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हर हर गंगे, गंगा आरती भजन लिरिक्स Ganga Aarti Har Har Gange Lyrics in Hindi

भारत की पहचान है गंगा, गंगा आरती भजन लिरिक्स Ganga Aarti Lyrics Hindi

भारत की पहचान है गंगा
(भक्ति काव्य गीत)
भारत की पहचान है गंगा, हर हर गंगे,
देश का अभिमान है गंगा, हर हर गंगे।
हमारी सभ्यता और संस्कृति जुड़ी इससे,
आन बान व शान है गंगा, हर हर गंगे।
भारत की पहचान है……

बाबा भोलेनाथ शान से जटा में सजाते,
धरा का अरमान है गंगा, हर हर गंगे।
वर्षा ऋतु में भयंकर रूप पकड़ लेती है,
हरियाली की जान है गंगा, हर हर गंगे।
भारत की पहचान है……

जग के लिए गंगा मैया जो कुछ भी हो,
भारत हेतु वरदान है गंगा, हर हर गंगे।
बहुत सारी नदियां, मिलती हैं गंगा में,
तभी देवी समान है गंगा, हर हर गंगे।
भारत की पहचान है……
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार

गंगा महिमा भजन भक्ति गीत : सदियों से शान है गंगा

तू सदियों से भारत की शान है गंगा,
हम भारतवासी का अभिमान है गंगा।
हम संतान तुम्हारी, तू माता है हमारी,
सभ्यता संस्कृति की, पहचान है गंगा।
तू सदियों से…………

तेरा पानी खेतों में पैदा करता है सोना,
तेरी लहरों पर चलता नहीं है जादू टोना।
तू हरियाली का राज, खुशहाली का ताज,
देश के लिए सबसे बड़ा वरदान है गंगा।
तू सदियों से…………..

ऋषि मुनि माला जपे, आरती करे पंडित,
शंकर की जटा, करती है महिमा मंडित।
सारे रत्न छुपे हैं तुझमें, जानती दुनिया,
इस पर्यावरण की, सच्ची जान है गंगा।
तू सदियों से………..

तू रोटी दाल देकर भूख मिटाती जग की,
निर्मल जल से, प्यास बुझाती है सबकी।
मकान भी देती है इस दुनिया को सदा,
तू तन ढकने को देती परिधान है गंगा।
तू सदियों से………….

सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

Ganga Maiya Ke Bhajan गंगा महिमा भजन, भक्ति गीत: जो गंगा को माता कहते

भक्ति गीत: जो गंगा को माता कहते
जो गंगा को माता कहते हैं,
सारे भारत देश में रहते हैं।
सुबह शाम आरती उतारते,
धारा के संग संग बहते हैं।
जो गंगा को………..
भारत की पहचान है गंगा,
हरियाली की जान है गंगा।
संस्कृति इससे जुड़ी हुई है,
चरण वंदन मिल करते हैं।
जो गंगा को…………
निर्मल कल कल बहता पानी,
सुनाता है सदियों की कहानी।
गांव और शहर बसे हैं किनारे,
ये सुख दुःख हंसकर सहते हैं।
जो गंगा को………….
गंगा धरती की प्यास बुझाती,
खेतों में सुंदर फसलें लहराती।
नाचते गाते लोग सर झुकाते,
और संग संग बाजे बजते हैं।
जो गंगा को……….
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार

Ganga Aarti Lyrics In Hindi : गंगा पूजन आरती | गंगा मैया की आरती लिरिक्स

भक्ति गीत : गंगा पूजा आरती
आरती स्वीकार कर लो, हे गंगा मैया,
आज पार लगा दो नैया हे गंगा मैया!
तेरी पूजा अर्चना करती दुनिया सारी,
तेरे किनारे नंदन वन में चरती गैया।
आरती स्वीकार कर………

Ganga aarti Varanasi | गंगा आरती हरिद्वार

धन्य धन्य जीवन है, भारतवासी का,
मनमोहक बसेरा है बनारस काशी का।
प्रयाग राज, हरिद्वार तेरी कृपा से हैं,
हरियाली लहराकर, देती सबको छैयां।
आरती स्वीकार कर……….
तू जीवनदायिनी हो, तू मोक्षदायिनी हो,
तू जन कल्याणी हो, तू पाप नाशिनी हो।
मां तुम सच्चा स्नेह देती हो हम सबको,
तुम ही नैया हो और तुम ही हो खेवैया।
आरती स्वीकार कर………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

गंगा माता आरती लिरिक्स Har Har Gange Lyrics in Hindi

Ganga Mata Aarti Bhajan

Ganga Maiya Dheere Chalo | Ganga Maiya Dheere Baho Lyrics

गंगा मैया के महिमा गंगा भजन लिरिक्स Ganga Maiya Ke Mahima Aapar Bhajan Lyrics

गंगा महिमा गीत
(भक्ति रचना)
“जय गंगा मैया”
गंगा, तू धीरे धीरे चल,
गंगा, तू धीरे धीरे चल।
मां तेरा जल बड़ा निर्मल,
गंगा, तू धीरे धीरे चल।
गंगा तू……
चांदी जैसे चमकता पानी,
हरियाली है तेरी निशानी।
बहुत प्यार करते हैं तुमसे,
माई बहती जा कल कल।
गंगा तू……
कानों को भाती तेरी लोरी,
ममता तेरी रेशम की डोरी।
जबतक बहती जाती मैया,
भविष्य जग का उज्जवल।
गंगा तू……
आदिकाल है रहा है माता,
भारत भूमि से तेरा नाता।
वर्षा ऋतु में, हे महारानी,
तेरी धारा होती बड़ी चंचल।
गंगा तू…..
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार

गंगा महिमा भजन Ganga Maiya Ki Mahima Bhari – भक्ति गीत गंगा मैया तेरी महिमा

भक्ति गीत गंगा मैया तेरी महिमा
गंगा मैया, तेरी महिमा अपरंपार है,
अमृत जैसे पावन, तेरा जलधार है।
निर्मलता तेरी मैया, जग जाहिर है,
तेरे आशीष में, जीवन का सार है।
गंगा मैया…………..
ऋषि मुनि तेरी करते पूजा अर्चना,
सबके हृदय में, तेरे लिए प्यार है।
हरियाली का रास्ता तू दिखाती है,
तेरी माटी को बारंबार नमस्कार है।
गंगा मैया…………
तू ही भागीरथी, तू ही मंदाकिनी हो,
तेरी बूंद बूंद में शामिल संस्कार है।
तेरे किनारे बड़े बड़े शहर बसे हुए हैं,
पर गांवों का भी समान अधिकार है।
गंगा मैया……………
भोले बाबा की जटा की शोभा हो तुम,
बड़ा अद्भुत लगता यह रूप श्रृंगार है।
तुमने ही प्रयागराज को तीर्थ बनवाया,
जो मानता तुमको, बेड़ा उसका पार है।
गंगा मैया…………..
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)

गंगा महिमा भजन Ganga Mahima Bhajan Lyrics In Hindi

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