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तेरा सुन्दर मुखड़ा है चाँद - चाँद पर शायरी Chand Sa Mukhda Shayari

तेरा सुन्दर मुखड़ा है चाँद!!
मेरे दिल का टुकड़ा है चाँद!!
काहे टुकड़ा-टुकड़ा है चाँद?!
ऐसे में बे-मुखड़ा है चाँद!!

चाँद सा चेहरा रोमांटिक शायरी | Chand Par Romantic Shayari

चाँद सा चेहरा शायरी फोटो | Chand Shayari Photo Image

चाँद सा चेहरा शायरी फोटो | Chand Shayari Photo Image

बेहतरीन गजल( जदीद-व-मुन्फरिद)
तेरा सुन्दर मुखड़ा है चाँद!!
मेरे दिल का टुकड़ा है चाँद!!

काहे टुकड़ा-टुकड़ा है चाँद?!
ऐसे में बे-मुखड़ा है चाँद!!

Chand Par Shayari

रातों को कद्दावर था वो!!
लेकिन दिन में कुबड़ा है चाँद!

तेरे तीखे तेवर ही से!!
कैसा उखड़ा-उखड़ा है चाँद?!

चन्दा रूठा-रूठा है,यार!!
अब भी उखड़ा-उखड़ा है चाँद!!

सुहागन की उजड़ी है माँग!
अब तो उस का दुखड़ा है चाँद!

महताब शायरी - चांद शायरी

बोले है ये चश्म-ए-महताब!!
इक बेवा का दुखड़ा है चाँद!!

उम्मीदो का मुखड़ा था वो!!
मायूसी का दुखड़ा है चाँद!!

चुभती हैं नोकीली कीलें!!
चुभने पर अब रुखड़ा है चाँद!!

भूखे पंछी के जैसे फिर!!
गीली रुत में सिकुड़ा है चाँद!!

जादूगर के जादू से फिर!!
ऐसे, टुकड़ा- टुकड़ा है चाँद!!

यारो!, कहते रहते हैं, "राम"!!
इक विधवा का दुखड़ा है चाँद!!

नोट :- इस तवील और मुन्फरिद गजल के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे, इन्शा-अल्लाह!
डाक्टर रामदास दिलीपकुमार इन्सान प्रेमनगरी, द्वारा डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी, खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड राँची-834001,झारखण्ड, इन्डिया!

चाँद सा चेहरा शायरी | चाँदनी रात की शायरी | चाँद पर शायरी इन हिंदी

चाँद बन हमें यूँ न सताया करो,
लेकर आग़ोश में हमें यूँ न सुलाया करो
आगोश मे सोते खुद होऔर
कहते हो सुलाया न करो,
चाँद तो खुद होऔर कहते हो
हमे चाँद बताया न करो।।
सारी डिस्कनरी फ़ेल हो गई तेरे आगे,
जब तूने मेरी आँखों को पढ़ा इशारे में।
प्रतिभा जैन
टीकमगढ़ मध्यप्रदेश

चाँद सा चेहरा शायरी | चाँदनी रात की शायरी | चाँद सितारे शायरी | चाँद सा चेहरा शायरी

गजल --
तुम चांद नज़र आये
घटा काली थी या जुल्फों के साये थे
गालों को छूते जो लबों तक आये थे

फूलों को भी लगा ये फूल सा चेहरा
चांद को भी तुम चांद नज़र आये थे

हवाओं ने भी पढ ली थी भाषा उनकी
चंद खय ज़ तुमने आंचल में छुपाये थे

रंगत फीकी लगी चांदनी की हमको
चुनरी में जब सितारे झिलमिलाये थे

डूब जाता कोई नैनों के सागर में
गनीमत कि तुम बैठे फलक झुकाये थे

कविता मोटवानी बिलासपुर छत्तीसगढ़
२७-७-२०२१

चाँद सा चेहरा शायरी | Chand Sa Chehra Shayari In Hindi

बेफ़िक्र शरारत से भरा चेहरा तेरा,
खुदा की अमानत से भरा चेहरा तेरा,
तुझे देख ले तो आवाम की ईद हो,
रोज़े की इबादत से भरा चेहरा तेरा।
फ़क़त हैरान है कुदरत भी देखकर,
आब-ए-क़यामत से भरा चेहरा तेरा।
आरजू आशिक़ की मुकम्मल हुई,
देखा चाँद की सोहबत से भरा चेहरा तेरा।
मौत के फरिश्ते को जिंदा कर गया,
बेपनाह मोहब्बत से भरा चेहरा तेरा।
उदय उजाला

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