मिथिला केर पहचान कोजेगरा Kojagara Lakshmi Puja 2022 | कोजगरा गीत Kojagara Song Lyrics
Kojagara Lakshmi Puja 2024: आश्विन मास की पूर्णिमा को मिथिला में कोजागरा ( पारंपरिक पाबैन कोजेगरा ) मनाया जाता है। मिथिका की यह प्राचीन परंपरा है इसमें आर्थिक संपन्नता के लिए पूर्णिमा की रात को रात भर जागे रहने का विधान भी है। इस विशेष महोत्सव पर नव विवाहित पुरुषों के लिए इस पर्व का विशेष महत्त्व होता है। ऐसा माना जाता है कि अगहन (मार्गशीर्ष) से लेकर आषाढ़ मास तक जिनका ब्याह होता है। उनका कोजागरा आश्विन मास की पूर्णिमा की रात्रि को अवश्य मनाया जाता है। इस बार कोजागरा (लक्ष्मी पूजा) 9 अक्टूबर (रविवार) को मनाया जाएगा।
कोजगारा व्रत गीत Kojagara Mathili Song Lyrics
मिथिला केर पहचान कोजेगरा
(मैथिली कविता : कोजेगरा विशेष)
“पारंपरिक पाबैन कोजेगरा पर हार्दिक शुभकामना आओर बधाई।“
थिक मिथिला धामक पहचान कोजेगरा,
लए कए आएल पान मखान कोजेगारा।
रोहु माछ गमकैत अहि आमिष घर मे,
निरामिष घर अनलक पकवान कोजेगरा।
थिक मिथिला………..
शरद पूर्णिमा केर, इजोरिया रात्रि सुंदर,
बढ़बैत अछि मिथिलाक शान कोजेगरा।
कि वृद्ध पुरान आओर कि युवा युवती?
दए रहल छै सभ के मुस्कान कोजेगरा।
थिक मिथिला………….
अहि बेर समुद्री तूफान केर प्रभाव अहि,
बेईमान मौसम चलते परेशान कोजेगारा।
भादो मास समान, बरखा भए रहल छै,
उठाबि रहल छै भारी नुकसान कोजेगारा।
थिक मिथिला………..
हम प्रमाणित करैत छी जे ई रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित अहि। रचनाक सर्वाधिकार कवि/कलमकार केर पास सुरक्षित अहि।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर मधुबनी/मिथिला धाम
कोजगरा गीत : आजुक कोजगरा में, रातिक इजोरिया में
आजुक कोजगरा में, रातिक इजोरिया में
भैया छथि अलखक चान
शुभे शुभे दाई करियौन चुमान।
शुभे शुभे मां, काकी करियौन चुमान।।
आजुक कोजगरा मे, रातिक इजोरिया में
भैया छथि अलखक चान
झूमि झूमि नानी करियौन चुमान
झूमि झूमि मामी करियौन चुमान।
आजुक कोजगर मे,रातिक इजोरिया में
भैया छथि अलखक चान
हसैत हसैत मौसी करियौन चुमान
हसैत हसैत दीदी करियौन चुमान
आजुक कोजगरा मे,रातिक इजोरिया में
भैया छथि अलखक चान
शुभे शुभे दाई-माई करियौन
शुभे शुभे जुनि मिल करियौन चुमान।
रीतु प्रज्ञा
दरभंगा,बिहा
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