नये ज़माने की ग़ज़लें | उर्दू शायरी हिंदी में
प्रेरणादायक शायरी | Motivational Shayari
गजल (जदीद-व-मुन्फरिद)
जमीन-ए-दश्त, मिसाल-ए-सुराब है, यारो!!
हमारी तश्ना-लबी अब अजाब है, यारो!!
जमीन-ए-दश्त, मिसाल-ए-सुराब है, यारो!!
हमारी तश्ना-लबी अब अजाब है, यारो!!
यही तो चीज है, निस्वानियत का इक जेवर!
हमारी दोस्त/मेरी सहेली में शर्म-व-हिजाब है, यारो!!
जगत्/ जहाँ में खूब परिश्रम करो, प्रेम करो!!
अभी जवानी है,यारो!,शबाब है, यारो!!
नगर-व-गाँव, तरक्की की राहों पर हैं आज!!
क्रांति है, ये तो इन्कलाब है, यारो!!
हसी-तरीन् मेरे"राम"का ये चेहरा है!
ये आफताब है, या,माहताब है, यारो!?
ये कुल्लियात है, दीवान-ए-राम है, बेशक!!
ये शायरी की हसी-तर किताब है, यारो!!
बुरी शराब नही है ये जाम-ए-कौसर है!!
मेरे गिलास में"बादा-ए-नाब"है,यारो!!
मेरे अजीजो!,तुम इस की लचक अभी देखो!!
ये शाख-ए-गुल है, ये शाख-ए-गुलाब है, यारो!!
मेरी ये ताजा गजल है, अभी कही है मैं ने!!
कयी सवालों का ये तो जवाब है, यारो!!
ये कुल्लियात है, दीवान-ए-राम है, ये तो,
खुली किताब है, सच्ची किताब है, यारो!!
Motivational Quotes Status
गजल जदीद-व-मुन्फरिद
New Jadeed Munfarid Urdu Shayari In Hindi
दोस्तो!,खून में लत-पत है कबूतर, देखो!
जोश में आया है हर अच्छा सुखनवर,देखो!!
जोश में आया है हर अच्छा सुखनवर,देखो!!
दर्द-व-गम ,मौज की सूरत में है, आ कर,देखो!!
एक कूजा/ कूजे में समाया है समुन्दर, देखो!!
देखना चाहते हो,यारो!,अगर सन्त-व-वली!!
जिन्द को ढूंढो यहाँ कोई कलन्दर, देखो!!
अपने सन्सार में तुम"राम पिया"को ढूंढो!!
"मीर साहब"की तरह एक सुखनवर, देखो!!
"मीर साहब"की तरह एक सुखनवर, देखो!!
हजरत-ए-फैज को ढूंढो,कि/ के तलाशो उन को!!
मीर-व-गालिब की तरह एक सुखनवर, देखो!!
अपने अतराफ में बस"राम"को ढूंढो,यारो!!
मीर-व-मिर्जा की तरह एक सुखनवर, देखो!!
फिक्र-व-फन मौज की सूरत में है, आ कर, देखो!!
मौजजन आज भी है फन का समुन्दर, देखो!!
नोट:- इस तवील और मुन्फरिद गजल के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे, इन्शा-अल्लाह!
रामदास दिलीपकुमार इन्सान प्रेमनगरी, द्वारा डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी, खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड, इमामबाड़ा रोड, रांची 834001,झारखण्ड, इण्डिया!
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