मित्रता दिवस पर शायरी - दोस्ती पर शायरी Happy Friendship Day
इसी समय होती, सच्चे मित्र की पहचान,
जब बुरे समय से, गुजरता है कोई इंसान।
सुख के साथी, दुःख में फेर लेते हैं नज़र,
मतलबी मित्र तो, भूल जाते फट एहसान।
जब बुरे समय से…
अपने खास दोस्त के लिए शायरी - दोस्ती की कीमत शायरी - हमारी दोस्ती शायरी
सच्चे मित्र की पहचान
(कविता)
जब बुरे समय से, गुजरता है कोई इंसान,
इसी समय होती, सच्चे मित्र की पहचान।
सुख के साथी, दुःख में फेर लेते हैं नजर,
मतलबी मित्र तो, भूल जाते फट एहसान।
जब बुरे समय से…
दोस्ती टूटने पर शायरी - दोस्ती टूटने पर स्टेटस
हर सच्चा मित्र आंसू छीनकर ले लेता है,
बदले में जबरन देना चाहता है मुस्कान।
पीठ के पीछे कभी बुराई नहीं करता वह,
बिलकुल पसंद नहीं करता कोई अपमान।
जब बुरे समय से…
अनजान दोस्ती शायरी - दोस्ती की कीमत शायरी
अपने मित्र को पता भी नहीं चलने देता,
और सहायता में लगा देता अपनी जान।
भगवान कृष्ण ने भी ऐसा ही किया था,
घर लौटने पर सुदामा भी हुए थे हैरान।
जब बुरे समय से…
खूबसूरत दोस्ती शायरी - पुराने दोस्त पर शायरी
इसी को सच्चे मित्र की महिमा कहते हैं,
दोनों मित्र रखते हैं, एक दूजे का ध्यान।
निर्धन मित्र सदा हिचकता मदद लेने में,
मान सम्मान देखता, मित्र जो धनवान।
जब बुरे समय से…
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार
मित्रता दिवस पर शायरी - दोस्ती पर शायरी Happy Friendship Day
दोनों मित्र एक समान होते हैं
“मित्रता दिवस के शुभ, मधुर एवं ऐतिहासिक अवसर पर, आप सभी मित्रों को मेरी ओर से, ढेर सारी शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाईयां”
(मित्रता दिवस को समर्पित एक कविता)
मित्रता में न कोई हल्का, न कोई भारी,
कहीं भी दोनों मित्र, एक समान होते हैं।
कोई तुला नहीं, जो तौल सके मित्रता को,
दोनों घरवाले या दोनों, मेहमान होते हैं।
मित्रता में न कोई……
एक बहुत दरिद्र, दुःखी ब्रह्मण सुदामा,
दूसरा द्वारकानाथ, नंदलाल घनश्यामा।
सुदामा के भाग्य में, गांव की झोपड़ी थी,
कृष्ण तो इस दुनिया के, भगवान होते हैं।
मित्रता में न कोई……
Friendship Day shayari, फ्रेंडशिप डे शायरी
सदा जवान रहेगी, मैत्री की यह कहानी,
सोलह आना दूध है, थोड़ा भी नहीं पानी।
जब जब चर्चा होती है, इस घनश्याम की,
कृष्ण कन्हैया में सुदामा के प्राण होते हैं।
मित्रता में न कोई……
सभी मित्रों को, मित्रता दिवस मुबारक हो,
कष्ट देखकर, सच्चे मित्र परेशान होते हैं।
सच्ची मित्रता, झुकती नहीं किसी के आगे,
एक के दिल में दूसरे के अरमान होते हैं।
मित्रता में न कोई……
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
मित्रता पर शायरी, सच्चे मित्र की महिमा Happy Friendship Day
मित्र की महिमा“मित्रता दिवस की सुहानी शाम में मेरी ओर से सभी मित्र एक बार फिर से हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां स्वीकार करें”
(कविता)
सच्चे मित्र की महिमा हो जाए जिस पर,
