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डिलीवरी के बाद वजन कैसे कम करें प्रसव के बाद पेट कम करने के उपाय

डिलीवरी के बाद पेट कम करने के उपाय Pregnancy Ke Baad Weight Loss Tips In Hindi

प्रसव के बाद पेट कम करने के उपाय : माँ बनना हर औरत के लिए सबसे बड़ा सपना होता है। लेकिन डिलीवरी के बाद सभी औरतों को कुछ परेशानियां भी झेलनी पड़ती है। जैसे डिलीवरी के बाद वजन बढ़ना या मोटापे और पेट का बढ़ना, डिलीवरी के बाद वजन बढ़ने की कई सारी वजहें हो सकती हैं, जिनमें कुछ इस प्रकार से है: नवजात शिशु की देखभाल में औरतों का व्यस्त हो कर स्वयं के स्वास्थ्य के बारे में ध्यान न देना, सही आहार और उचित व्यायाम न करना, अधिक तनाव में रहना आदि। आप इस पोस्ट में बताए गए Pregnancy Ke Baad Weight Loss Tips को अपनाकर डिलीवरी के बाद अपना पेट कम कर सकते है।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद पेट बढ़ने और मोटापा कम करने के उपाय

सिजेरियन डिलीवरी के बाद पेट बढ़ने और मोटापा और वजन बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। लेकिन कभी कभार नार्मल डिलीवरी के बाद भी पेट बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। कुछ लोग अक्सर कहते हैं कि डिलीवरी के बाद पेट खाली घड़ा की तरह हो जाता है। यानी गर्भावस्था के बाद पेट कम करने के उपाय तथा आपको अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

पुराने ज़माने में संयुक्त परिवारों की औरतें बच्चा व जच्चा की अच्छी देखभाल करने में निपुण होती थीं। लेकिन आजकल के आधुनिक जीवनशैली में प्रसव के बाद महिलाएं स्वयं की केअर करना अक्सर ही भूल जाती हैं और वह सिर्फ नवजात के जन्म की प्रसन्नता में दिन रात मग्न रहती हैं। इस समय उनके हार्मोन्स में तेजी से बदलाव हो रहा होता है जिसके कारण डिलीवरी के बाद मोटापा अधिक बढ़ जाता है तो चलिए जानते हैं कि डिलीवरी के बाद पेट कम करने के उपाय क्या हैं।


✓ कई बार तो देखा गया है कि असंतुलित थायराइड की वजह से भी वजन बढ़ने लगता है। इसलिए हमें समय-समय पर थायराइड चेक कराते रहना चाहिए। और दवाओं को नियमित रूप से लेना चाहिए।
✓ अधिक तनाव भी मोटापा बढ़ा सकता है।
✓ प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं को अधिक मात्रा में घी एवं ड्राई फ्रूट दिया जाता है यह सभी खाद्य पदार्थ भी वजन बढ़ने का कारण बन सकता है इसलिए हमें सीमित मात्रा में सभी चीजों का सेवन करना चाहिए।
✓ प्रेगनेंसी के बाद हमें कई बार यह समस्या उत्पन्न जाती है स्वयं परेशान हो जाते हैं बच्चों की ओर ध्यान देते हुए हम स्वयं पर ध्यान नहीं दे पाते हैं।
✓ प्रेगनेंसी के बाद आराम आवश्यक है लेकिन हर समय आराम करने से भी शारीरिक गतिविधियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है और वजन बढ़ने का कारण बन सकता है।


प्रसव के बाद पेट कम करने के उपाय क्यो आवश्यक है ?

प्रसव के बाद जब वजन बढ़ जाता है तो कुछ खतरे भी बढ़ सकते है। बढ़ा हुआ वजन आपके लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। आपका ओवरवेट अगली डिलीवरी में काफी समस्या खड़ी कर सकता है। अधिक वजन या मोटापा होने पर सिजेरियन डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है। ओवर वेट आपको शारिरिक रूप से भी अधिक परेशान कर सकता है जैसे डाइबिटीज टाइप 2, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट प्रॉब्लम वगैरह। अगली डिलिवरी भी पूरी तरह सुरक्षित हो इसलिए मोटापे पर नियंत्रण बहुत आवश्यक है।

Pregnancy Ke Baad Weight Loss Tips In Hindi

Pregnancy Ke Baad Weight Loss कब और कैसे करें ?

