देसी चैता भजन भोजपुरी Dehati Chaita | Desi Bhojpuri Chaita
देसी चैता भजन लिरिक्स इन भोजपुरी
भोजपुरी पौराणिक चैता 22/04 - जमुना तीरे।
गंगा रे यमुनवा के निर्मल पनिया।
ताही बिचवा बहे शीतली बयार।
यमुना किनारे कान्हा बसुरी बजावे।
मोहित होई राधा देखे कान्हा मुंहवां निहार।
संझिया के बेरिया यमुनवा के तीरे।
कान्हा धरेले अंचरवा ये रामा यमुना के तीरे।
बहेला बैरी पवनवा ये रामा धीरे धीरे।
मोहिनी सुरतिया कान्हा लागल बा पिरितिया ये रामा।
जीयरा में।
जियरा में उठेला दरदिया ये रामा धीरे धीरे।
कान्हा धरेले अंचरवा ये रामा
यमुना के तीरे।
झूठी बोली बोलावे राधा बृंदाबन नचावे ये रामा।
मुरलिया मे।
मुरलिया में मोहावे ये रामा राधा धीरे धीरे।
कान्हा धरेले अंचरवा ये रामा यमुना के तीरे।
सावरी सूरतिया जईसन हीया में समाए ये रामा।
बहियां के।
बहिया के मरोड़ी गरवा लगावे ये रामा धीरे धीरे।
कान्हा धरेले अंचरवा ये रामा यमुना के तीरे।
श्याम कुंवर भारती।
बोकारो झारखंड
भोजपुरी पौराणिक चैता धार्मिक देहाती चईता Bhojpuri Dehati Chaita
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