सोशल मीडिया की रील का यही तो धांसू ट्रेंड है
सोशल मीडिया के नुकसान पर कविता और शायरी
मांग में सिंदूर भरा रील में कह रही बॉयफ्रेंड है,
समझ में नहीं आ रहा ये कौन सा नया ट्रेड है!
कहीं पति-पत्नी कहीं बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड है,
रील में देखने को मिल रहे रोज नए ट्रेंड है!
खट्टी मीठी नोक झोंक कहीं रिश्तों का दी एंड है,
लोगों को हँसाने के लिए बजा रहे खुद का बैंड है।
हां में हां भरने के लिए पानी को कह रहे सैंड है,
सोशल मीडिया की रील का यही तो धांसू ट्रेंड है।
गँवार भी यहां पर अब तो कर रहा शेकहैंड है,
ना झुकना किसी को गंवारा ना होता कोई बैंड है।
सुमित मानधना 'गौरव',
सूरत, गुजरात
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