बदल जाती है, उसके जीवन की कहानी।
अच्छी अच्छी बातें आती, उसके मन में,
हर बुरी आदत, छोड़ देता है वह पुरानी।
सच्चे मित्र की महिमा……
हमाारी दोस्ती शायरी
नकारात्मक सोच भाग जाती है जीवन से,वह किसी से, कर सकता नहीं मनमानी।
सकारात्मकता समा जाती उसके मन में,
जानबूझकर वह कभी करता नहीं नादानी।
सच्चे मित्र की महिमा……
सच्ची दोस्ती शायरी
सच्ची मित्रता से आत्मविश्वास बढ़ता है,कदम आगे बढ़ाने में होती बड़ी आसानी।
मित्र की महिमा से मौसम बदल जाता है,
इंसान के जीवन में आती, शाम सुहानी।
सच्चे मित्र की महिमा……
Dosti Shayari
आज कृष्ण और सुदामा जैसे मित्र कहां?कुछ हैं स्वार्थी, तो कुछ होते अभिमानी।
उल्लेखनीय है श्रीराम सुग्रीव की मित्रता,
जो आदर्श रूप में सर्वत्र जाती पहचानी।
सच्चे मित्र की महिमा……
Friendship Shayari
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
मित्र दिवस के अवसर पर शायरी कविता Friendship Day Shayari फ्रेंडशिप डे शायरी
मित्र दिवस के अवसर पर शायरी
मित्रता
मित्रता एक पावन रिश्ता है,
मित्र को समझता केवल मित्र।
चंदन का सुगंध भी होता फींका,
फींके होते सारे तेल और इत्र।।
मित्रता तो की भगवान राम ने भी,
सहृदय सबको गले लगाया था।
मित्रता की सुदामा ने कृष्ण से,
छोटे छल में दरिद्रता पाया था।।
मित्रता थी प्रताप पूरणमल की,
साजिश कारण फाँसी लटका था।
माँगा बदले में मित्र का जीवनदान,
टूटा फंदा रस्से को मिला झटका था।।
मित्रता तो आज भी मित्रता है,
मित्रता में बहुत पवित्रता है।
मित्रता तो है सच्ची मित्रता,
जिसमें वास देव देवी पित्रता है।।
मित्र ही है जो निज मित्र के,
जानता है दिल का पूरा हाल।
मित्रता है सच्ची उनकी अगर,
देख नहीं सकता मित्र को बदहाल।।
बधाई हो पवित्र पावन यह,
आज का पुण्यित मित्रता दिवस।
बना रहे हमारा यह पवित्र रिश्ता,
रहें प्रतिवर्ष यह मनाने को विवश।।
है अगर हमारी सच्ची मित्रता,
तो ईश्वर भी बरसाएँगे फूल।
है हमारी यदि मित्रता में खोंट,
तो फूल भी बन जाएँगे शूल।।
जीवन बीते सच्चे प्यार में हमारी,
बन जाएँ हम एक सच्चे मित्र।
ले मशाल हम बन जाएँ मिसाल,
विश्व हृदय पर उभर जाएँ चित्र।।
अरुण दिव्यांश 9504503560
Friendship Day Shayari | Dosti Shayari Quotes Wishes Hindi
मित्रों को साथ रखता हूँ --
मैं अब भी अपने मित्रों को,
कभी -कभार चीटी कटता हूँ।
ऐसा करके थोड़ा बचपना,
हरदम साथ रखता हूँ।
Happy Friendship Day Shayari
उम्र का काम है बढ़ना,
उसकी मैं फिक्र नहीं करता।
वह अपनी मर्जी से बढ़ती है,
मैं अपने रौब में बढ़ता हूँ।
Friendship Shayari
कल की चिंता को मैं कभी,
सिर पर लेकर नहीं घूमता।
जैसा है, जो है उसके साथ,
अपने को सर्वदा मस्त रखता हूँ।
Dosti Shayari
मैं कभी उदास नहीं होता,
क्योंकि चेहरे पर हँसी,
दिल में निर्मलता और
मित्रों को सदा पास रखता हूँ।
दोस्ती पर कविता
मित्र पूछते हैं तुम बूढ़े नहीं लगते ?
तो मैं हँसकर कहता हूँ।
थोड़ी शरारत, थोड़ा बचपना,
हरदम अपने साथ रखता हूँ।
दोस्ती ज़िंदाबाद!
