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मतदाता जागरूकता पर शायरी | मतदान पर कविता मताधिकार पर कविता

मतदाता जागरूकता पर शायरी | मतदान पर कविता मताधिकार पर कविता

मतदान का महत्व

दान तो जीवन में बहुत ही हैं,
उन्हीं दानों में है एक मतदान।
मतदान महत्व जीवन में अधिक,
मतदान होता जीवन में महान।।
मतदान शब्द आज है नया नहीं,
सदियों से यह चलता आया है।
सत्ता हो राजतंत्र या हो प्रजातंत्र,
मतदान ही सबको आजमाया है।।
उचित मतदान से जीवन बनता,
अनुचित जीवन को भरमाया है।
मत दान कम नहीं है भोजन से,
मत दान सदा जीवन पे छाया है।।
मतदान तो उपस्थित है ही सर्वत्र,
निजवाद और परिवारवाद में भी।
मतदान बिना यह जीवन अधूरा,
समाजवाद सरकारवाद में भी।।
मतदान का अर्थ है मत का दान,
परिवार में होता आदान प्रदान।
मतदान से कोई योजना है बनती,
योजना से पहले मतदान प्रधान।।
किन्तु मतदान का बढ़ता महत्व,
जब सत्तापक्ष अवधि हो समापन।
घोषित होता तब चुनाव की तिथि,
सार्वजनिक होता सरकारी ज्ञापन।।
सत्तासीन होते निज सत्ता में पड़े,
विपक्ष इन्तजार में कतार में खड़े।
सच्चा मिथ्या साबित करनेवाले,
वादे और घोषणा करते बड़े बड़े।।
मत देना बहुत होता अनिवार्य है,
जाकर यथोचित करें मत दान।
यथोचित मतदान भी राष्ट्रभक्ति,
यथोचित मत से राष्ट्र बने महान।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना।
अरुण दिव्यांश 9504503560
छपरा सारण,
बिहार


मतदान के महत्व पर नारा | मतदान का महत्व कविता

भोजपुरी मतदाता जागरूकता
गीत - केकरा पर भोट देबा भईया।
घूमी घूमी पुछेले कन्हईया,
केकरा पर भोट देबा भईया।
केकर बनी सरकार केकर रुकी पहिया।
केकरा पर भोट देबा भईया।

साथ देई गरीबन के किसानन के संघतिया।
चौबीस घंटा बिजली देई चमकाई खूब सडकिया।
सतावे न गुंडा केकरो तहिया।
ओकरे के भोट देबो भईया।

जवानन के नौकरी मिले बुढवन के मिले पेंशन।
सस्ता समान मिले निडर रहे गरीब ना रहे टेंशन।
पक्का मकान बने हटाई के म डईया।
ओकरे के भोट देवो भईया।

भोट अनमोल बा कबो मत गवावा।
जाई के बुथवा पर बटम दबावा।
देवा नाही भोटवा त पाछे पछ तईहा।
जरूर सभे भोट देवे जईहा।
केकरा पर भोट देवा भईया।

श्याम कुंवर भारती ( राजभर)
बोकारो झारखण्ड
मोब 9955509286


मतदाता जागरूकता पर शायरी | मतदान पर कविता

मताधिकार है तुम्हारा : मतदान पर कविता Poem on Voting in Hindi


मताधिकार है तुम्हारा : मतदान पर कविता Poem on Voting in Hindi

मतदान पर कविता हिंदी में : हिंदी उर्दू साहित्य संसार

मताधिकार है तुम्हारा
उसका सदुपयोग करो!

मतदान कर योग्य प्रतिनिधि का चुनाव करो!

हमारा मत अमूल्य है,
किसी के झांसे व प्रलोभन में ना आओ!

अयोग्य की पहचान कर
मतदान करो !

संपूर्ण शक्ति तुम्हारे हाथों में
बहुमत दिला कर नेतृत्वकर्ता को अधिकार प्रदान करो!

जातिवाद,परिवारवाद, भ्रष्टाचारियों को त्याग दो,

राष्ट्र की उन्नति हो,
सुविचार कर
मतदान करो!

(मौलिक रचना)
चेतना चितेरी, प्रयागराज


चलो! मतदान कर आएं

___________________
आओ! लोकतंत्र का पर्व मनाए,
वोट देकर अपना फर्ज निभाएं।

देश के प्रति हमारा भी कर्तव्य है,
चलो ! हम सब मतदान कर आएं।

सारे काज छोड़ चलो ! मतदान केंद्र पर,
आप ! वोट बेकार न करें, सोच समझकर वोट करें।

चारों ओर चेतनाप्रकाश हो,
आओ! हम अपने प्रतिनिधि को चुनकर लाएं

भैया जी !,बहन जी!, भूल न जाना,
चाचा जी! ,चाची जी!, सब साथ में आइए!
बाबूजी ! ,अम्मा जी!, चलो! मतदान कर आएं।

(मौलिक रचना)
चेतना चितेरी, प्रयागराज
21/2/2022,5 : 01,p.m.

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