भरोसा तोड़ने वाली शायरी
तेरे वादों पे करके भरोसा-Tere Wadon Pe Kar Ke Bharosa-Bewafai-बेवफाई
"अंजाम"
मिलने का वादा शायरी
तेरे वादों पे करके भरोसा,
मुफ्त हुए बदनाम!
ऐसे चले महफिल से तेरे,
जैसे कोई नाकाम!
मुफ्त हुए बदनाम!
ऐसे चले महफिल से तेरे,
जैसे कोई नाकाम!
झूठा वादा शायरी
था मेरी शायद किस्मत में,
डूबना है तेरी उल्फत में!
उजड़ी ऐसे दिल की दुनियां,
जैस मचा कोहराम!
डूबना है तेरी उल्फत में!
उजड़ी ऐसे दिल की दुनियां,
जैस मचा कोहराम!
वादा निभाना कोट्स
जिंदा है पर सांस कहां है,
मिलने की अब आस कहां है!
सुबह का सूरज डूब चुका अब,
जीवन की है शाम!
ये दिन दुश्मन भी ना देखे,
कैसे मिले हैं प्यार में धोखे!
प्रीत का बदला मिला है ऐसा,
खूब मिला अंजाम
मिलने की अब आस कहां है!
सुबह का सूरज डूब चुका अब,
जीवन की है शाम!
ये दिन दुश्मन भी ना देखे,
कैसे मिले हैं प्यार में धोखे!
प्रीत का बदला मिला है ऐसा,
खूब मिला अंजाम
दोस्ती का वादा शायरी
तेरे वादों पे करके भरोसा,
मुफ्त हुए बदनाम!
ऐसे चले महफिल से तेरे,
जैसे कोई नाकाम
प्रीतम कुमार झा
मुफ्त हुए बदनाम!
ऐसे चले महफिल से तेरे,
जैसे कोई नाकाम
प्रीतम कुमार झा
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