प्रसव के बाद शरीर को रिकवर होने में बहुत समय लगता है। ऐसी स्थिति में मोटापे की बात करना बेकार है। डॉक्टर्स के अनुसार प्रेग्नेंसी के पश्चात शरीर रिकवर होने में लगभग 6 से 8 सप्ताह का समय लेता है। लगभग 2 महीने का समय पेट कम करने में लगता है। इस दौरान केवल नियमित रूप से स्तनपान और नार्मल जरूरी शारीरिक खानपान पर ध्यान देना चाहिए। प्रसव के दो महीने के बाद योग तथा दूसरी शारीरिक गतिविधि शुरू कर सकते हैं।


डिलीवरी के बाद वजन कम कैसे करें

डिलीवरी के बाद औरतों का वजन बढ़ जाता है यह समस्या परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसे में आपको कुछ दादी माँ के घरेलू नुस्खे बताए जा रहे हैं जिससे वजन कम किया जा सकता है। इन घरेलू उपायों से बढ़ते वजन पर पूर्ण नियंत्रण कर किया जा सकता है। तो चलिए जानते है Pregnancy Ke Baad Weight Loss In Hindi


✓ प्रसव होने के बाद हमें अजवाइन (Ajawin water ) का पानी अवश्य पीना चाहिए
✓ गर्भावस्था के बाद हमें ग्रीन टी का भी प्रयोग करना चाहिए। ग्रीन टी वजन कम करने में सहायता करती है।
✓ भोजन करने के बाद टहलना चाहिए, सोए नहीं, वजन बढ़ने का ये भी एक कारण हो सकता है।
✓ बच्चे होने के बाद कम से कम एक से डेढ़ माह पश्चात ही व्यायाम शुरू करना चाहिए जिससे कि बच्चों को स्तनपान से जो कैलरी मिल सकती है वह पूर्ण मात्रा में मिले।
✓ बच्चे होने के बाद दालचीनी के टुकड़ों को पानी में उबालकर उस पानी को पीने से भी वजन कम होता है।
✓ अपने बढ़ते वजन को देखकर के खाने में कटौती करती है। तो खाने में कटौती नहीं करना है, बल्कि हमें संतुलित आहार का प्रयोग करना है। खाने में कटौती ही हमारे वजन के बढ़ने का एक मुख्य कारण होता है।
✓ खाना थोड़ा-थोड़ा करके दिन में चार-पांच बार खाना है। एक साथ पेट भर कर भी डाइट नहीं लेनी है यह भी वजन बढ़ने का कारण है।
✓ प्रेगनेंसी के बाद बढ़ते हुए वजन की चिंता में किसी प्रकार की दवा ना लें। इससे बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आप घरेलू नुस्खे को अपनाये जो बहुत लाभदायक होते हैं।
✓ एक चम्मच मेथी दाना एक गिलास पानी में भिगोकर रखें रात भर भीगने के बाद सुबह गुनगुना गर्म कर ले। यह जैसा पी सकते हैं उतना गर्म करके और धीरे-धीरे चाय की तरह पी लें इससे पेट कम होता है।
✓ फिगर चेंज होने के डर से बच्चों को स्तनपान नहीं कराती है तो उससे भी वजन बढ़ता है क्योंकि स्तनपान कराने से शरीर में मौजूद फैट सेल्स और कैलोरी दोनों मिलकर दूध बनाने का काम करते हैं। जिससे बिना कुछ करे ही वजन अपने आप घट जाता है।
✓ नींद समय पर पूरी तरह ले नींद पूरी लेने से शरीर को शारीरिक आराम मिलता है जिससे वजन कम बढ़ता है।
✓फास्ट फूड नाश्ता सोच समझ कर करें जिससे अपने शरीर को संयमित रख सकेंगे।
✓ गर्भावस्था के बाद दो दिन तक आराम करना चाहिए है उसमें भी शरीर को थोड़ा बहुत काम करने में लगाएं। मगर 24 घंटे लेटे हुए भी नहीं रहना चाहिए यह भारी पड़ सकता है। कारण खाना नहीं पचेगा और पेट भर जाएगा।
✓ प्रतिदिन एक सेब खाने से भी मोटापे से बचा जा सकता हैं क्योंकि सेव में पैक्टिंग होता है। जो पेट के साथ-साथ शरीर की चर्बी कम करता है।
✓ सुबह सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा नींबू और आधा चम्मच शहद डालकर पीने से भी वजन कम होता है।
✓ कैलोरी कम करें एवं प्रतिदिन सैर करें। यदि बाहर नहीं जा सकती तो घर पर ही जितना सम्भव हो उतना चले।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद वजन कम कैसे करें

