आदिवासी दिवस पर कविता | विश्व आदिवासी दिवस पर शायरी World Tribal Day Poetry
" आदिवासी-दिवस"
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जदीद नज्म/नवीन कविता
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आदिवासी-दिवस है आज!
बेहद खुश है मेरा समाज!!
ये आदिवासियों का देश!
देता है प्यार का सन्देश!!
सारे भगवान खुश हैं आज!
पूजा-पाठ कर रहा है समाज!!
पब्लिक खुशियाँ मना रही है!
बेहतर है रस्म और रिवाज!!
है आदिवासियों का देश!
मेरा भारत महान है!
मैं भारत का निवासी हूँ!
भारत, दुनिया की शान है!
आदिवासी-दिवस का जश्न!
यारो!,हमसब मना रहे हैं!
आ रही है " क्रान्ति "!
सब लोगों को जगा रही है!
किन्दिलें (قندیلیں),मिश्अले(مشعلیں),जहाँ में,
चारों तरफ जला रही है!
जाग रहा है आदिवासी-समाज!
देखो!," क्रान्ति " भी आ रही है!
लोग तरक्की कर रहे हैं आज!
उन्नति की घटा भी छा रही है!
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इस जदीद नज्म या नवीन कविता के दीगर दोहे और अश्आर फिर कभी पेश किए जायेंगे
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जदीद नज्म/नवीन कविता
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आदिवासी-दिवस है आज!
बेहद खुश है मेरा समाज!!
ये आदिवासियों का देश!
देता है प्यार का सन्देश!!
सारे भगवान खुश हैं आज!
पूजा-पाठ कर रहा है समाज!!
पब्लिक खुशियाँ मना रही है!
बेहतर है रस्म और रिवाज!!
है आदिवासियों का देश!
मेरा भारत महान है!
मैं भारत का निवासी हूँ!
भारत, दुनिया की शान है!
आदिवासी-दिवस का जश्न!
यारो!,हमसब मना रहे हैं!
आ रही है " क्रान्ति "!
सब लोगों को जगा रही है!
किन्दिलें (قندیلیں),मिश्अले(مشعلیں),जहाँ में,
चारों तरफ जला रही है!
जाग रहा है आदिवासी-समाज!
देखो!," क्रान्ति " भी आ रही है!
लोग तरक्की कर रहे हैं आज!
उन्नति की घटा भी छा रही है!
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इस जदीद नज्म या नवीन कविता के दीगर दोहे और अश्आर फिर कभी पेश किए जायेंगे
आदिवासी दिवस पर शायरी
आदिवासी शायरी हिंदी फोटो Shayari On World Tribal Day Hindi
डाक्टर इन्सान प्रेमनगरी, द्वारा डॉक्टर
रामदास प्रेमी राजकुमार जानी दिलीपकुमार कपूर, डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी मंजिल, डाक्टर खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड राँची-834001, झारखण्ड, इन्डिया
रामदास प्रेमी राजकुमार जानी दिलीपकुमार कपूर, डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी मंजिल, डाक्टर खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड राँची-834001, झारखण्ड, इन्डिया
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