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लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि दवा | लिवर के लिए आयुर्वेदिक दवा

लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि दवा | लिवर के लिए आयुर्वेदिक दवा

लिवर Liver को बोलचाल की भाषा में जिगर कहा जाता है। लिवर हमारे शरीर में पाए जाने वाला सबसे बड़ी ग्रंथि है और यह हमारे शारीरिक क्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण अंग (Organ) है यह शरीर के विषाक्त पदार्थ को बाहर करने में सहायता करता है। लिवर यह शरीर का इकलौता ऐसा अंग है जिसके खराब होने पर भी पूर्ण रूप से ठीक (Regenerate) होने की संभावना रहती है अर्थात इसे फिर से पहले की तरह स्वास्थ्य बनाया जा सकता है। लीवर या यकृत हमारे शरीर की लगभग 500 प्रकार की क्रियाओं को नियंत्रित करने में सहायता प्रदान करता है इसके अतिरिक्त शरीर में 30% रक्त की आपूर्ति भी करता है। यही कारण है कि हमें अपने लिवर का ध्यान रखना भी आवश्यक है। लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि में उपलब्ध है। आज भी बहुत से लोग लिवर में इन्फेक्शन और ख़राब लिवर की समस्या से पीड़ित हैं। अतः इस पोस्ट के माध्यम से हम लिवर में इन्फेक्शन होने के लक्षण और कमज़ोर और ख़राब लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि दवा द्वारा किस प्रकार किया जाता है और लिवर को स्वास्थ्य और मजबूत बनाने की दवा पतंजलि और आयुर्वेदिक के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। तो चलिए पढ़ते हैं लिवर में इन्फेक्शन होने के लक्षण और इसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में।


लिवर में इन्फेक्शन होने के लक्षण Liver Ka Ramban Ilaj

लिवर Liver शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है यह शरीर की अधिकांशतः जैविक क्रियाओं को नियंत्रित करता रहता है जिसमें खाना पचाना, शरीर से विषैले (Toxin) पदार्थों को बाहर करने, शरीर के लिए ऊर्जा (Energy) प्रदान करने, शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने आदि महत्वपूर्ण कार्य करने में लिवर का योगदान होता है। इसलिए लिवर का स्वास्थ्य तथा मजबूत होना अतिआवश्यक है। लिवर खराब होने की स्थिति में शरीर की कार्य करने की क्षमता बहुत हद तक कम हो सकती है। लिवर में इन्फेक्शन होने पर कई प्रकार के लक्षण कई प्रकार के दिखाई दे सकते हैं अतः खराब लिवर का समय पर इलाज करना अतिआवश्यक हो जाता है। तो चलिए पढ़ते हैं कि लिवर में इन्फेक्शन होने के लक्षण क्या हैं और लीवर खराब होने पर शरीर किस प्रकार के संकेत देता है।


लिवर खराब होने के शुरुआती लक्षण क्या है | लिवर खराब होने के संकेत

लिवर खराब होने के संकेत : लिवर खराब होने की स्थिति में कई प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस बीमारी में एक बहुत बड़ी समस्या यह होती है कि लिवर खराब होने के अधिकांशतः लक्षण बहुत ही साधारण और आसानी से नहीं दिखाई देते हैं। अक्सर लिवर खराब होने के लक्षण बिना डॉक्टरी जांच पड़ताल के इसका पता ही नहीं चल पाता है। कभी कभार तो ऐसा भी देखा गया है कि मरीज को लिवर खराब होने की स्थिति में भी किसी प्रकार के कोई लक्षण ही नहीं थें। ऐसी स्थिति में कई बार मरीजों को बहुत समय के बाद बीमारी का पता चलता है और तब तक स्थिति बहुत खराब हो चुकी होती है। लिवर खराब होने के शुरुआती लक्षणों में उल्टी होना, थकावट, कम भूख लगना, एडिमा, दस्त होना, लगातार वजन घटना, पीलिया, पूरे शरीर में खुजली होना, और पेट में तरल पदार्थ बनना वगैरह शामिल हैं। लिवर रोग के विशेषज्ञ बताते हैं कि लिवर की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए शराब के अत्यधिक सेवन से सदैव बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त अधिक तली-भुनी एवं मसालेदार खाद्य पदार्थ का सेवन भी नहीं करना चाहिए।


