न टूटे बस मुह़ब्बत से भरा दिल
कहाँ ले जाऊँ मैं टूटा हुआ दिल
कहाँ से ले के आऊँ मैं नया दिल
उसी के गीत गाता है सदा दिल
तिरी बातों से कुछ ऐसा बढ़ा दिल।
कि चुपके- चुपके तेरा हो गया दिल।
कहाँ ले जाऊँ मैं टूटा हुआ दिल
कहाँ से ले के आऊँ मैं नया दिल
उसी के गीत गाता है सदा दिल
Dil Dukhane Wali Shayari - Dil Tutne Ki Shayari
ग़ज़लतिरी बातों से कुछ ऐसा बढ़ा दिल।
कि चुपके- चुपके तेरा हो गया दिल।
लुटा है जिसकी उल्फ़त में मिरा दिल।
उसी के गीत गाता है सदा दिल।
कहीं रुस्वा न हो जाए मुह़ब्बत।
मिरी ख़ातिर न ऐसे तू जला दिल।
टूटा दिल स्टेटस - जखमी दिल शायरी
ख़ुदाया यह दुआ़ है तुझ से मेरी।
न टूटे बस मुह़ब्बत से भरा दिल।
न टूटे बस मुह़ब्बत से भरा दिल।
वो कहते है बदल दो अपने दिल को।
कहाँ से ले के आऊँ मैं नया दिल।
मिरे दिलबर मुझे इतना बता दे।
कहाँ ले जाऊँ मैं टूटा हुआ दिल।
ह़सद रखते हैं जो हर वक़्त दिल में।
फ़राज़ उन से न हरगिज़ तू लगा दिल।
सरफ़राज़ हुसैन फराज़ मुरादाबाद
Tute Hue Dil Ki Shayari - Shayari Dil Ko Chune Wali
दिल टूटने वाली शायरी फोटो - टूटा हुआ दिल इमेज
क़िस्सा-ए-दर्द भुलाने को कहाँ जाएँ हम।
ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम।
दर्द भरी शायरी - दर्दे दिल शायरी Dard Bhari Shayari | Dard E Dil Shayari
गीत
क़िस्सा-ए-दर्द भुलाने को कहाँ जाएँ हम।
ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम।
उनके जाते ही बहारों ने भी रुख़ फेर लिया।
ऐसा लगता है ज़माने ने ही रुख़ फेर लिया।
बिगड़ी तक़दीर बनाने को कहाँ जाएँ हम।
ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम।
अश्क आँखों के वो दामन में समो लेते थे।
वो गले मिल के ज़रा देर को रो लेते थे।
अब वही अश्क छुपाने को कहाँ जाएँ हम।
ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम।
आँख फेरी है मसीह़ा ने हमारे जब से।
रूह़ बेचैन है दिल भी है परेशाँ तब से।
दर्दे दिल अपना दिखाने को कहाँ जाएँ हम।
ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम।
क़िस्सा-ए-दर्द भुलाने को कहाँ जाएँ हम।
ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना यू.पी.
Tuta Hua Dil Gam Bhari Shayari | टुटा हुआ दिल ग़म शायरी
गीत
सोज़े ग़म मेरा ज़रा देर भुला दे साक़ी।
मुस्कराना मिरी आँखों को सिखा दे साक़ी।
सोज़े ग़म मेरा.....
रुख़ से ज़ुल्फ़ों की ये चिल्मन तो हटा दे साक़ी।
जल्वा - ए - हुस्न मुझे अपना दिखा दे साक़ी।
सोज़े ग़म मेरा.....
बिन पिए कैसे रहूँगा ये बता दे साक़ी।
जाम ख़ाली है तो आँखों से पिला दे साक़ी।
सोज़े ग़म मेरा.....
प्यास भड़की है मिरे दिल की बुझा दे साक़ी।
आज पैमाने पे पैमाना पिला दे साक़ी।
सोज़े ग़म मेरा.....
मैं हूँ दीवाना तिरा सब को बता दे साक़ी।
मुझ पे मयख़ाने का मयख़ाना लुटा दे साक़ी।
सोज़े ग़म मेरा.....
अपनी दहलीज़ पे सर उसका झुका दे साक़ी।
छक्के वाई़ज़ के ज़रा देर छुड़ा दे साक़ी।
सोज़े ग़म मेरा.....
रंग मेह़फ़िल मे नया फिर से जमा दे साक़ी।
जादू नैनो का मिरे दिल पे चला दे साक़ी।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना मुरादाबाद यू.पी.
हर तरफ़ है असर उदासी का: दर्द भरी शायरी - Udaas Dil Dard Bhari Shayari
ग़ज़ल
हर तरफ़ है असर उदासी का।
दिल हुआ है नगर उदासी का।
आर्ज़ू है यह क़ल्बे मुज़तर की।
हो सफ़र मुख़्तसर उदासी का।
कोई साथी नहीं मिला हमको।
ख़ुद ही काटा सफ़र उदासी का।
हमने ख़ुशियों के रुख़ पे देखा है।
हर ख़ुशी को है डर उदासी का।
ख़ुशनुमा आप के हसीं रुख़ पर।
क्या सबब है मगर उदासी का।
मुस्कुराते हुए गुलिस्ताँ में।
किसने बोया शजर उदासी का।
ज़र्द चेहरे फ़राज़ हैं सब के।
हर सू बैठा है डर उदासी का।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
दिल टूट जाने की शायरी Kabhi Kisi Se Dil Na Lagana Shayari
गीत – दिल न लगाना।
बात हंस के कर लेना मगर दिल न लगाना।
तुम तनहा गुजर कर लेना मगर दिल न लगाना।
करते है ये मीठी बाते, देते है दर्द की सौगाते।
कभी पास बुलाते है, कभी खुद ही दूर जाते है।
हर बात का पास है इनके क्या खूब बहाना।
तुम तनहा गुजर कर लेना मगर दिल न लगाना।
अपने हुश्न ओ शुरुर गुरूर खूब करते है।
कहते बदनमियों से हम बहुत डरते है।
फिक्र जमाने की ये अजीब करते है।
डरते जो जमाने प्यार कहा करते है।
बे बात रूठ जाना, हरदम तोहमत है लागना।
तुम तनहा गुजर कर लेना मगर दिल न लगाना।
लगाके दिल तोड़ देना इनकी फितरत है।
नाम बेवफाओ में खूब इनकी सोहरत है।
इश्क खुदा इश्क इबादत ये क्या जानेंगे।
किसी के हुये नहीं वो क्या तुमको मानेंगे।
सर मंदिर झुकाना हाले दिल न इनको बताना।
तुम तनहा गुजर कर लेना मगर दिल न लगाना।
श्याम कुँवर भारती
सोज़े ग़म मेरा ज़्ख़्मी दिल शेरो शायरी - ग़म शायरी
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