Ishwar Ki Nyaayshala Motivational Poem Hindi
ईश्वर की न्यायशाला
ऊपर वाला सब देख रहा है
कर्म का हिसाब जोड़ रहा है
जैसी करनी वैसी भरनी होगी
आपकी हर क्रिया मापी जायेगी
प्रभु ने आपको भूषित किया
अब आपको मेहमान बनाया
क्या शान क्या शौकत पाई
हाथ पर हाथ धर बैठा भाई
न आपका घर है न बाहर
चौखट आपकी अब धरोहर
किसने कहा आप रुको यहां
आते हो तो अब जाओ वहां
समय बहुत बर्बाद किया आपने
मेरी विवशता फायदा उठाया आपने
अब तो समझ जा नादान प्यारे
प्रभु ने भेज दिए समन सारे।
(स्वरचित)
___डॉ सुमन मेहरोत्रा
मुजफ्फरपुर, बिहार
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