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शरद ऋतु निबंध - Sharad Ritu Par Nibandh

शरद ऋतु निबंध - Winter Season Essay in Hindi

आज के पोस्ट में हम शरद ऋतु पर निबंध प्रस्तुत करने जा रहे हैं। शरद ऋतु भारत के चार ऋतुओं में सबसे ठंडी ऋतु होती है। शरद ऋतु की शुरुआत नवंबर के महीने में आंशिक रूप से हो जाती है और दिसंबर से जनवरी के महीने में यह अपने चरम पर पहुंच जाती है। इसीलिए दिसम्बर और जनवरी को शरद ऋतु के सबसे ठंडे महीने माना जाता है। फरवरी के महीने से शरद ऋतु कि प्रभाव कम होने लगता है और मार्च में होली के आगमन पर शरद ऋतु पूरी तरह समाप्त हो जाती है और वहीं से बसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। 

शरद ऋतु पर निबंध - Sharad Ritu Par Nibandh


निबंध 1 (250 – 300 शब्द में)

शरद ऋतु का परिचय: जैसे जैसे शरद ऋतु चरम सीमा पर पहुंचती है वैसे वैसे वातावरण का तापमान तेजी से कम होने लगता है। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी शुरू हो जाती है और पूरा इलाका बर्फ की सफेद मोटी चादर से ढक जाता है। बर्फ़ से ढके हुए पहाड़ देखने में बहुत ही सुन्दर लगते हैं। शरद ऋतु में कड़ाके की ठंड पड़ने के कारण लोगों को घर से बाहर जाने के दौरान काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

शरद ऋतु का आगमन

शरद ऋतु का आगमन नवंबर के महीने से होता है और फरवरी महीने के अंत में समाप्त होता है। लोग शरद ऋतु में ठंडी हवाओं से बचने के लिए और अपने शरीर को गर्म रखने के लिए मोटे ऊनी कपड़े पहनते हैं।

शरद ऋतु का का प्रभाव

हमें शरद ऋतु की चरम सीमा के महीने में अत्यधिक ठंड और तेज़ ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ता है। वातावरण में दिन और रात के समय तापमान में अचानक अत्यधिक परिवर्तन देखने को मिलता है। शरद ऋतु में रातें लम्बी होती है और दिन बहुत छोटे होते हैं। आसमान बिल्कुल साफ दिखता है हालांकि, कभी-कभी शरद ऋतु के चरमोत्कर्ष पर पूरे दिन धुंध और कोहरा छाया रहता है। कभी-कभी शरद ऋतु में बारिश भी होने लगती है और यह स्थिति को और भी बुरा बना देती है।

निष्कर्ष
शरद ऋतु हम सब को जीवन के कठोर संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा देती है। शरद ऋतु से पहले हमारा जीवन सामान्य रहता है लेकिन शरद ऋतु में हमारा संघर्ष बढ़ जाता है। जिस प्रकार से शरद ऋतु के जाने के उपरांत हमें बसंत का सुखद अनुभव प्राप्त होता है, ठीक उसी प्रकार से जीवन में संघर्ष करने के बाद हमें सफलता का अनुभव और आनन्द प्राप्त होता है। शरद ऋतु यही संदेश देती है।

शरद ऋतु पर निबंध : 300 शब्दों में


प्रस्तावना
शरद ऋतु ( सर्दी का मौसम ) बहुत ही ठंडी ऋतु होती है। शरद ऋतु पतझड़ के बाद शुरु होती है तथा वसंत ऋतु के आगमन पर समाप्त होती है। शरद ऋतु के दौरान अन्य मौसमों की तुलना में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखने को मिलता है। इस ऋतु में वातावरण का तापमान अत्यधिक कम हो जाता है, तेज गति से ठंडी हवाएं चलने लगती हैं और दिन छोटे हो जाते हैं और रातें लम्बी हो जाती हैं।


कभी-कभी तो सारा दिन घने बादलों, कोहरा और धुंध के कारण सूरज भी दिखाई नहीं देता है। हालांकि शरद ऋतु के दिनों में आसमान बहुत ही साफ और नीला दिखाई देता है परंतु धूंध और कुहासा सूर्य के प्रकाश को रोक लेते हैं। शरद ऋतु के समय गीले कपड़ों के सूखने में बहुत अधिक परेशानी होती है। यह ऋतु स्वास्थ्यवर्धक और पसंदीदा फलों संतरा, अनानास, अमरूद, स्ट्राबेरी, चीकू, पपीता, अनार, आंवला, गाजर, मूली, अंगूर आदि का मौसम है।

शरद ऋतु क्यों आती है?

