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प्यार मोहब्बत के सवाल और जवाब शायरी | Sawal Jawab Shayari

ताने मारने वाली शायरी | जवाबी शायरी हिन्दी मेंं | पूछना शायरी

प्यार मोहब्बत के सवाल और जवाब शायरी | Sawal Jawab Shayari Hindi

Bewafa Shayari Photo | Bewafa Shayari Image | Bewafa SMS

उसने पूछा----------------- कैसी हो?
मैने कहा-------------------अच्छी हूँ।
उसने कहा----------------कैसी हो?
मैने कहा--- छोड़ कर गए थे वैसी हूँ
उसने कहा- रूप वही अंदाज वही है
मैंने कहा-------------हाँ मैं वही हूँ।
उसने कहा-- या कोई और बात सही
या फिर कोई और बात------- सही
मैंने कहा गए थे तुम तन्हा छोड़ कर?
बस तन्हा ही हूँ-----------वैसी हीं हूँ
उसने कहा हिज्रका कुछ एहसास है
मैंने कहा-----------------कुछ नहीं
उसने पुछा-तुम्हारे कोई आस - पास है
मैंने कहा बस तुम्हारी यादों का साथ है
उन यादों के सिवा------कुछ भी नहीं
उसने कहा कब टुटा था रिश्ता हमारा
मैंने कहा-----------------कभी नहीं
आँखों से जो आंसू बहते हैं वो क्या कहते हैं?
मैंने कहा वो----आवाज है तुम्हारी
कहते हैं हम कभी अलग थे ही नहीं
जो है वो मैं-----------आज भी हूँ मैं
तुम जान हो मेरी
मैं धड़कन तुम्हारी

Dard E Dil Shayari | Shayari On Dhoka | Sawal Jawab

फूल वफ़ा के खिल जायेगे
हम फिर----मिल जायेंगे
हम सफर हैं तुम्हारे हमराज़ हूँ
हमराज़ ही रह साथ निभाऊँ
उसने पुछा-----कहाँ हो तुम?
मैंने कहा दिल में अपने तो जाओ
निगाहें जरा निचे कर दिदार पाओ
पुष्पा निर्मल

प्यार मोहब्बत शायरी | प्रेमिका से प्रेमी का सवाल शायरी

मैंने पूछा कैसी हो?
बदले हो या वैसी हीं हो?
रूप वही अंदाज वही,
या कोई और बात सही।
या फिर कोई कमी दिखी।
हिज़्र का कुछ एहसास होगा।
कोई तुम्हारे पास होगा।
मैं बिछड़ा ये मज़बूरी थी।
कब मंज़ूर मुझे दूरी थी।
साथ हमारा कब छुटा है?
रूह का रिश्ता कब टूटा है?
आँख से जो आँसु बहते हैं।
तुमको ख़बर है क्या कहते हैं।
मैं कहा, कहाँ वो आवाज़ है तुम्हारी?
आज भी है वो हमराज़ हमारी।
फूल वफ़ा के खिल जायेंगे।
एक दिन फिर हम मिल जायेंगे।
निर्मल
Dr. Kavi Kumar Nirmal

मेरे रिश्तो को भी बहुत प्यार दिया : प्यार का रिश्ता शायरी Pyar Ka Rishta Shayari

"सपने"

सितारों को मुसलसल निहार कर
अपना जीवन दूसरों पर वार कर
प्रेरणा बनकर मेरा जीवन निखार दिया
मेरे रिश्तो को भी बहुत प्यार दिया

कुछ-कुछ कटाक्ष मिलते रहे तुम्हें
उन पर ना तुमने विचार किया
फर्ज पर अपनी अडिग रही
कर्तव्य पथ पर बढ़ती रही

मार्ग में कठिनाइयों काअभी आना जाना रहा
नई नई चुनौतियों से तुम्हारा सामना रहा
चट्टान सी अडिग तुम चलती रही
आजाद परिंदों से पंख लिए तुम उड़ती रही
पंखों के काटने के फरमान बहुत से थे
पर उड़ने के तुम मैं अरमान बहुत से थे
साहस को तुम्हारे एक दिन रंग लाना ही था
मंजिल को भी तुम्हें एक दिन पाना ही था
चुनौतियों में भी तुमने खुद को ढाल लिया
कुछ इस तरह तुमने अपना किरदार निखार लिया।।
स्वरचित कविता : सीमा शर्मा

प्यार हमनें भी किया था : प्यार मोहब्बत इश्क़ शायरी Pyar Mohabbat Love Shayari In Hindi

प्यार हमनें भी किया था,
राह ऐ इश्क़ हम भी चले थे।
कांटे हमनें भी क़बूल किये थे,
तुम क्यों पीछे हटे थे।
दिल से परवाह की थी,
अपनी लकीर न देखी थी।
प्यार हमनें भी किया था,
घर से तुम भी भागे थे।
अपमान मेरा क्यों हुया?
सजा तुम्हें भी मिलनी थी।
अपराध जवानी में किया,
इल्ज़ाम पुरखों पर लगा।
केस हमनें भी लड़ा था,
मामला बुढ़ापा तक चला।
प्यार हमनें भी किया था,
राह ऐ इश्क़ हम भी चले थे।
प्रतिभा जैन

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