लिवर में इन्फेक्शन होने के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:

पैरों तथा एड़ियों में सूजन होना
आंखों और नाखूनों का रंग पीला हो जाना
बिना बुखार हुए पर भी मुंह का स्वाद कड़वा हो जाना
लिवर में सूजन आने के कारण पेट का आकार बढ़ जाना 
वजन का तेजी से घटना
मल में काले रंग के साथ खून का आना


लिवर खराब होने का कारण लिवर कैसे ख़राब होता है

लिवर खराब होने का कारण अत्यधिक शराब पीना और धूम्रपान का सेवन करने से हानिकारक धुआं और जहरीले रसायनों का लिवर तक पहुंचना है। जिसके कारण लिवर जल्दी खराब होने का खतरा अधिक रहता है। इसके अतिरिक्त आवश्यकता से अधिक भोजन ग्रहण करने से शरीर में फैट (Extra Fat) की अधिक मात्रा हो जाती है जिसके कारण भी कोशिकाओं से फैट बाहर निकलकर लिवर में जमा होने लगता है जिस से लिवर जल्दी डैमेज होने लगता है। अधिकांश लोग छोटे-मोटे दर्द के लिए पेन किलर दर्द निवारक दवाई (Pain-killer) का सेवन करने लगते हैं जिसका प्रभाव किडनी पर अधिक पड़ता है जिसके कारण लिवर तथा किडनी की विभिन्न बीमारियां उत्पन्न होती रहती हैं। तो चलिए आगे पढ़ते हैं लिवर को स्वस्थ और मजबूत बनाने के लिए पतंजलि दवा के बारे में।


लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि दवा

लिवर में इन्फेक्शन होने के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर आपको अपने लिवर के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देना चाहिए ऐसा करना बहुत आवश्यक होता है। लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि दवा द्वारा पूर्णतः किया जा सकता है। लिवर की समस्याएं कई तरह की होती हैं जैसे की फैटी लिवर की बीमारी, लिवर सिरोसिस वगैरह। पतंजलि आयुर्वेदिक दवाओं में लिवर को स्वस्थ एवं मजबूत करने के लिए उत्तम औषधि उपलब्ध है जिसके सेवन करने से लिवर संबंधित सभी प्रकार की बीमारियां पूरी तरह से ठीक हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं कि लिवर के लिए पतंजलि दवा क्या है विस्तार से। लिवर को स्ट्रांग बनाने की दवा के लिए पूरा पढ़िए।


लिवर की रामबाण दवा पतंजलि | लिवर को स्वस्थ और स्ट्रांग बनाने की दवा पतंजलि 

लिवर को स्वस्थ और मजबूत बनाने की दवा पतंजलि में उपलब्ध है, जिसके बारे में संपूर्ण जानकारी निचे बताई जा रही है।