जैसा कि हम सब को पता है कि पृथ्वी अपनी धुरी पर सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है। पृथ्वी का अपनी धूरी पर घूमना ही पूरे साल भर में ऋतुओं के बदलने का कारण है। पृथ्वी जब उत्तरी गोलार्द्ध अर्थात् सूर्य से दूरी पर चक्कर लगाती है, तो शरद ऋतु होती है अर्थात ऋतु बदलती है।

शरद ऋतु और प्राकृतिक दृश्य

शरद ऋतु के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में बहुत ही सुन्दर दृश्य दिखाई देते हैं, क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों में सब कुछ बर्फ की चादर से ढका हुआ रहता है। पहाड़ों और हरे भरे पेड़ों पर पड़ी हुई बर्फ सूर्य के प्रकाश में मोतियों की तरह चमकने लगती है। शरद ऋतु में पहाड़ों पर अलग-अलग रंग के फूल खिलते हैं और पूरे वातावरण को और खूबसूरत बना देते हैं।


शरद ऋतु के उपहार हरी सब्जियां, फूल और फल

शरद ऋतु का भारत में अपना विशेष महत्व होता है। शरद ऋतु की शुरुआत में कम तापमान में गेहूँ जैसी फसलों को बोया जाता है। शरद ऋतु में अधिकतर हरी सब्जियों की भरमार होती है। शरद ऋतु में मेथी, गाजर, मटर, बैंगन, गोभी, धनिया, मूली जैसी हरी सब्जियों आसानी से प्राप्त कर पाते हैं। शरद ऋतु के आगमन पर अलग-अलग रंग के फूल खिलते हैं यह पूरे वातावरण को और खूबसूरत बना देते हैं।

निष्कर्ष
शरद ऋतु में पाचन शक्ति बहुत ही मजबूत हो जाती है इसलिए इस समय लोग आराम से गरिष्ठ भोजन कर पाते हैं। शरद ऋतु के समय में अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे खान-पान का भी ध्यान रखना चाहिए। तापमान कम होने के कारण त्वचा रुखी और बेजान हो जाती है इसीलिए त्वचा का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

शरद ऋतु पर निबंध 400 शब्दों में

प्रस्तावना

भारत के चार ऋतुओं में शरद ऋतु भी एक है, जो नवंबर में शुरु होती है और फरवरी के अन्त तक रहती है। कम तापमान वाली सूर्य की रोशनी के कारण शरद ऋतु के दिन बहुत ही अच्छे और सुहावने लगते हैं। उत्तरी भारत के पहाड़ी इलाकों में तेज बर्फबारी के कारण बहुत ही सुन्दर दृश्य दिखते हैं। दिसम्बर और जनवरी शरद ऋतु के सबसे अधिक ठंड वाले मौसम होते हैं, इन दोनों महीनों में अधिक ठंड पड़ने के कारण हमें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह लम्बी यात्रा और पर्यटन पर जाने के लिए सबसे उपयुक्त मौसम होता है। शरद ऋतु भारत में सबसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ ही आसमान के मनमोहक वातावरण में सुन्दर चिड़ियाओं को भी आमंत्रित करता है।

शरद ऋतु में किन किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है?