रचना सर्वाधिकार सुरक्षित --
उदय नारायण सिंह
मुजफ्फरपुर, बिहार
मित्र जीवन का अनमोल धरोहर मित्रता सच्ची दोस्ती शायरी इन हिंदी Dosti Shayari Friendship
मित्रता
मित्र जीवन का
अनमोल धरोहर
ना कोई छोटा
ना कोई बड़ा
कृष्ण सुदामा
कर्ण दुर्योधन की
जगजाहिर मित्रता है
दोनों में इतनी
असमानताएं
फिर भी मित्रता
जगजाहिर है
कोई खून का
रिश्ता नहीं
पर उन रिश्तों
से कम भी नहीं
जो जन्म से
या विवाह से जुड़े
कोई बंधन ना
कोई बोझ बस
एक एहसास है
एक एहसास खुशियों का,
जो सभी रिश्तो से परे
शायद सबसे ऊंचा।
मिले जब कोई
पुराना मित्र
खुल जाते हैं
यादों के झरोखे
झूलते हैं यादों के झूले
में वह सुनहरी यादें
यह बातें जैसे
वक्त थम सा गया हो,
आया ही लौट के
पुराना सुनहरा पल।
तपती रेत पर
पर नरम मखमली
बिछौना है मित्रता
जीवन के टेढ़ी-मेढ़े
कटीले राहों में सुंदर
सुहानी खुशबूदार
फूलों की पंखुड़ियां है मित्रता
जिम्मेदारियों के बीच
ठहाकों की गूंज है मित्रता
अवसादो भरे जीवन में
खिलती धूप है मित्रता
गले लग मित्र के
सभी दुख भूल कर
था हाथों के लोक में
विचरण कराती है मित्रता।
एक सुहाना पल
एक सुहाना एकसास
एक सुहाना रिश्ता है मित्रता।
धन्यवाद
अंशु तिवारी पटना
मित्रता दिवस पर कविता Poem On Friendship Day In Hindi
मित्रता दिवस पर आज मेरी एक रचना आप सभी मित्रों को समर्पित
दोस्ती
दोस्ती का मतलब
इक भरोसा
एक आस
इक विश्वास
एक सम्बल
समस्या का हल
उस इंसान से
जिसे हम चुनते हैं
अपने जीवनपथ में
जो समझता है हमें
हमारी मजबूरियों को
और देता है हमेशा साथ
बिना किसी शर्त के
बिना किसी लोभ के
बिना किसी क्षोभ के
वो जानता है उस बात को
जो चलता है दोस्त के दिल में
लेकिन एक संकोच भी
होता है दोस्ती में
कुछ बन्धन भी होते हैं
दिल के रिश्तों के
अत्यधिक दोस्तियां
समलिंगी हीं देखी है
दोस्ती विषमलिंगी
भी हो सकती है किन्तु
ऐसे में दोस्ती से इतर
दो बातें और भी होती हैं
प्यार और आकर्षण
अमर हो सकती है ऐसी दोस्ती
यदि दोनों में हो त्याग और समर्पण
सच्चा दोस्त वो जो
बिन कहे समझ जाये
बिन मांगे जरूरत पूर्ण कर दे
कुछ अपनी कह दे
कुछ मेरी सुन ले
कुछ अपनी करा लें
कुछ मेरी कर दे किन्तु
जो नैतिक पतन से बचाये
सुख-दुख में साथ निभाये
दोस्त वो जो गम चुराने वाला हो
खुशियां बिखेरने वाला हो
दोस्त वो जो अहसान न जताये
मज़ाक न उड़ाए
होठों पर सदा मुस्कान लाये
जिसे याद करके खुशी मिले
जिससे बात करके खुशी मिले
जो कुछ भी न छुपाये
जो सब कुछ सच सच कह जाये
जिससे मिलने के बाद
जीने की उम्मीद बढ़ जाये
दोस्त वह
जो हर पल अपने होने का अहसास दिलाये।
जो हरपल अपने होने का एहसास दिलाये।।
अनिल शर्मा
दोस्ती शायरी फोटो - Dosti Shayari Photo - Dosti Shayari Image
हिंदी उर्दू साहित्य संसार - Hindi Urdu Sahitya Sansar
दोस्ती की आज़माईश पर शायरी - Dosti Ki Aazmaish Shayari
ग़ज़ल
दोस्तो की दोस्ती आजमायी गई।
दोस्त से दोस्ती की कसम खायी गई।।
फिर ना पड़े कभी भी दरार रिश्तें मे।
रीत वफ़ादारी की भी चलायी गई।।
कभी मुसीबत में आयेंगें काम कहा।
गद्दारी की बनी दीवार हटाई गई।।
सोचे समझे रखा गया कदम हर जगह।
हर हाल में अब दोस्ती बचायी गई।।
दोस्त ने ऐसी दोस्ती निभाई पता।
आखिर रिश्तें की गठड़ी बंधाई गई।।
दोस्त ने ऐसी दोस्ती निभाई जब।
दोस्त से दोस्त की सुपारी खायी गई।।
'शहज़ाद' साथी करे घात अकेला भला।
समझों यह अकल की बात पढ़ाई गई।।
