बिन पैसे : पैसों के महत्व पर कविता
बिन पैसे
बिन पैसे इस दुनिया में,
कीमत नहीं इन्सान की।
कुछ देना या न देना,
मर्जी है भगवान् की।।
किस्मत अगर हो खोटी,
कैसे मिले सुख की रोटी।
किस्मत का साथ जरूरी,
आयु बड़ी हो चाहे छोटी।।
जितनी मेहनत कर ले,
अन्न धन भण्डार भर ले।
अगर काया रहेगी रोगी,
तो सब माया बेकार होगी।।
कर्मो का फल भोगता,
है जन्म से हर प्राणी।
कुदरत आगे चलती नहीं,
कभी कोई मनमानी।।
भीम सिंह नेगी, गाँव देहरा, डाकखाना हटवाड़, तहसील भराड़ी, जिला बिलासपुर, हिप्र।
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