शरद ऋतु में गरीबों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उनके पास पहनने के लिए गरम कपड़े और रहने के लिए पर्याप्त आवासों का अभाव होता है। बहुत अधिक ठंड के कारण बहुत से पक्षी भी पलायन कर जाते हैं और पशु शीत निद्रा अर्थात हाइबरनेशन में चले जाते हैं। शरद ऋतु के दौरान कोहरा और धुंध बहुत ही सामान्य होते हैं, जो सड़कों पर अधिक भीड़ और दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। हमें ठंड से बचने के लिए बहुत से गरम कपड़े पहनने चाहिए और अपने घरों में ही रहना चाहिए।

शरद ऋतु का समय

भारत में शरद ऋतु के शुरु होने का समय क्षेत्रों और पृथ्वी के अपनी धूरी पर सूर्य के चारों ओर घूमने के अनुसार भिन्न भिन्न है। वर्तमान में मौसम विज्ञान के अनुसार, उत्तरी गोलार्द्ध में सर्दी का मौसम दिसम्बर में आता है और फरवरी के अन्त में या मार्च के आरंभ में समाप्त होता है। दक्षिण के लोगों के लिए, सर्दियों के महीने जून, जुलाई और अगस्त तक होते हैं।

शरद ऋतु की विशेषताएं

शरद ऋतु में भारत की दूसरी ऋतुओं की तुलना में बहुत से बदलाव देखने को मिलते हैं जैसे— लम्बी रातें, छोटे दिन, ठंडा मौसम, ठंडी हवा, बर्फ का गिरना, सर्द तूफान, ठंडी बारिश, घना कोहरा, धुंध, बहुत कम तापमान आदि।

शरद ऋतु का आनंद कैसे ले सकते हैं?

शरद ऋतु की स्थितियों और रुचि के अनुसार, बहुत सी सर्दियों की गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है जैसे— आइस-स्केटिंग, आइस-बाइकिंग, आइस-हॉकी, स्कीइंग, स्नओबॉल फाइटिंग, स्नोमैन को बनाना, स्नो-कैसल, बर्फ का घर आदि।

शरद ऋतु महत्वपूर्ण तथ्य

शरद ऋतु भारत में सबसे महत्वपूर्ण मौसमों में से एक है, जो शरद संक्रांति पर शुरु होती है हालांकि यह वसंत विषुवत पर समाप्त होती है। शरद ऋतु में दिन छोटे होते हैं, रातें लम्बी होती हैं और अन्य ऋतुओं से कम तापमान रहता है। पृथ्वी के सूर्य से दूर झुके होने पर शरद ऋतु का आगमन होता है। यह स्वास्थ्य को सुधारने का मौसम है हालांकि, पेड़-पौधों के लिए यह बुरा होता है, क्योंकि वे बढ़ना छोड़ देते हैं। बहुत से जानवर असहनीय ठंडे मौसम के कारण शीतकालीन निद्रा में चले जाते हैं। इस मौसम के दौरान बर्फ गिरना और सर्द तूफानों का आना सामान्य बात है।

निष्कर्ष
शरद ऋतु स्वास्थ्यवर्धक फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों का मौसम है, जैसे- अंगूर, संतरा, सेब, अमरूद, पपीता, गन्ने का जूस, अनानास, गाजर, आंवला, गोभी, चुकंदर, शलजम, मूली, टमाटर, आलू आदि। हम कह सकते हैं कि, सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य बनाने का मौसम है। शरद ऋतु फसलों का मौसम है; जैसे- गेहूँ, बाजरा, मूँगफली, और अन्य कुछ फसलें आदि। बहुत प्रकार के मौसमी फूल (डेहलिया, गुलाब आदि) सुन्दर रंगों में खिलते हैं और प्रकृति की सुन्दरता को बढ़ाते हैं।

Essay on Winter Season in Hindi 500 words


शरद ऋतु पर निबंध 500 शब्दों में


प्रस्तावना
शरद ऋतु का मौसम भारत में सबसे ठंडा मौसम होता है। शरद ऋतु को ठंडी हवाओं के चलने, बर्फ के गिरने, बहुत कम वायुमंडलीय तापमान, छोटे दिन, लम्बी रातें जैसी विशेषताओं के द्वारा पहचाना जा सकता है। शरद ऋतु लगभग तीन महीने का होता है, जो नवंबर में शुरु होता है और फरवरी के अंत में समाप्त होता है।