मजीदबेग मुगल 'शहज़ाद'
हिगणघाट, जि, वर्धा,महाराष्ट्र
8329309229
दोस्ती शायरी | सच्ची दोस्ती शायरी | खूबसूरत दोस्ती शायरी Dosti Shayari
दोस्ती
दोस्ती एक ऐसी घागर है।
जिसमें समाया सप्त सागर है।
खुले दिल का अंदाज है वह,
सप्त सुरों का आगाज है वह।
निस्वार्थ भावना का कानन है,
प्रेम की अनुपम अनुपालन है।
स्वार्थ रहित सहयोग की दर्शक,
प्रेमसुधा बरसाने वाली वर्तक।
आसमां के चांद से भी सुंदर,
निहारती रहती दिल के अंदर।
सुगंधित चंदन की खुशबू है,
सच्चे दिल की आरज़ू है।
त्याग, समर्पण की मिशाल,
दिल को कर देती है विशाल।
मस्त सुमुधुर संगीत की ध्वनि,
देख तड़पती है यह अवनी।
दोस्ती है प्रतिरूप ईश्वर की,
प्रतिपालक, उदारक स्वर की।
दोस्ती बिना सुना है संसार,
नहीं दिखते जीने के आसार।
हो जाते हो आप कभी नाराज,
दोस्ती को दीजिए ना आवाज।
वंदन, नंदन, मनुष्य के काज,
छुप जाते है जहां सारे राज।
दोस्ती रखती है अमर निशानी,
इशारों से समझो उसकी वाणी।
देवेन्द्र चौधरी, तिरोड़ा
ता. ३१/०७/२०२१
दोस्ती शायरी - दोस्त शायरी - Dost Shayari - Friendship Shayari
दोस्त बन जाएंगे दुश्मन भी तेरे
दोस्तों के साथ रहकर देखिए
●
तुझे जानता नहीं था कोई दोस्ती से पहले,
तेरा हुस्न कुछ नहीं था मेरी आशिक़ी से पहले।
●
हमने शायद ये भूल कर ली है
दोस्ती बेवफ़ा से कर ली है।
●
दोस्ती चीज़ है बहुत अच्छी,
दोस्त मिलता मगर है मुश्किल से।
Happy Friendship Day Quotes in Hindi
ये कैसी दोस्ती है मेरे ग़म में हंस रहा तू,
ज़रा चारासाज़ हो तू, कभी ग़मगु-सार हो तू।
●
ऐ जानेमन, जाने जिगर, मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे,
तेरी दोस्ती की क़सम तुझे, मेरा नाम दिल से मिटा न दे।
●
दुश्मनों से न कुछ शिकायत है,
दोस्तों ने ही दिल दुखाया है।
●
ज़रा दोस्त कहने वालो कभी दोस्ती निभा दो,
ये फ़र्ज़ ए दोस्ती है कि वफ़ा लो और वफ़ा दो।
मित्रता दिवस पर सुविचार | मित्रता दिवस शायरी Friendship Day 2021 Wishes Quotes
मित्रता दिवस
कृष्ण सुदामा की मित्रता
कृष्ण सुदामा की मित्रता
नहीं मिलता मिशाल है।
राजा कोई अकिंचन रे
दोनों दोस्त कमाल है।
दान पुरोहित छोटे पड़े
वह संकट विकराल है।
पत्नी जिद जद भारी हुआ
कष्ट सुदामा भाल है।
लेकर भूना चावल चना
धीरे पग पथ चाल है।
पहुँचे थक थक जब द्वारिका
हाँ!बेदम बेहाल है।
बोल आया इक फकीर रे
मित्र सुदामा ढ़ाल है।
फटे वसन पग जूते नहीं
बिखड़े-बिखड़े बाल है।
गिरिधर आये दौड़े तभी
नयन अश्रु लय-ताल रे।
बोल सुदामा कितने गये
बीते-बीते साल रे।
धन्यवाद।
प्रभाकर सिंह
नवगछिया, भागलपुर
बिहार
यारों की शायरी | यारों की महफ़िल शायरी | सच्ची यारी शायरी | दोस्ती यारी शायरी
ग़ज़ल
गरजे तो गुस्सा बरसे तो प्यार है।
ऐसा ही कुछ तो वो हमारा यार है।।
फूलों सा बरसे बादल सा वो गरजे।
इसिलिए भी कहता उसे वो दिलदार है।।
अजब निगाहें मस्ती अजब कहो हस्ती।
अपनी मर्जी का राजा वो मुख्तार है।।
मिठास शहद सी ता उम्र चलती रहे।
गुलपरी लगे जैसे कोई अनार है।।
इतना चाहों किसे हद पार हो जाये।
बड़े अरमानों की मोहब्बती मिनार है।।
रूठ जाये पहरों मनाता हू किस्मत।
ये नही देखता घर या फिर बज़ार है।।
'शहज़ाद' गजब की इजहारी इकरारी।
ललकार करते लगे दिल की पुकार है।।
मजीदबेग मुगल 'शहज़ाद'
हिगणघाट,जि,वर्धा,महाराष्ट्र
8329309229
Dosti Shayari - दोस्तों की शायरी
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