ईद शायरी इन हिंदी | ईद मुबारक शायरी
ग़ज़ल
दिलों की पीर मिटाने को ईद आई है।
मता - ए - दर्द भुलाने को ईद आई है।
दिलों की पीर मिटाने को ईद आई है।
मता - ए - दर्द भुलाने को ईद आई है।
ग़मों की भीड़ में,मायूसियों के साए में।
शिकस्ता ख़्वाब सजाने को ईद आई है।
Eid Mubarak Shayari
अजब सी सादगी हर सिम्त थी फ़ज़ाओं में।
दिलों में ऐश जगाने को ईद आई है।
दिलों में ऐश जगाने को ईद आई है।
जिधर भी देखिए ऐश ओ तरब है फ़रह़त है।
हज़ारों रंग दिखाने को ईद आई है।
ईद आई है शायरी
चले भी आओ के मौसम बहुत सुहाना है।
निशातो लुत्फ़ लुटाने को ईद आई है।
निशातो लुत्फ़ लुटाने को ईद आई है।
मिटाने दिल से कदूरत के सारे ज़ख़्मों को।
वफ़ा के गीत सुनाने को ईद आई है।
फ़राज़' जिनका नहीं कोई पुरसाँ दुनिया में।
नसीब उन का बनाने को ईद आई है।
ईद शायरी फोटो डाउनलोड - Eid Mubarak Wishes HD free online
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
Read More और पढ़ें:
●मेरा दोस्त ईद का चाँद है!– ईद पर ग़ज़ल शायरी Chand Aur Eid Shayri
● आइए सब को बाँटे दुआ ईद में– ईद मुबारक शायरी इमेज Eid Mubarak Shayari Hindi
● हबीबे रब हो रफ़ीक़े जग हो– नात शरीफ़ हिंदी में लिखी हुई Bakra Eid Ki Naat
0 टिप्पणियाँ