजन।।

बटुआ भर कर, स्वामी निकल रहे घर से आनन फानन।
चाह स्वामिनी की, पहने आज -नूतन सोने का कंगन।।

शिव भक्तों को चतुर्थदसी व्रत कर नर्क से मुक्ति मिलती थी।
जनकपुर में धूमधाम से नरकमुक्ति हेतु चतुर्दशी मनती थी।।

दीपावली राम भक्त अयोध्या, जैन मतावलंबी पावापुरी में मनाएं।
अमावस्या रात्रि को, महालक्ष्मी सागर से प्रकट हो धन बरसाएं।।

कनिष्ठा पर गोबर्धन, इंद्रकोप से गोप - गोपियों की रक्षा की।
सात दिनों की अतिवृष्टि, उठाए गिरिराज, पूजा-अर्चना की।।

अन्नकूट में २१ से १०८ बहु व्यंजन, मिष्टीभोग कृष्णकाल प्रथा थी।
दो दिन पश्चात भाई दूज, भाई बहन का प्रेम प्रतीक बन उभरी थी।।

कार्तिक शुक्लपक्ष द्वितिया, यम बहन यमुना के आग्रह पर आए।
स्वागत् टीका-स्वादिष्ट भोजन ग्रहण कर प्रसन्न, उपहार थमाए।।

पौराणिक पर भारत की धनतेरस शुभकारी त्योहार महत् है।
उष्णता वृष्टि झेल घर का रंग रोगन करवाएं, निखरे यौवन है।।

चहुंओर भीड़, संक्रमण से सुरक्षाभाव शून्य, धोर चिंता है।
मास्करहित सट कर चलते, धनतेरस से जलाते दीया है।।

डॉ. कवि कुमार निर्मल

धनतेरस पर कविता 2023 | Dhanteras Poem in Hindi | Dhanteras Kavita

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।
दीपावली गीत : धन तेरस की धूम
“आप सभी मित्रों एवं साथियों को पावन धन तेरस(प्रकाश पर्व दीपावली) के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां।”
क्या गांव क्या शहर, लोग रहे हैं झूम,
चारों तरफ मची है धन तेरस की धूम।
खरीददारों से पटा हुआ है सारा बाजार,
सूर्योदय के पहले से, लोग रहे हैं घूम।
क्या गांव क्या शहर…………..
दाम भी नहीं पूछ रहा, कोई खरीददार,
पैसे गिन गिनकर तंग सारे दुकानदार।
गजब के दृश्य हैं बर्तन की दुकानों में,
अपने अपने सामान लोग रहे हैं चूम।
क्या गांव क्या शहर………….
बह रहे पैसे, जैसे बहता नदी में पानी,
आज बाजारों की लगती यही कहानी।
किसी को भी, फुर्सत नहीं है काम से,
कम नहीं हो रहे हैं, लोगों के हुजूम।
क्या गांव क्या शहर……………
कहीं किसी के आज, रुक नहीं रहे पांव,
किसको फुर्सत जो करे कहीं मोल भाव?
धन तेरस का नशा, सारे ही हैं खुशहाल,
ग्राहक व दुकानदार दोनों के होश गुम।
क्या गांव क्या शहर…………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

धनतेरस हिंदी कविता Dhanteras Kavita In Hindi : धनतेरस के पर्व पर, सजे हुए बाज़ार

साहित्य और काव्य से जुड़े समस्त बंधुओं, बहनों और माताओं को हृदयतल से सादर प्रणाम तथा धनतेरस के शुभ अवसर पर आप सबों को सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ।
धनतेरस
अब तक जीवन सरस बीता,
या जीवन बीता हो नीरस।
आज है धन्वंतरि कुबेर पूजा,
तिथि है आज शुभ धनतेरस।।
जय बाबा धन्वंतरि जय कुबेर,
बहुत विलंब किए अब न करो देर।
स्वस्थ और सुंदर तन मन दे दो,
अन्न धन का लगा दो सबको ढेर।।
शुभ दीपावली आज हुआ आरंभ,
दीपावली का आज पहला दिन।
जय धन्वंतरि कुबेर कृपा करो,
सबका दिवस नित्य करो सुदिन।।
मानव मानव में बनाओ भाईचारा,
निकाल दो सबके मन से अब द्वेष।
रोग दुःख भय बाधा और संशय,
जीवन में कुछ रह न जाए शेष।।
जन जन तेरी आज कर रहे पूजा,
सबका जीवन स्वस्थ सुखमय बीते।
जब कभी आए जीवन में संकट,
तेरी कृपा से हम संकट को जीतें।।
कृपा बरसाओ अब न तड़पाओ,
दिन दुर्दिन अब जीवन से मिटे।

