Good Night Shayari Photo - Good Night Shayari
मुबारक हो आपको ये सुहानी रात,
सपनो में होगी हमारी आपसे मुलाकात
युँ तो बहुत कुछ है कहने को लेकिन,
सोचते हैं जब आप सामने आओगे तो क्या करेंगे बात
Mubarak Ho Aapko Yah Suhani Raat
Sapnon Mein Hogi Hamari Aap Se Mulakat
Yun To Bahut Kuchh Hai Kahane Ko Lekin
Sochte Hain Jab Aap Samne Aaoge To Kya Karenge Baat
शुभ रात्रि हो Good Night Wishes
क्या हुआ निंद नही आती आज कल रातों में।
ऐसा क्या जादू था तुम्हारी बातों में।।
तुम्हारी याद सताती है रात भर मुझको,
बेचैनी दिल की और बढ़ जाती है बरसातों में।
तेरा ख्याल जिगर में, नज़र में तू है बसी,
तुम्हारे प्यार की खुशबू बसी है रातों में।।
Kya Hua Nind Nahin Aati Aajkal Raaton Mein
Aisa Kya Jadu Tha Tumhari Baton Mein
Tumhari Yad Satati Hai Raat Bhar Mujhko
Bechaini Dil Ki Aur Badh Jaati Hai Barsato Mein
Tera Khyal Jigar Mein Nazar Mein Tu Hai Basi
Tumhare Pyar Ki khushbu Basi Hai Raaton Mein
Good Night Wishes With Images in Hindi English
क्या पता वो रात कौनसी होगी,
क्या पता कब मुलाकात होगी,
चाँद को रोका है हमनें तुम्हारे लिये,
क्या पता वो तारीख़ कोनसी होगी।
Kya Pata Vo Raat Kaun Si Hogi
Kya Pata Kab Mulakat Hogi
Chand Ko Roka Hai Humne Tumhare Liye
Kya Pata Vo Tarikh Kaun Si Hogi
प्रतिभा जैन Pratibha Jain
टीकमगढ़ मध्यप्रदेश
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Good Night Shayari SMS
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो़
शुभ रात्रि हो Romantic Good Night message in Hindi
सफ़र ज़िंदगी का बहुत ही हसीन है
सभी को किसी न किसी की तलाश हैं
किसी के पास मंज़िल हैं तो राह नही
और जिसके पास राह हें तो मंज़िल नही
शुभ रात्रि हो
Good Night Love Shayari Image
चांदनी रात और बरसात की शीतलता सहेज लीजिए: Good Night Shayari 2021
शुभरात्रि
कोरे कागज पर
पैगाम घूमता रहा
सारे अक्षर बेहिसाब
इधर उधर चमकता रहा
बताता क्यों नहीं कोई
बस देखकर सरकता रहा
ज़ुल्म का इल्म है उसके पास
कत्ल को मोहब्बत कहता रहा
संदेश मेरा भी ले जाए कोई
यूं ही छोड़कर जाता रहा!
लता प्रासर
Good Night Shayari For Girlfriend
पहली जेठ की बरसात मुबारक: श्यामली शुभरात्रि
श्यामली शुभरात्रि
आते ही हवाओं ने
खिड़की दरवाजे
जोर से खटखटाए
जाने क्या पूछना है उसे
बार बार लगातार
अलसाए हुए मौसम ने
हवा से कुछ कहना चाहा
हवा ठिठकी नहीं
आती जाती रही
उसके संग बादल बूंदें
इतराने लगे
धोती रही अनचाहे कम
हवा के स्पर्श से
मौसम खिलखिला उठा!
लता प्रासर
Sweet Love Good Night SMS In Hindi
Good Night Love Shayari in Hindi
जिसमें याद ना आए वो तन्हाई किस काम की
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की.
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है….
पर जहा से अपने ना दिखे वो उँचाई किस काम की….
शुभ रात्रि हो
Good Night Shayari Photo
Good Night in Hindi शुभ रात्रि सुविचार
अपने भीतर की तपिश बचाए रखिए
जेठुआ शुभरात्रि
उंघते अनमने से दिन को क्या कहें
आंख की जुगनुओं को बात क्या कहें
भविष्य भय के आगोश में सुस्ता रहा
गांव नगर शहर के जज़्बात को क्या कहें
उंगलियों पर गिनतियां करते हैं वो
उनकी कशमकश की रात को क्या कहें
बढ़ती हुई लपटें लेना चाहे आगोश में
बंट रहे चंद जमात के खैरात को क्या कहें!
लता प्रासर
उंघते अनमने से दिन को क्या कहें
आंख की जुगनुओं को बात क्या कहें
भविष्य भय के आगोश में सुस्ता रहा
गांव नगर शहर के जज़्बात को क्या कहें
उंगलियों पर गिनतियां करते हैं वो
उनकी कशमकश की रात को क्या कहें
बढ़ती हुई लपटें लेना चाहे आगोश में
बंट रहे चंद जमात के खैरात को क्या कहें!
लता प्रासर
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श्यामली रजनी की संवाद सुनो
आषाढ़ी शुभरात्रि
कविता की आग में संवेदनाएं पकतीं हैं
आस-पास झुलसते प्यार को ढकतीं हैं
पहले गहो फिर कहो तुम्हें कविता क्यों चाहिए
क्या तुम्हारे भीतर आदमियता पलतीं हैं!
लता प्रासर
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सुख के सपने दुख के सपने अपनापन जतला जाते
आषाढ़ी नमस्कार शुभ रात्रि
सहसा स्वप्न में आकर मन को झकझोर दिया किसने
डर की ग्रंथि जाग गई हिम्मत को तोड़ दिया किसने
शिक्षा के ऊंचे शिखरों से भय का बादल छंट जाता है
सोये मन की चिंगारी को हवा की डोर दिया किसने!
