भरोसा तोड़ना शायरी - विश्वास पर धोखा शायरी Bharosa Todna Shayari
गीत : भरोसा तो सब पर कियाहमने तो भरोसा सदा सब पर किया,
लेकिन धोखा हमेशा अपनों ने दिया।
किसी पर अब कोई क्यों करे भरोसा?
हमें तो धोखा हमेशा अपनों ने दिया।
हमने तो भरोसा……
अपनों से धोखा शायरी इन हिंदी
जिसने जैसे चाहा मुझको वैसे ही लूटा,मैं फिर भी नहीं अबतक, मन से टूटा।
जिसको सच्चा समझा वो निकला झूठा,
जो सपने देखे थे, धोखा सपनों ने दिया।
हमने तो भरोसा……
Bharosa Todna Shayari - Dhokha Shayari
बार बार गिरता हूँ और फिर संभलता हूँ,सोचता हूँ कुछ कुछ और हाथ मलता हूँ।
क्या बताएं और किसको बताएं यह दर्द?
दो नयनों को धोखा, दो नयनों ने दिया।
हमने तो भरोसा……
विश्वास टूटने पर शायरी - धोखा शायरी - भरोसा टूटना शायरी
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
इंसान से उठ गया भरोसा : विश्वास टूटने पर शायरी - धोखा शायरी - भरोसा टूटना शायरी
कविता
इंसान से उठ गया भरोसा
हमें कभी किसी भगवान ने नहीं मारा,
हमें किसी कोरोना, शैतान ने नहीं मारा,
हम जहान में इंसान बनकर आये थे,
हमें तो इस जग में बस इंसान ने मारा।
Dhokha Shayari
कोरोना को किसी गॉड ने नहीं बनाया,
एटम बम भगवान ने कभी नहीं लाया
आगे भी मरेंगे बेमौत अपनी करनी से,
गर इंसान इंसान को समझ नहीं पाया।
हमारा कोई दुश्मन नहीं इस जहान में,
हम खुद मर,मार रहे झुठी शान में,
हमें तो खुद इसान से उठ गया भरोसा,
अब तो केवल ईश्वर है अपना सहारा।
अरविन्द अकेला
Read More और पढ़ें:
0 टिप्पणियाँ