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बैसाखी पर्व पर शायरी | बैसाखी शायरी इन हिंदी Vaisakhi Harvest Festival Shayari

फसल कटनी का त्योहार वैशाखी पर्व पर शायरी Vaisakhi Festival Shayari

बैशाखी
बैशाखी पंजाब
फसलकटनी वाला है।
केरल में विशु रूप
मग्न सब मतवाला है।
बिहार यहीं पतंग
उड़े धागा रोली से।
अतिपावन नववर्ष
आह सुन्दर बोली से।
औरंगजेब क्षीण
देख गुरू गोलबंदी।
था अति सख्त प्रहार
और आवाज़ बुलंदी।
दुश्मन माने हार
हुआ वह पानी-पानी।
खट्टे ज किये दाँत
याद आई तब नानी।
उत्तर भारतवर्ष
पर्व घर-घर होते हैं।
है खुशहाल किसान
रात खेत म सोते हैं।
यह दिन काला रूप
बाग जलियांवाला से।
हाँ किन्तु उड़े प्राण
क्रूर छलियावाला से।
क्रूर अहित अंग्रेज
उसे तब ही जाना था।
भारती गोलबंद
बाप उसके माना था।
धन्यवाद।
प्रभाकर सिंह
नवगछिया, भागलपुर बिहार

Baishakhi Mela Shayari | Vaishakhi Shayari

बैसाखी पर्व पर शायरी | बैसाखी शायरी इन हिंदी Vaisakhi Harvest Festival Shayari

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बैशाखी का त्योहार और पगली कोरोना, कविता हिंदी साहित्य

पगली कोरोना
कोराना की अतिभारी लहर
छोट हुआ पहली लहर।
बचते घर रहके ही सभी
जल्दी जायेगी कहर।
लो माना सबको काम है
किन्तु सभी बदनाम है।
गर लापरवाही ना कि ये
तो खेल तमाम है।
पहने न मास्क फाइन दिये
ना सनटाईजर किये।
दूरी और नहीं जो रखे
सजा सगी दोस्ती किये।
जीवनशैली ना बदलते
प्रकृति नहीं रोती कभी।
कहे इम्युनिटी कमजोर जो
ना ताकत सोती कभी।
चलते चलो थको ही नहीं
जैसे घोड़ा दौड़ है।
जो रूक जाय मरते वही
चलें जिन्दगी और है।
धन्यवाद।
प्रभाकर सिंह
नवगछिया, भागलपुर बिहार

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कोरोना काल में वैशाखी पर्व और हिंदी साहित्य

विपरीत काल
दौड़ा चल शमशान में
वेटिंग में है लाश।
जलते पहले है वही
पहुँच रखे जो खास।
पहुँच रखे जो खास
हवा पीछे रे चलती।
गर गरीब को मान
उसे ज्यादा ही खलती।
अस्मत पे रे चोट
रहे ज्यादा या थोड़ा।
बिलख-बिलख रे शोर
काल विपरीत रहे दौड़ा।
धन्यवाद।
प्रभाकर सिंह
नवगछिया, भागलपुर
बिहार

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मुखिया जी कैसे बनूँ कोरोना फुफकार - चुनाव शायरी

ग्राम पंचायत चुनाव | नगर पंचायत चुनाव शायरी | प्रधान पद के लिए शायरी | मुखिया पद पर शायरी

मुखिया
मुखिया जी कैसे बनूँ
कोरोना फुफकार।
जनता से दूरी रखूँ
फल-पल जो लाचार।
पल-पल जो लाचार
साल यह बीते ऐसे।
हुआ अजी बेकार
बीस था बिषधर जैसे।
विपत्ति मुसलाधार
बढ़े दिन पर दिन दुखिया।
जन-जन हाहाकार
बनें बता अभी मुखिया।
धन्यवाद।
प्रभाकर सिंह
नवगछिया, भागलपुर
बिहार
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