लता प्रासर
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बरसाती उमस का बहुत बड़ा बहुत स्वागत : शुभरात्रि
कोई धूर्तता की खोल ओढ़े कितना सुकून पायेगा
धूर्तता की शर्त पर अफलातून नहीं बन पायेगा
जमाना जागकर यहां सोया रहता है हुजूर
एक दिन वही धूर्तता की पतलून उतार पायेगा!
लता प्रासर
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बरसात में चांद तारों की लुका-छिपी मुबारक
आषाढ़ी शुभरात्रि
वक्त को भी थोड़ा शऊर होना चाहिए
सारे मगरूर को चकनाचूर होना चाहिए
बदस्तूर जारी रही विचारों का आवागमन
ज़माने में बेकसूर को मशहूर होना चाहिए
मजबूर नहीं मजदूर को कोहिनूर होना चाहिए!
लता प्रासर
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पिघलता रहा जेठ बारिश की बूंदों संग
चंदनिया शुभरात्रि
अमृता पुकारते हैं
लोग उसे
वह सहमी सी रहती है
फिर भी
नुक्कड़ की चाय
नुक्कड़ की गपशप
दूर दूर की सैर
अमृत सा लगता उसे
क्या यह सोचना भर है!
लता प्रासर
बरसात में चांद तारों की लुका-छिपी मुबारक : आषाढ़ी शुभरात्रि
वक्त को भी थोड़ा शऊर होना चाहिए
सारे मगरूर को चकनाचूर होना चाहिए
बदस्तूर जारी रही विचारों का आवागमन
ज़माने में बेकसूर को मशहूर होना चाहिए
मजबूर नहीं मजदूर को कोहिनूर होना चाहिए!
लता प्रासर
तारों की बारात ले आसमान धरती से मिले : आषाढ़ी शुभरात्रि
चांद एकटक देख रहा है
थोड़ा नाराज़ थोड़ा शीतल
चांदनी का स्पर्श पाकर
पिघल रहा चांद भीतर तक
पूरा वितान इनको देखता
बादल भी दूर कहीं चले गए
चांदनी कभी धरती कभी चांद
को छूकर इतराती इठलाती
चांद.....................!
लता प्रासर
चांद तारों की साझेदारी में रोशनी मुस्कुराती रही : पुष्य नक्षत्र की शुभरात्रि
कौन समझेगा
दौर-ए-मुश्किल से
गुजरना मेरी
चेहरे की मुस्कुराहट
हमेशा प्रगाढ़ रही
नज़र में उनकी थी
सिर्फ शक्ल मेरी
रिश्ते सामान्य से
प्रगाढ़ होते नहीं यूं ही
लहू में रची-बसी
बोलती नस्ल मेरी!
लता प्रासर
सऊंसे अकास बदरा थिरकय जयसे मोर : सावन के अंगना में शुभरात्रि
सावन भोरे अइलो दुआर
मन के भीतर परलो फुहार
नय सूझय धरती अकास
पपिहा करय साजन पुकार!
लता प्रासर
भीगा भीगा बादल मंडराये हाय किसी की याद दिलाये : श्रावणी शुभरात्रि
दुखते रग पर हाथ न फेरो
पिघल पिघल जाता मन
काहे कुरेदा मन के घाव
देख रहा वो अपना दांव
बीती जीती रीति-रिवाज
मूक हुआ सारा आवाज!
लता प्रासर
बूंद-बूंद खेतों में भरता हरियाली : श्रावणी शुभरात्रि
पुलिंदा शिकायतों की खोलेगा कौन
सितमगर से जब तक बोलेगा मौन
चाहता बहुत शिकवा शिकस्त ही रहे
जिरह प्यार का आकर घोलेगा पौन!
लता प्रासर
अश्लेषा नक्षत्र का स्वागत : श्रावणी शुभरात्रि
विश्वास की हांडी में किस्मत पकाना छोड़ दो
आए दिन अपनी जिंदगी में रिश्वत निचोड़ दो
विचारों की गली में तुम बहुत भटक ली लता
सच से हो सामना ऐसा सोचने की हिम्मत छोड़ दो!
लता प्रासर
ज़िन्दगी हसीन है, ज़िन्दगी से प्यार करो…..
हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो…..
वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको….
बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो….
शुभ रात्रि हो
*
सुहानी रात हो
हमारी बात हो
फिर मुझसे तुम्हारी
प्यार की शुरुआत हो।
दुल्हन तुम्हारी मैं बनूं
आंगन, सजी बारात हो।
जिस पथ में तुम चलो
फूलों की बरसात हो।
अर्पणा दुबे अनूपपुर मध्यप्रदेश।
*
ज़िन्दगी तस्वीर भी है और तकदीर भी! फर्क तो रंगों का है!मनचाहे रंगों से बने तो तस्वीर; और अनजाने रंगों से बने तो तकदीर!!
शुभ रात्रि हो
*
ज़िन्दगी हसीन है ज़िन्दगी से प्यार करो,
है रात तो सुबह का इंतज़ार करो,
वोह पल भी आयेगा जिसका इंतज़ार है आपको,
बस रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो।
शुभ रात्रि हो
छोटे से दिल में गम बहुत है, शुभ रात्रि हो शुभरात्रि सुविचार
छोटे से दिल में गम बहुत है,
जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं,
मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें,
कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है।
शुभ रात्रि हो
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