सब की नज़र से ऐसे बचाए तुम्हारे ख़त।
तकिए के नीचे हमने छुपाए तुम्हारे ख़त।
इस तरह दिल से अपने लगाए तुम्हारे ख़त।
हम ने मताए जान बनाए तुम्हारे ख़त।
तकिए के नीचे हमने छुपाए तुम्हारे ख़त।
इस तरह दिल से अपने लगाए तुम्हारे ख़त।
हम ने मताए जान बनाए तुम्हारे ख़त।
ख़त पर शायरी, Khat Par Shayari in Hindi
Top Khat Shayari In Hindi
ग़ज़ल
सब की नज़र से ऐसे बचाए तुम्हारे ख़त।
तकिए के नीचे हमने छुपाए तुम्हारे ख़त।
सब की नज़र से ऐसे बचाए तुम्हारे ख़त।
तकिए के नीचे हमने छुपाए तुम्हारे ख़त।
इस तरह दिल से अपने लगाए तुम्हारे ख़त।
हम ने मताए जान बनाए तुम्हारे ख़त।
जब याद निस्फ़ शब को तुम आए तो ऐ सनम।
अश्कों के मोतियों से सजाए तुम्हारे ख़त।
मिस्ले गुलाब झड़ने लगे आसमान से।
हमने हवा में जब भी उड़ाए तुमहारे ख़त।
हर इक वरक़ से आने लगी बू ए ख़ुश हमें।
ज़ीनत जो डायरी की बनाए तुम्हारे ख़त।
दिल को सुकून मिल गया तस्कीन रूह को।
हाथों में हमने जब भी उठाए तुम्हारे ख़त।
रुस्वाई का हमारी सबब बन गए फ़राज़।
फिर भी न हमने देखो जलाए तुम्हारे ख़त।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
चिट्ठी वाला दौर लव लेटर शायरी
धूल के लिफ़ाफ़े में,एक पुराना ख़त मिला है।
टूटी हुई दराज को साफ़ करते वक्त मिला है।।
शुरू में था ज़िक्र मैं ठीक हूँ,तुम कैसे हो लिखना-
वो नब्बे के दशक वाला,महबूब भारत मिला है।
बीच के लफ़्ज़ों में छुपी थी रूह पूरे ख़त की-
यूँ समझो कि फ़लसफ़ा ए मोहब्बत मिला है।
और लिखा है एक वादा,हर एक वादे के पीछे-
लिखते रहने का आख़िरी दिन क़यामत मिला है।
अंत में लिखा था कि जवाब का इंतज़ार रहेगा
इंतज़ार के ठीक नीचे निशां-ए-चाहत मिला है।
लव लेटर शायरी | चिठ्ठी शायरी
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