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दुखी दोस्ती शायरी दुख शायरी ग़म शायरी Sad Friendship Shayari

Sad Dosti Shayari | Sad Friendship Shayari | दुखी दोस्ती शायरी

दुखी ये दोस्ती होगी अगर जो दुख होगा!!
ये दोस्ती न रही दोस्ती तो दुख होगा!!
तड़प के दोस्त मरेगा अगर जो दुख होगा!!
अगर वो दोस्त मरेगा तो मेरा क्या होगा!!
शायरी दुख की सुनाऊं तो तुझको दुख होगा!!
हमारे दर्द से किसको जहाँ में सुख होगा!!
Dukhi Yeh Dosti Hogi Agar Jo Dukh Hoga
Yeh Dosti Na Rahi Dosti To Dukh Hoga
Tadap Ke Dost Marega Agar Jo Dukh Hoga
Agar Wo Dost Marega To Mera Kya Hoga
Shayari Dukh Ki Sunaoon To Tujhko Dukh Hoga
Hamare Dard Se Kisko Jahan Mein Sukh Hoga
Premnath Bismil

Sad Dosti Shayari | उदास दोस्ती शायरी | दुखी दोस्ती शायरी

आज उनकी दोस्ती में कुछ कमी देखी
चाँद की चाँदनी में कुछ नमी देखी
उदास हो के लौट आएं हम अपने घर
उनकी महफ़िल जब औरों से जमी देखी
Aaj Unki Dosti Me Kuchh Kami Dekhi
Chand Ki Chandni Me Kuch Nami Dekhi
Udaas Ho Ke Lout Aye Hum Apne Ghar
Unki Mehfil Jab Auron Se Jami Dekhi

Sad Friendship Shayari | सैड दोस्ती शायरी

तूफ़ान में हम बिखरते चले गए
तन्हाई की गहराई में उतरते चले गए
जन्नत थी हमारी हर सुबह-शाम जिन दोस्तों के साथ
एक एक करके वो सब दोस्त बिछड़ते चले गए
Toofaan Mein Ham Bikhrate Chale Gaye
Tanhai Ki Gehrai Mein Utarte Chale Gaye
Jannat Thi Har Subah Sham Jin Doston Ke Sath
Ek-Ek Krke Wo Sab Dost Bichhadte Chale Gye

Dukhi Dostie Shayari | उदास दोस्ती शायरी

तुमसे दोस्ती करने का हिसाब न आया
मेरे किसी भी सवाल का जवाब न आया
मैं तो जागता रहा ख्यालों में तेरे
और तुम्हें सोकर भी मेरा ख्वाब न आया
Tumse Dosti Karne Ka Hisab Na Aaya
Mere Kisi Bhi Sawal Ka Jawab Na Aaya
Main To Jagta Raha Tere Hi Khayalo Mein
Aur Tumhe Sokar Bhi Hmara Khwab Na Aaya

दोस्ती शायरी | सच्ची दोस्ती शायरी | खूबसूरत दोस्ती शायरी

दोस्ती शायरी

दोस्ती निभाने की शायरी | दोस्ती निभाने की शायरी 2021

दोस्त मिलना नहीं आसान है दुनिया में ऐ दोस्त
दोस्ती दिल से निभाना दोस्त मिलता है मुश्किल से
Dosti Milna Nahi Aasan Hai Duniya Mein Aye Dost
Dosti Dil Se Nibhaanaa Dost Milta Hai Mushkil Se

दोस्ती टूटने पर शायरी | दोस्ती में धोखा शायरी

इस तरह दोस्त मेरे, मुझसे ख़फा हो जाना
फूल से जैसे कि ख़ुश्बू का जुदा हो जाना
Is Trah Dost Mere Mujhse Khafa Ho Jaana
Phool Se Jaise Ki Khushboo Ka Juda Ho Jaana

दोस्ती पर शायरी | Friendship Status दुखी दोस्ती शायरी

ये कह कर हँसता छोड़ गए मुझे मेरे दुश्मन
तुझे रुलाने के लिए तेरे ये दोस्त ही काफी हैं 
Ye Kah Kar Hansta Chhod Gaye Mujhe Mere Dushman 
Tujhe Rulane Ke Liye Tere Ye Dost Hi Kaafi Hain

बेवफा दोस्ती शायरी | बेवफा दोस्त की शायरी

दोस्तों से कुछ काम हमें भी आ पड़ा है
आ गया है दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त
Doston Se Kuchh Kaam Hamein Bhi Aa Pada Hai 
Aa Gaya Hai Doston Ke Bewafa Hone Ka Waqt

