Ticker

6/recent/ticker-posts

अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर कविता और शायरी स्लोगन नारे

International Anti-Corruption Day Poem Shayari Slogans Quotes in Hindi


अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस फोटो


अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी दिवस पर कविता

अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी दिवस
(09 दिसंबर)
(कविता)
भ्रष्टाचार रोधी दिवस करता है, इस संदेश का संचार,
किसी देश या प्रदेश को, नष्ट कर देता है भ्रष्टाचार।
कोई भी विभाग, मुक्ति का दावा नहीं कर सकता है,
यह तंत्र का हिस्सा लगता है, कर सकता कौन इंकार?
भ्रष्टाचार रोधी दिवस………….

09 दिसंबर को विश्व भ्रष्टाचार रोधी दिवस
होता हर वर्ष,
भ्रष्टाचार से त्रस्त लगता है दशकों से, यह सुंदर संसार।
घूसखोरी भ्रष्टाचार का मूल कारण, लगता है जैसे आज,
कई देश हो चुके हैं अबतक, इस भ्रष्टाचार के शिकार।
भ्रष्टाचार रोधी दिवस………….

ईमानदारी जैसे दम तोड़ रही है, घने अंधेरे कोने में कहीं,
बेईमानी और लूट की जैसे, विभागों में है आई बहार।
दाल में कुछ काला नहीं है, काला लगता पूरा पतीला,
कहीं कहीं लगता है जैसे, सरकारें डाल चुकी हैं हथियार।
भ्रष्टाचार रोधी दिवस…………

भ्रष्टाचार अंदरखाने दीमक की तरह, रंग दिखा रहा है,
कानून कुछ भी कर ले, भ्रष्टाचारी नहीं मान रहे हार।
राजनीति, और मान सम्मान बढ़ा रही है इस बड़े कोढ़ का,

नेता भी जेल में चक्की पीस रहे, बनकर एक गुनहगार।
भ्रष्टाचार रोधी दिवस………

प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

Read More और पढ़ें 👇

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