संगे मर - मर के हसीं ताज महल आ जाओ।
दिल है बेताब मेरा जाने ग़ज़ल आ जाओ।
दिल है बेताब मेरा जाने ग़ज़ल आ जाओ।
रोमांटिक शायरी हिंदी में लिखी हुई
शायरी लव रोमांटिक
ग़ज़ल
संगे मर - मर के हसीं ताज महल आ जाओ।
दिल है बेताब मेरा जाने ग़ज़ल आ जाओ।
सूना सूना है मेरे दिल का महल आ जाओ।
इस से पहले के चली आए अजल आ जाओ।
बन के मजनू मैं तुम्हें ढूंढता फिरता हूँ सनम।
छान डाले हैं सभी दश्तो जबल आ जाओ।
दिल बहलता ही नहीं चाँद सितारों से मिरा।
आप का इन में नहीं, कोई बदल आ जाओ।
मेरे नज़दीक मिरे नील कमल आ जाओ।
भूल जाए न मुहब्बत को हमारी दुनिया।
कर लें तामीर चलो कोई मह़ल आ जाओ।
बाम पे आके झलक अपनी दिखा दो मुझको।
मेरी हो जाए मुकम्मल ये ग़ज़ल आ जाओ।
बात हर एक अखरती थी तुम्हें जिसकी फ़राज़।
अब वो देगा ही नहीं कोई दख़ल आ जाओ।ll
सरफ़राज़ हुसैन "फ़राज़" पीपलसाना
मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश, अलहिन्द
संगे मर - मर के हसीं ताज महल आ जाओ।
दिल है बेताब मेरा जाने ग़ज़ल आ जाओ।
सूना सूना है मेरे दिल का महल आ जाओ।
इस से पहले के चली आए अजल आ जाओ।
बन के मजनू मैं तुम्हें ढूंढता फिरता हूँ सनम।
छान डाले हैं सभी दश्तो जबल आ जाओ।
दिल बहलता ही नहीं चाँद सितारों से मिरा।
आप का इन में नहीं, कोई बदल आ जाओ।
सुपर हिट लव शायरी
दर्दे फ़ुर्क़त से तड़पता है, ये दिल सीने में।मेरे नज़दीक मिरे नील कमल आ जाओ।
भूल जाए न मुहब्बत को हमारी दुनिया।
कर लें तामीर चलो कोई मह़ल आ जाओ।
बाम पे आके झलक अपनी दिखा दो मुझको।
मेरी हो जाए मुकम्मल ये ग़ज़ल आ जाओ।
बात हर एक अखरती थी तुम्हें जिसकी फ़राज़।
अब वो देगा ही नहीं कोई दख़ल आ जाओ।ll
सरफ़राज़ हुसैन "फ़राज़" पीपलसाना
मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश, अलहिन्द
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