अमृत का स्रोत मकुआ : हिन्दी कविता
विषय:मकुआ
शीर्षक:अमृत का स्त्रोत
विधा:कविता
मकुआ
मकुआ फल प्रकृति का उपहार।
मध्य और द.अमेरिका में प्राप्त।
मधुर, मीठा पेड़ की शाखा पर झूले।
प्यास बुझाता,रस अमृत का स्त्रोत।
मकुआ के बीज, ओमेगा-३ का स्रोत।
हृदय स्वास्थ्य के लिए, अत्यंत महत्वपूर्ण।
इसका पाउडर, स्मूदी में मिलाकर।
एक स्वादिष्ट, पौष्टिक पेय बन जाता।
मकुआ का फल, विटामिन सी का स्रोत।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता।
इसके रस में औषधि गुण युक्त भरे ।
बीमारियाँ दूर भगाता,होती निरोगी काया।
मकुआ का पेड़, एक हरित आवरण।
प्राकृतिक सौंदर्य का होता है अवलोकन।
इसकी सुरक्षा से भविष्य सुरक्षित।
पत्तियों से ऑक्सीजन,जड़ो से मिट्टी का क्षरण।
स्वरचित
डाॅ सुमन मेहरोत्रा
मुजफ्फरपुर, बिहार
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