भक्ति गीत : साधु संतों का देश है भारत - भजन साधु संतों पर कविता
साधु संतों का देश है भारत
(भक्ति गीत)
साधु संतों का देश यह भारत,
दया करुणा अपनी पहचान है।
तुलसी, सुर और कबीर पधारे,
गौतम, नानक से भी शान है।
साधु संतों का…………
गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर हैं आए,
स्वामी विवेकानंद पर गुमान है।
संत रविदास कौन भूल सकता?
महावीर का भी ब्रह्म स्थान है।
साधु संतों का………….
रहती है सब पर संतों की कृपा,
घर आया दुश्मन भी मेहमान है।
वृक्ष पर शुक राम राम जपता है,
संत चरणों में ज्ञान की खान है।
साधु संतों का……………
किसी संत का कोई अंत नहीं है,
अमिट पद चिन्ह विराजमान है।
संत के चरण पड़ते हैं जहां पर,
वहां की धरा स्वर्ग के समान है।
साधु संतों का………
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार
सबसे बड़ा पुण्य संत सत्कार है, संत महिमा सत्संग पर कविता Sant Mahima Poem In Hindi
संत महिमा मिल जाए जिसको
(भक्ति काव्य गीत)संत महिमा मिल जाए जिसको,
उसके लिए धरा स्वर्ग समान है।
सबसे बड़ा पुण्य संत सत्कार है,
सबसे बड़ा पाप संत अपमान है।
संत महिमा……
सबसे सुंदर होते संत व्यवहार,
लोगों के बदल जाते हैं विचार।
संत सेवा से सुख मिलता हमें,
निरादर मूर्खता की पहचान है।
संत महिमा……
परोपकार हेतु, संत छोड़ते सुख,
दुःखी को देख, होता उन्हें दुःख।
सुख के साधन संतों के अंदर हैं,
पर इंसान क्यों इससे अंजान है?
संत महिमा…
होता जहां पर संतों का स्वागत,
प्रभु निवास योग्य वह स्थान है।
संत महिमा में कोई भेद नहीं है,
सच्ची महिमा अनुपम वरदान है।
संत महिमा…
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
संत महिमा चौपाई | संत महिमा के दोहे : संत महिमा बड़ी अनमोल भक्ति गीत
संत महिमा बड़ी अनमोल
(भक्ति गीत)
संत महिमा बड़ी अनमोल और निराली है,
संत महिमा बिन, दुनिया खाली खाली है।
ऋषि मुनियों की सेवा से मिलता है मेवा,
संतों की कृपा है तो, सूखे में हरियाली है
संत महिमा बड़ी अनमोल………..
कठिन तपस्या करते संत पाते हैं ज्ञान,
सेवा से खुश होकर, जग को करते दान।
संतों की कहानी को मानते हिन्दुस्तानी,
महिमा से, हरी हो जाती सूखी डाली है।
संत महिमा बड़ी अनमोल……….
बड़ी मधुर होती है साधु संतों की वाणी,
उनके हृदय से बहता है दया का पानी।
संत सभ्यता संस्कृति की रक्षा करते हैं,
सताने पर भी, निकलती नहीं गाली है।
संत महिमा बड़ी अनमोल………..
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)
संत महिमा बड़ी अनमोल, सत्संग की महिमा साधु संतों के महत्व पर कविता
(कविता)संत महिमा बड़ी अनमोल और निराली है,
संत महिमा बिन, दुनिया खाली खाली है।
ऋषि मुनियों की सेवा से मिलता है मेवा,
संतों की कृपा है तो, सूखे में हरियाली है
संत महिमा बड़ी अनमोल…
कठिन तपस्या करते संत पाते हैं ज्ञान,
सेवा से खुश होकर, जग को करते दान।
संतों की कहानी को मानते हिन्दुस्तानी,
महिमा से, हरी हो जाती सूखी डाली है।
संत महिमा बड़ी अनमोल…
बड़ी मधुर होती है साधु संतों की वाणी,
उनके हृदय से बहता है दया का पानी।
संत सभ्यता संस्कृति की रक्षा करते हैं,
सताने पर भी, निकलती नहीं गाली है।
संत महिमा बड़ी अनमोल…
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र)/
जयनगर (मधुबनी) बिहार
Read More और पढ़ें:
0 टिप्पणियाँ