अगर आप से दिल लगाया न होता!
जमाने ने मुझ को सताया न होता!!
इश्क में गहरी चोट खाने वालों के लिए एक बेहतरीन गजल
इश्क़ मोहब्बत प्यार में धोखा ज़्ख़्मी दिल शेरो शायरी
Sad Love Shayari
अगर आप से दिल लगाया न होता!
जमाने ने मुझ को सताया न होता!!
जमाने ने मुझ को सताया न होता!!
किसी से मैं ये दिल लगाया न होता!
तभी इश्क में धोखा खाया न होता!!
जो हो जाती दुनिया को कद्रे-मुहब्बत!
वफा का फसाना बनाया न होता!!
मेरा दिल न होता अगर तेरा शैदा!
तुझे दिल में अपने बसाया न होता!!
न होती तेरी दीद की आरजू तो!
तेरी बज्म में आज आया न होता!!
न उड़ती मेरी रात की नींद, जालिम!
अगर आँख तुझ से मिलाया न होता!
न होता तेरा हुस्न तो,हुस्न-वाली/वाले
मुहब्बत में खुद को लुटाया न होता!
भटकता ही रहता तेरी जुस्तजू में!
तुझे अपने दिल में जो पाया न होता!
तेरी याद है इस से मन्सूब, वरना!
गले, जिन्दगी को लगाया न होता!
जो हो जाती हमदम को कद्रे-मुहब्बत
किसी से बहाना बनाया न होता!!
वो तो बे-वफा हैं, अगर जान जाते!
उन्हें हाल दिल का सुनाया न होता!
बहुत अच्छा होता, ए जालिम हसीना
तुझी से मैं ये दिल लगाया न होता!
मैं मर ही गया होता, जग में अकेला!
अगर आप का साथ पाया न होता!
मैं तुझ से भी कर लेता इश्को-मुहब्बत
अगर प्यार में धोखा खाया न होता
तशद्दुद नजर आता सारे जहाँ में!!
अगर अम्न का गीत गाया न होता!
मेरे हक में ऐ राम!,होता ये अच्छा!
किसी से मैं ये दिल लगाया न होता
मैं मर ही गया होता घुट-घुट के तन्हा
अगर आप का साथ पाया न होता!
मैं बेहतर सुखनवर न होता कसम से!
अगर"राम"का फैज पाया न होता!
तेरे जग में"बिस्मिल प्रेमी"ने"रामा"
मुहब्बत में खुद को मिटाया न होता
दर्दे दिल शायरी फोटो Dard E Dil Shayari Image
नोट :-इस तवील और मुन्फरिद गजल के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे, इन्शा-अल्लाह!
डाक्टर रामदास दिलीपकुमार इन्सान प्रेमनगरी, द्वारा डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी, खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड राँची-834001,झारखण्ड, इन्डिया!
डाक्टर रामदास दिलीपकुमार इन्सान प्रेमनगरी, द्वारा डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी, खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड राँची-834001,झारखण्ड, इन्डिया!
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