अन्न धन प्रसन्नता अब बरसाओ,
जीवन पर न पड़े पापों की छींटे।।
सबका जीवन अब बीते अमन,
सुंदर सुसज्जित सबका चमन।
हे बाबा धन्वंतरि और बाबा कुबेर,
हृदयतल से तुझे कोटिशः नमन।।
अरुण दिव्यांश 9504503560

आज धनतेरस की आप समस्त माताओं बहनों एवं बंधुओं को सपरिवार हार्दिक बधाई एवं बहुत बहुत शुभकामनाएं। माता लक्ष्मी आप हम सब पर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखें एवं धन धान्य, ज्ञान, बुद्धि, विद्या, बल से परिपूर्ण करें तथा क्लेश द्वेष बीमारी से दूर रखते हुए सदा हमारा तन मन स्वस्थ बनाए रखें।

धनतेरस

तेरह धनतेरस महा धनतेरस,
लक्ष्मी को एक दीप जलाएं।
करें माॅं की पूजन आराधना,
मन मस्तिष्क से द्वेष भगाएं।।
माॅं के नाम का ये एक दीपक,
माॅं को सस्नेह दिखाएं आज।
एक दीपक ले आएंगी माता,
पूरण करेंगी सब हमारे काज।।
करें माॅं की साधना उपासना,
भक्ति में माॅं दे दें हमको सिद्धि।
ज्ञान बुद्धि बल विद्या ये देकर,
धन धान्य की भी कर दें वृद्धि।।
माॅं लक्ष्मी को सहृदय नमन है,
बनी रहे माॅं की सदा कृपादृष्टि।
बनी रहे भक्तों की भक्ति कायम,
माता कृपा की करती रहें वृष्टि।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )
बिहार।

धनतेरस पर शायरी तस्वीर | धनतेरस की बधाई सन्देश

धनतेरस पर शायरी तस्वीर-Diwali Shayari

धनतेरस पर बधाई | धनतेरस शुभकामनाये

सबको धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएँ
धन के देव कुबेर को धन तेरस पर पूज।
दीवाली पर धन मिले, शुभ हो भाईदूज॥
सांय काल में कीजिए, शुभ मुहुर्त में काज।
उत्तर में हो स्थापना, धनतेरस की आज।
धन्वंतरि की सद कृपा, सुख देगी आरोग्य ॥
उसके पूजन भक्ति से, ही बदलेगा भाग्य॥
धनतेरस देगी तुझे, सुख के पल अनमोल।
हो जाएँगे दूर सब, तेरे दुख के झोल॥
स्वर्ण रजत की चीज कुछ घर में लाएँ आज।
बन जाएँगे देखिए, सारे बिगड़े काज॥

दीपावली शायरी | धनतेरस सुविचार

दीप जलाना होय शुभ,
दर के दोनों ओर। लाती है़ लक्ष्मी तभी,
मानव सुख की भोर॥
रखें तिजौरी में सभी, अक्षत केवल पूर्ण।
पावन पूजन शक्तियाँ, करें काज संपूर्ण॥
धन्वंतरि के भोग में रखें पीत मिष्ठान।
श्वेत कुबेर चखें सदा रखना इतना ध्यान॥
बर्तन नये खरीदना, शुभ होता इस रोज।
लाते हैं घर में सभी गंगू , राजा भोज॥
झिलमिल दीपक अवलियाँ, घर में भरें उजास।
भारत के शुभ पर्व ये, जीवन में हैं ख़ास ॥
राजेश कुमारी राज

आप सभी को दीपोत्सव के अवसर पर धनतेरस की हार्दिक, मंगलमय शुभकामना...

पूरा आपका हर एक अरमान हो।
धनतेरस पर आप बहुत धन्यवान हो।।

हाइकु - धनतेरस

1
कार्तिक मास
पावन त्रयोदशी
पूजा विशेष ।
2
धनतेरस
दीपोत्सव महिमा
मंगलकारी ।
3
लक्ष्मी की कृपा
पूण्य प्रताप फल
सटीक सत्य ।
4
प्रिय लगता
स्वच्छ वातावरण
मनभावन ।
5
धन-संम्पत्ति
जीवन उपयोगी
आरोग्य पर्व ।
6
सुख समृद्धि
लीला अपरम्पार
वैभवशाली ।
7
विजयालक्ष्मी
अष्ट रूप धारिणी
मनमोहक ।
9
परमौषधि
धन्वंतरि जयंती
जीवनदाता ।
10
ताम्र कलश
अन्न,धन,खजाना
लक्ष्मी निवास।
रामबाबू शर्मा,राजस्थानी,दौसा(राज.)