सिजेरियन डिलीवरी के बाद औरतों में वजन बढ़ने की सम्भावना अधिक रहती है। इसलिए वजन कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। अपने डॉक्टर से परामर्श लेना उचित होगा। आज हम कुछ घरेलू टिप्स बता रहे हैं जिससे अपने घर पर रहकर आसानी से किया जा सकता है जैसे –
✓ शिशु को स्तनपान अवश्य कराए।
✓ तनाव बिल्कुल भी नहीं करें।
✓ अच्छी नींद आवश्यक है।
✓ स्वास्थ्य वर्धक योगा और भोजन ले जैसे फल व सब्जी।
✓ पानी अधिक पीएं।
✓ ज्यादा आराम नहीं थोड़ा सैर करें।
✓ डॉक्टरी सलाह से योग व्यायाम भी जरूरी है।


डिलीवरी के बाद पेट कम करने के उपाय हिंदी में

डिलिवरी के बाद पेट का बढ़ने की समस्या सामान्य रूप से महिलाओं को होती है क्योंकि गर्भाशय के बढ़ने पर ऊपरी त्वचा भी फैलती जाती है। डिलीवरी होने के बाद यही त्वचा वापस सिकुड़ने में समय लेती है। कभी कभार सही प्रकार से खानपान नहीं करने पर भी पेट कम नहीं हो पाता है।

✓ पानी को हमेशा ही धीरे-धीरे और ग्लास में मुँह लगा कर पीना चाहिए कभी भी ऊपर मुहँ करके पानी नहीं पीना चाहिए ऐसा करने से से वजन बढ़ता है। पेट फुलता है। भोजन को धीरे-धीरे अच्छी तरह चबाकर ही खाना चाहिए ऐसा करने से वजन भी नहीं बढेगा और खाना भी आसानी से पचेगा।
✓ बच्चों को स्तनपान कराने में भी आसानी होगी।
✓ प्रेगनेंसी के बाद हमें कम से कम एक महीने तक एक टाइम शाम के भोजन में थोड़ी सी खीचड़ी अच्छी तरह पकी हुई अवश्य लेनी चाहिए। दोनों समय भारी भरकम भोजन से भी वजन बढ़ने लगता है।
✓ पेट पर एक साधारण कपड़ा बेल्ट की तरह बांधकर रखें संभव हो तो बेल्ट का प्रयोग भी करें। जिससे कि यह आपके पेट के आकार को सामान्य रूप दे सके और गर्भावस्था के पश्चात में या आपके पीठ के दर्द में भी लाभदायक होता है।
✓ दालचीनी और लॉन्ग तीन चार लोग थोड़ा सा दालचीनी पाउडर को पानी में, उबालकर फिर उसे ठंडा करके पीने से जल्दी ही आपके पेट का आकार कम होता नजर आएगा।
✓ मोटापा कम करने के लिए आप पेट पे बांधने वाले बैल्ट का उपयोग कर सकते हैं। यदि आपकी नॉर्मल डिलीवरी है तो पेट कम करने के लिए सूती का कपड़ा भी लपेट सकती।


डिलीवरी के बाद कितना पानी पीना चाहिये ?