पतंजलि लिवामृत सिरप Patanjali Livamrit Syrup

1. पतंजलि लिवामृत सिरप के सेवन से लिवर मजबूत और स्वस्थ बनाएं Patanjali Livamrit Syrup
लिवर का रामबाण इलाज में पतंजलि की दवा लिवामृत सिरप बहुत लाभदायक है। पतंजलि की यह दवा लिवर के लिए अत्यधिक फायदेमंद साबित होता है। यह आयुर्वेदिक पतंजलि दवा लिवर को इंफेक्शन से मुक्त रखने में सहायता करता है। लिवामृत सिरप में कई प्रकार की दुर्लभ जड़ी बूटियों का समावेश किया गया है जैसे कि भूमि आंवला, भृंगराज, पुनर्नवा, गिलोय, काकामाची, कटुकी, मुलेटी, अर्जुन की छाल और अन्य जड़ी बूटी इत्यादि। इन जड़ी बूटियों में एंटीवायरल, हेपेटोप्रोटेक्टिव तथा एम्मुनिटी बढ़ाने वाले विशेष गुण पाए जाते हैं जो खून को साफ रखने में तथा लिवर की सुजन और विकारों को कम करने मे अत्यधिक महत्वपूर्ण और लाभदायक हैं। लिवामृत सिरप का सेवन हर दिन 2-2 चम्मच सुबह-शाम खाली पेट करना चाहिए। लिवामृत पतंजलि दवा लिवर के स्वास्थ्य और मजबूती के लिए लिवामृत सिरप तथा लिवामृत टेबलेट दोनों प्रकार में उपलब्ध कराया गया है। आप अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर से अथवा पतंजलि वेबसाइट से इस दवा को आसानी से प्राप्त सकते हैं।


लिवर रोग का रामबाण इलाज पतंजलि काढ़ा सर्वकल्प क्वाथ Sarvakalp Kwath

2. लिवर रोग का रामबाण इलाज पतंजलि काढ़ा सर्वकल्प क्वाथ (Sarvakalp Kwath)
लिवर में सूजन आने से पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाता है। ऐसी स्थिति में लिवर को मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए पतंजलि काढ़ा सर्वकल्प क्वाथ का नियमित सेवन करने से लिवर में सूजन की बीमारी पूरी तरह से दूर हो जाती है। पतंजलि की यह दवा लिवर को ठीक करने का असरकारी आयुर्वेदिक काढ़ा है जिसमें भूमि आंवला, पुनर्नवा और मकोय जैसी गुणकारी जड़ी बूटियों का समावेश किया गया है जो लिवर की बीमारी और सूजन कम करने में तथा पाचन तंत्र को नियमित करने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। पतंजलि काढ़ा बनाने के लिए 10 ग्राम (2-3 चम्मच ) सर्वकल्प क्वाथ को 400ml पानी में डालकर उबालें। लगभग 15 से 20 मिनट पश्चात काढ़ा बनकर पीने के लिए तैयार हो जाएगा। इस काढ़े का सेवन भोजन करने से 2 घंटे पहले अवश्य करें।


लिवर की कमज़ोरी के लिए पतंजलि गोमूत्र | पतंजलि आयुर्वेदिक दवा

3. लिवर की कमज़ोरी के लिए पतंजलि गोमूत्र
पतंजलि आयुर्वेदिक दवा लिवर की कमज़ोरी दूर करने और लिवर को स्वस्थ, स्ट्रांग बनाने की दवा है। अगर लिवर की बीमारी और लिवर की कमजोरी फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस के कारण है तो आपके लिए पतंजलि गोमूत्र का सेवन अधिक उपयुक्त होगा। यह देसी काली गाय का गोमूत्र एंटीबायोटिक तथा एंटीफंगल होता है जिससे शरीर में एंटी-माइक्रोबियल के असर को बढ़ाने में सहायता करता है इसके कारण फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियां ठीक हो जाती हैं।


लिवर को स्वस्थ और स्ट्रांग कैसे बनाये घरेलू उपाय

लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि की दवा के साथ साथ घरेलू तरीको और आयुर्वेदिक नुस्खे से भी किया जा सकता है। अगर लिवर में इन्फेक्शन होने के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप निचे बताये गये लिवर मजबूत और स्वस्थ बनाने का घरेलू तरीका का उपयोग कर सकते हैं।