Dhanteras 2021 : आज धनतेरस पर धन की देवी लक्ष्मी धन्य है तेरी माया

मुक्तक - धन की देवी
धन की देवी लक्ष्मी धन्य है तेरी माया।
कृपा करो हे कमला चहु है तेरी माया।
बिन तेरे कोई काज न होवे तेरा वंदन।
घर आओ मां वास करो मन है हर्षाया।
श्याम कुंवर भारती।

धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं Happy Dhanteras Wishes, Quotes, Status

स्वीकार करें धनतेरस की बधाई,
स्वीकार करें हार्दिक शुभकामना,
रहे सदा माँ लक्ष्मी,धन्वंतरी की कृपा,
नहीं हो कभी किसी दुख से सामना।
अरविन्द अकेला

Happy Dhanteras Wishes Quotes for Whatsapp Facebook

धनतेरस के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं !!
यह पर्व आप सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, शांति, सौभाग्य और स्वास्थ्य लेकर आए, #भगवान_धन्वंतरि से यही प्रार्थना है...!!
जितेन्द्र कुमार सैनी

धनतेरस पर चेतनाप्रकाश के सुविचार : धन बरसे तो विद्या धन

धन बरसे, तो विद्या धन,
आशीर्वाद मिलें, तो अपनों का
मेरे ख्वाब अधूरे पूरे हों,
तो खुशियां उनको मिलें,
जिनकी आंखों ने
मेरे लिए रात भर जागी हों।
मेरे परिवार की तरफ से आपके परिवार को और

आपको धनतेरस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

धनतेरस पर शुभकामनाएं चेतना चितेरी, प्रयागराज
चेतना चितेरी, प्रयागराज
2/11/2021,4:05pm.

धनतेरस 2021 पर विशेष भोजपुरी गीत Dhanteras Wishes Song Lyrics

चलऽ ना भुचू के पापा एगो पायलो खरीद द
गोरवा लागत बा सूना सूना हो !
जिनगी भर तूहु का हो कमयीलऽ,
भाग भाग के मुंबई आ पूना हो !!
चलऽ ना भुचू के पापा..... 2

बड़ा दिन से पेड़ाँ जोहत जोहत आयील बा धनतेरस हो
देवर जी से भी कतना कहनी बाकिर ऊहो सोझे मुँहवा फेरस हो
मानऽतानी कि महंगाईयों खूबे बढल बा,पेटरौलो के भाव भयील बा दूना हो!
चलऽ ना भुचू के पापा.... 2

आजुए के दिना खरीदाला सोना चाहे चानी
कहत रहे बड़की माई,कहत रहली हमरो नानी
खुशी खुशी चलऽ हाली कवनो दूकान पर बंद करके आपन नक धुना हो !
चलऽ ना भुचू के पापा..... 2

सोंचऽत रहनी की हमरा संगे चलबऽ हसँत हसँत खूँटातोड़ हो
प्रेम निहोरा से अगर ना चलबऽ त हम करब बड़जोड़ हो
खरचा करके तू हो जा कोईला या चाहे जला भुना हो!
चलऽ ना भुचू के पापा... 2

चलऽ ना भुचू के पापा ए गो पायलो खरीद द,
गोरवा लागेला सूना सूना हो
चलऽ ना भुचू के पापा... 2

गीतकार :कवि आर बी सिंह खूँटातोड़,छपरा/बिहार
Dhanteras Wishes Quotes Image

धनतेरस पर कविता | हिंदी में धनतेरस कविता | दिवाली 2021

शुभ धनतेरस
पंच परब की शुरुआत हुई, आओ मिलजुल खुशी मनाएंँ।
साफ-सफाई झूमर लड़ियाँ, खुशियों के हम दीप जलाएंँ।।

झाड़ू अवश्य सभी खरीदें, धनतेरस का दिन है आया।
है प्रतीक लक्ष्मी माता का, दूर करे दारिद्रय साया।।

अंदर बाहर सुंदरतम हो, ऐसा स्वच्छ स्वदेश हमारा।
सुख सौभाग्य हमेशा बरसे, जगमग हो रोशन जग सारा।।
-मीनू मीना सिन्हा मीनल

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