हलाला क्या होता हैं ? What is Halala in Hindi
हलाला हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। हमने अक्सर लोगों से हलाला का नाम भी सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि हलाला क्या होता है और हलाला का सही तरीका क्या है? आज मैं आपको हलाला के बारे में बताने जा रहा हूं। इसलिए कि अभी भी बहुत से लोग हलाला के बारे में सही सही जानकारी नहीं रखते हैं जिसकी वजह से वह अक्सर ही हलाला की गलत व्याख्या कर देते हैं। अक्सर लोगों का कहना है कि इस्लाम में औरतों पर हलाला की प्रथा जबरदस्ती डाल दी गई है और यह नापाक है लेकिन हम यहां जानने की कोशिश करेंगे कि हलाला का सही अर्थ क्या है। तो आइए जानते हैं कि हलाला का असली मतलब क्या है?
इस्लाम में हलाला क्या होता है
अगर कोई मुस्लिम शख्स अपनी बीवी को तलाक दे दे और बाद में दोबारा उसी औरत से शादी करना चाहे तो ऐसी हालत में उसे हलाला की रस्म से गुज़रना होता है तभी निकाह जायज़ करार दी जा सकती है। इस तरह के निकाह को निकाह हलाला कहते हैं। यहां पर मर्द के जरिए औरत को तलाक देने की वजह गुस्सा, रंजिश या कुछ भी हो सकती है। लेकिन अगर तलाकशुदा औरतों को फिर से निकाह में लेना है तो हलाला करवाना ही होगा।
अगर कोई शौहर अपने बीवी को तलाक दे देता है तो शौहर अपनी बीवी से तब तक निकाह नहीं कर पाएगा जब तक उसकी बीवी किसी दूसरे आदमी से निकाह करने के बाद शारीरिक संबंध बनाकर तलाक ना ले ले।
हलाला की कितनी किसमें होती हैं
हलाला की दो किस्में होती हैं जिसमें एक को लानती कहते हैं जिसको इंसानों ने बनाया है। अक्सर इसके नाम पर मौलवी बदले में मोटी रकम लेते है। ऐसे में मुस्लिम औरतों के साथ बहुत ज्यादा उत्पीड़न और शोषण किया जाता रहा है। हलाला की दूसरी किस्म वह है जो कुरान शरीफ में बयान किया गया है।
हलाला रस्म का ग़लत इस्तेमाल
हलाला की रस्म को कुछ मौलाना और मौलवियों ने कमाने का धंधा बना लिया है और सबसे अजीब बात ये है कि यह सब जानबूझ कर होता है। ये मौलाना और मौलवी यह कभी नहीं चाहते की इनका धंधा बंद हो जाए। यह चाहते हैं कि हलाला का काम ऐसे ही चलता रहे। ये खुद ही एक रात के लिए अजनबी मुस्लिम औरतों जिनको ये जानते तक नहीं उनके लिए शौहर बन जाते हैं या किसी वृद्ध को इस धंधे का हिस्सा बना कर उनका शौहर बनने पर उनको इस काम के लिए पैसे दिए जाते हैं। सौदा तय किए जाने के अनुसार अगली सुबह को उन्हें तलाक भी दे देते हैं।
इस काम के लिए वे महिलाओं से या उनके परिजनों से 60 हजार रुपए से लेकर तीन लाख रुपए तक की रकम वसूल करते हैं। हलाला के नाम पर इस तरह का धंधा कुछ मौलवियों द्वारा चलाया जा रहा है। जो कि इस्लाम में पूरी तरह हराम है।
कुरान के अनुसार हलाला क्या है?
हलाला जब एक औरत अपने शौहर से तलाक ले लेती है और औरत पूरी सहमति से किसी दूसरे मर्द से निकाह कर लेती है और अगर बाद में उस दूसरे व्यक्ति से भी किसी वजह से रिश्ता निभाने में असमर्थ रहती है तो ऐसे उस दूसरे व्यक्ति से भी उसका तलाक हो जाए या उस मर्द की मौत हो जाए, तब ऐसे में अगर वह औरत चाहे तो अपने पहले शौहर से दुबारा निकाह कर सकती है। यही असल इस्लामी हलाला है। जिसे काजी और मौलवी के साथ मिलकर इस रस्म को अंजाम दिया जाता है।
उम्मीद करते हैं कि आपने जान लिया होगा कि हलाला क्या है? और हलाला की रस्म का किस तरह से गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
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