बरसात गीत : झम झम होती है बरसात Barsat Geet
बरसात गीत
झम झम होती है बरसात
कैसे काटूंगी मैं रात
साजन समझो दील की बात
झम झम होती है बरसात
काम कोई ना मैं कर पाऊं
बादल गरजे तो डर जाऊं
किया बतलाऊं मैं हालात
साजन समझो दिल की बात
झम झम होती है बरसात
तुम तो मेरे दिल को दुखा के
बैठे हो परदेस में जा के
मैं तो सहती हूँ सदमात
साजन समझो दिल की बात
झम झम होती है बरसात
नींद नहीं आँखों में आये
याद तुम्हारी खूब सताए
कब तक होगी मुलाक़ात
साजन समझो दिल की बात
झम झम होती है बरसात
अपनी बात कहूं क्या तुझको
आज तलक न भेजा मुझको
कोई सन्देसा सौगात
साजन समझो दिल की बात
झम झम होती है बरसात
दिल को मोईन वह धड़काए
ऐसे बादल घिर के आये
जैसे आए कोई बारात
साजन समझो दील की बात
झम झम होती है बरसात
मोईन गिरीडीहवी
0 टिप्पणियाँ