लिवर के लिए आयुर्वेदिक दवा

1. लिवर के स्वास्थ्य लाभ के लिए हल्दी लाभदायक
लिवर को मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए हल्दी बहुत महत्वपूर्ण होती है। हल्दी में एंटीसेप्टिक तथा एंटीऑक्सीडेंट गुण विद्यमान होते जो लिवर को इंफेक्शन से मुक्त रखने में सहायता करते हैं। हल्दी का नियमित रूप सेवन करने के लिए एक गिलास गुनगुने शुद्ध दूध में देसी हल्दी का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम सेवन करना चाहिए। इस आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे से आपके लिवर का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।


लिवर के लिए पपीता का सेवन

2. मजबूत और स्वस्थ लिवर के लिए पपीता का सेवन
लिवर को स्ट्रांग और स्वस्थ बनाने का घरेलू उपचार में पपीता का बहुत लाभदायक है।लिवर सिरोसिस Liver Cirrhosis जैसी गंभीर बीमारी को भी ठीक करने के लिए पपीता का सेवन लाभकारी होता है। इसके अतिरिक्त लिवर मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए पपीते के पत्तो का रस का भी सेवन किया जा सकता है। आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे को बनाने के लिए 2 चम्मच पपीते के पत्ते का रस निकालिए फिर उसमें 1 चम्मच कागजी निम्बू का रस मिलाकर सेवन करने से कुछ ही दिनों में लिवर इन्फेक्शन ठीक हो जाता है।


लिवर का आयुर्वेदिक उपचार सेब का सिरका

3. सेब का सिरका 
सेब का सिरका लिवर से विषैले पदार्थ बाहर निकलने में सहायता करता है। भोजन करने से पहले सेब के सिरके का नियमित सेवन करने से शरीर में उपस्थित वसा को घोलता है। लिवर को मजबूत और स्वस्थ बनाने के घरेलू उपाय में यह नुस्खा बहुत लाभदायक है। इस घरेलू नुस्खे को बनाने के लिए 1 ग्लास शुद्ध पानी में 1 चम्मच शुद्ध शहद और 1 चम्मच ताज़े सेब का सिरका मिलाकर हर दिन सेवन करें इससे लिवर का स्वास्थ अच्छा रहता है।


लिवर की बीमारी में आंवला का सेवन

लिवर हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल को तोडकर बाईल जूस में बदल देता है। ताज़ा आंवले का सेवन लिवर के स्वास्थ को मजबूत और स्वस्थ बनाने में सहायक होता है। आंवले में विटामिन सी तथा लिवर की बीमारियों से बचाव के गुण पाये जाते हैं। लिवर की बीमारी के लिए कच्चे आंवले और आंवले का मुरब्बा का सेवन किया जा सकता है।

लिवर का रामबाण इलाज मुलैठी चाय

5. मुलैठी चाय 
लिवर को स्ट्रांग और स्वस्थ बनाने की दवा मुलैठी है। मुलैठी लिवर के लिए आयुर्वेदिक गणों से भरपूर जड़ी बूटी है यह लिवर की बीमारी के लिए अत्यधिक असरदार साबित होती है। लिवर ख़राब होने की समस्या में मुलेठी की आयुर्वेदिक जड़ी बूटी की चाय अधिक उपयुक्त है। इसको बनाने के लिए मुलैठी की जड़ को पीसकर उबलते पानी में मिलाकर कुछ देर बाद इस मिश्रण को ठंडा होने दीजिए। इसके बाद मिश्रण को छान कर उसका नियम से सेवन कर सकते हैं।


लिवर के लिए गाजर का जूस लाभदायक

लिवर को मजबूत और स्वस्थ बनाने के घरेलू नुस्खे में गाजर का जूस सर्वाधिक लाभदायक पाया गया है। गाजर में फ्लेवोनॉयड्स तथा बिटा कैरोटीन की उच्च मात्र उपस्थित होती है जो लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अतिरिक्त गाजर में विटामिन-ए Vitamin A भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो मुख्य रूप से लिवर से संबंधित बीमारियों से छुटकारा पाने में सहायता करता है। कमजोर और ख़राब लिवर को मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए सुबह शाम गाजर के जूस का सेवन करना चाहिए।
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