दोस्ती निभाने वाली शायरी Real Friendship Shayari In Hindi

दोस्ती किया तो निभायेंगे हम,
तेरे नाज़ नखरे उठायेंगे हम।
अगर हो गई यार मुझसे ख़ता,
रूठोगे तुम तो मनायेंगे हम।।
बिजेन्द्र कुमार तिवारी
बिजेन्दर बाबू

मतलबी दोस्ती शायरी | दोस्ती दुश्मनी की शायरी

क्या समझते थे ज़माना ऐसा बदतर आएगा
दोस्त भी हाथों में लेकर अपने ख़ंजर आएगा
सैयद मजाहिर आलम क़मर शमशी
Kya Samajhte The Zamana Aisa Badtar Aaega
Dost Bhi Hathon Mein Lekar Apne Khanjar Aaega

सुख और दुख पर शायरी | दुखी आदमी की शायरी | अपनों से दुखी शायरी

बेहतरीन गजल ( जदीद-व-मुन्फरिद)
तमाम अहल-ए-हुस्न-व-इश्क के लिए

कहीं ज़रा सी भी रंजिश बढी तो दुख होगा!
ये दोस्ती न रही दोस्ती तो दुख होगा!!

रही जो कैफ़ियत-ए-दिल यही तो दुख होगा!
हमें भी छोड़ गयी दिलबरी तो दुख होगा!!

जिगर का आइना, पूनम का चाँद, पूर्णिमा!!
ये खूबसूरती ही न रही तो दुख होगा!!
दुखी दोस्ती शायरी दुख शायरी ग़म शायरी Sad Friendship Shayari

दुख भरी शायरी | पढ़ने वाली शायरी हिंदी में

ये हुस्न आप का, ये चाँदनी, ये दिल मेरा!!
हर एक शम्अ अगर बुझ गयी तो दुख होगा!!

तेरा ये जलवा मेरे वास्ते बहुत कुछ है!!
अगर रही न ये जलवागरी तो दुख होगा!!

दुखी मोहब्बत शायरी

तुम्हारे हुस्न का जलवा, हमारे दिल का है चैन!!
अगर हमारी बेचैनी बढ़ी तो दुख होगा!!

यूँ गुलबदन को सलामत रखे, खुदा-ए-पाक!!
अगर ये गुल्-बदनी न रही तो दुख होगा!!

सनम!, ये खूब तराशा हुवा सिडौल/ सुडौल बदन!!
अगर ये बुत-बदनी न रही तो दुख होगा!!

दर्दे दिल शायरी Sad Love Shayari

तुम्हारे रूप का जलवा है मेरे मन का सुख!!
ये खूबसूरती गर न रही तो दुख होगा!!

कंवारी लड़की, कली की तरह है, ऐ रामा!!
हुई जो मैली वो दोशीजगी तो दुख होगा!!

तलब जहेज/ दहेज़ की, शादी में है रुकावट सी!!
तुली जो काँटे पे हर इक कली तो दुख होगा!!

रफीको!, गुन्चे की दोशीजगी न हो मजरूह!!
मरी जो काँटे से हर इक कली तो दुख होगा!!

ये जिन्दगी बे-वफा है!, जफा करेगी ये!!
तुम्हें भी छोड़ गयी जिन्दगी तो दुख होगा!!

अभी तो आप की ये जिन्दगी सलामत है!!
रही न आप की ये जिन्दगी तो दुख होगा!!

जनाब!, आप को, कल मौत, हम से छीनेगी!!
रही न आप की ये जिन्दगी तो दुख होगा!!

ये शायरी, ये तकल्लुम, असरपजीरी भी!!
सुखनवरी ये अगर न रही तो दुख होगा!!

है आफताब के अन्वार की तरह ये वफा!!
वफा की रौशनी जो बुझ गयी तो दुख होगा!!

ये दिलकशी, ये तगज्जुल, ये वालेहानापन!!!
गजल की रौशनी जो बुझ गयी तो दुख होगा!!

सुकून-ए-दिल मेरा छीनो, मगर, अगर मुझको!
हुजूम-ए-गम में हंसी आ गयी तो दुख होगा ( तुम/सब को) /क्या होगा?!

अभी तो है तेरे इस दोस्त की सुखनसाजी!!
रही न यार(राम/दास/कैस/फैज/मीर) की ये शायरी तो दुख होगा / क्या होगा!?!
एक सवाल:
अगर ये राम मरेगा!, रहीम क्या होगा? सोच समझ कर जवाब लिखिए!
नोट:- इस तवील और मुन्फरिद गजल के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे, इन्शा-अल्लाह!
डाक्टर रामदास दिलीपकुमार इन्सान प्रेमनगरी, द्वारा डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी, रहीम अजीमाबादी मन्जिल, खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड राँची-834001,झारखण्ड, इन्डिया

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