शरद ऋतु सभी के लिए बहुत ही कठिनाईयां उत्पन्न करने वाली ऋतु है। यह विशेष रुप से, गरीबों के लिए सबसे अधिक कठिनाइयां उत्पन्न करती है, क्योंकि उनके पास पहनने के लिए पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े और रहने के लिए उपयुक्त आवास की कमी होती है। वे सामान्य रूप से, फुटपाथ या अन्य खुले हुए स्थानों, पार्कों आदि में सूरज की रोशनी में शरीर को गर्मी देने का प्रयास करते हैं। बहुत से बुजुर्ग लोग और छोटे बच्चे अधिक सर्दी के कारण अपना जीवन भी खो देते हैं।

शरद ऋतु का महत्व

शरद ऋतु का हम सबके जीवन में बहुत महत्व होता है इस में किसानों के द्वारा नई फसल उगाई जाती है। हमारे भारत देश में शरद ऋतु सबसे महत्वपूर्ण मौसम है जो शरद संक्रांति पर शुरू होता है और बसंत विषुवत पर समाप्त हो जाता है। शरद ऋतू स्वास्थ्य का निर्माण करने का अवसर होता है वैसे  यह वनस्पतियों के लिए बुरा होता है, क्योंकि वे बढना छोड़ देते हैं। शरद ऋतु में हर जगह पत्तियां दिखाई देती है।

शरद ऋतु की प्रकृति की सुन्दरता

शरद ऋतु स्वास्थ्यवर्धक फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों का मौसम है, जैसे- अंगूर, संतरा, सेब, अमरूद, पपीता, गन्ने का जूस, अनानास, गाजर, आंवला, गोभी, चुकंदर, शलजम, मूली, टमाटर, आलू आदि। हम कह सकते हैं कि, सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य बनाने का मौसम है। शरद ऋतु फसलों का मौसम है जैसे- गेहूँ, बाजरा, मूँगफली, और अन्य कुछ फसलें आदि। बहुत प्रकार के मौसमी फूल (डेहलिया, गुलाब आदि) सुन्दर रंगों में खिलते हैं और प्रकृति की सुन्दरता को बढ़ाते हैं।

शरद ऋतु में सर्द हवाएं और कोहरा होता है, जो इस मौसम को और अधिक शुष्क और ठंडा बनाता है। कभी-कभी बिना मौसम की बरसात भी होती है, जो जीवन को और भी अधिक दर्दनाक बना देती है। सर्दियों की ठंडी बारिश फसलों, सब्जियों और फलों को नष्ट कर देती है। घना कोहरा सर्दियों में रात को घर बाहर जाना मुश्किल बना देता है।

शरद ऋतु अपनी स्वयं की विशेषता भी रखता है। यह स्वास्थ्य बनाने, सुबह को टहलने, सांस लेने के लिए वातावरण में ताजी हवा, मच्छरों का कोई डर नहीं, किसानों की फसल आदि के लिए अच्छा होता है।

शरद ऋतु के आगमन का कारण

भारत में शरद ऋतु के शुरू होने का समय क्षेत्रों और पृथ्वी के अपने अक्ष पर सूर्य के चारों ओर घुमने के अनुसार भिन्न भिन्न होती है। हम सब जानते हैं कि पृथ्वी सूर्य के चारों और चक्कर लगाती है। पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना ही पूरे साल भर मौसम और ऋतुओं के बदलने में मुख्य भूमिका निभाता है। शरद ऋतु प्रकृति की सुंदरता के साथ सजा हुआ है, शुष्क बादल आकाश में तैरते हैं। उनमें से कुछ ज्यादातर सफेद और उभरे हुए नज़र आते हैं। वे समुद्र में दौड़ती हुई नौकाओं के समान दिखाई देते है।

निष्कर्ष
शरद ऋतु में हर जगह सूखे पत्ते बिखरे हुए दिखाई देते हैं। शरद ऋतु में शरीर में चुस्ती रहती है और मन प्रसन्न रहता है। सरोवरों में कमल खिल जाते हैं और सभी तरफ पक्षियों की कोमल आवाज होती है। रात में चन्द्रमा की चाँदनी बहुत ही आकर्षक लगती है और पूरा वातावरण बहुत ही मनमोहक लगता है। शरद ऋतु के अश्विन और कार्तिक दो ही माह होते हैं। इस समय ठंडी-ठंडी हवा चल रही होती है और फूलों पर भँवरे और जमीन पर भरे पेड़ों सुंदरता होती है।

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