डिलीवरी के बाद पानी ठंडा पीना चाहिए या गर्म। एक जैसा पानी पीजिए कभी गर्म कभी ठंडा नहीं, अभी गुनगुना पीना है तो आप गुनगुना ही जितनी बार पीए उतनी बार, गुनगुना ही पीना है। डिलीवरी के बाद नॉर्मल पानी पीए। घड़े का पानी पीजिए। पानी एकदम ठंडा नहीं पीजिए।

चाय या दूध थोड़ा गर्म पी सकते हैं। कभी-कभी दाल का पानी भी गरम पी सकते हैं इससे वजन कम होगा और बच्चों को स्तनपान कराने में भी लाभदायक होता है। स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए दिन में 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए जिससे यह शरीर में मोटापे को बढ़ने नहीं देगा।



डिलीवरी के बाद क्या खाएं

डिलीवरी के बाद बाद संतुलित आहार करना लाभकारी होता है। अगर बात करे कि प्रेग्नेंसी के शीघ्र बाद क्या खाएं तो प्रेग्नेंसी के समय जो कैलोरी बर्न हुई है उसे फिर से रिकवर करने के लिए हल्दी के साथ दूध व घी, फलों के साथ ओटमील, अंडा, फल, हरी सब्जी का सेवन करना लाभकारी है। पुरानी परंपरा के अनुसार अजवाइन, घी, सोंठ और गोंद के लड्डू बॉडी को शीघ्र रिकवर करने में सहायक हैं। डिलीवरी के बाद बढ़े वजन को नियंत्रित करने के लिए निम्न आहार उपयोगी हो सकते हैं:—


✓ टमाटर से हमारे शरीर के लिए लाभदायक है इसमें प्रकृतिक शुगर होती है इसीलिए टमाटर ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखता है। महिलाओं को मीठा खाने की इच्छा बार-बार होती है। टमाटर में लाइकोपिन और बीटा कैरोटीन रहते हैं जो कोलेस्ट्रोल को कम करता है और पाचन शक्ति और क्रिया को बढ़ाते हुए वजन को कम करने में सहायक है।

✓ लहसुन की भी वजन को कम करने में सहायक होती है। प्रतिदिन सुबह सुबह 2 से 4 कली लहसुन को चबाकर खाना है। और उसके बाद लहसुन की गंध मुंह से ना आए इसलिए हमें नींबू पानी पी लेना है। नींबू एंटीबायोटिक होता है इसलिए किसी प्रकार से हानिकारक नहीं होता है। सीमित मात्रा में नींबू का प्रयोग करना चाहिए अधिक खट्टा भी नहीं खाना चाहिए।
✓ ऐसी चीजों को आहार में शामिल करें जिसमें पोषण में कैलोरी कम हो साथ ही भोजन में प्रोटीन की मात्रा अधिक और कार्बोहाइड्रेट कम होना चाहिए। ओमेगा -3 फैटी एसिड, कैल्शियम, प्रोटीन एवं फाइबर युक्त वस्तुओं को खाएं। जैसे: अंडे चिकन, मीट, टूना व साल्मन मछली, बिन्स और साबुत अनाज का प्रयोग करना चाहिए यह भी आपका वजन कम कर सकता है।


डिलीवरी के बाद गोंद के लड्डू के फ़ायदे

प्रेगनेंसी के बाद गोंद के लड्डू का सेवन लाभकारी होता है। गोंद के लड्डू में भी अधिक मात्रा में घी और ज्यादा ड्राई फ्रूट होने की वजह से भी वजन बढ़ सकता है। इसीलिए निमित्त मात्रा में आहार लेना चाहिए सभी चीजों का समावेश एक सीमित मात्रा में होना चाहिए अधिक मात्रा में नहीं।

गोंद के लड्डू कैसे बनाएं

सामग्री – 2 किलो आटा गेहूं का उसमें शक्कर भी 2 किलो लगेगी, घी 3 किलो लगेगा, और 350 ग्राम बादाम, 350 ग्राम गोंद, 350 ग्राम खोपरा, 350 ग्राम काजू पिस्ता , थोड़ी सी दालचीनी पाउडर, थोड़ा सा सोठ का पाउडर इसमें डाल सकते हैं।

विधि – सर्वप्रथम घी को गर्म करके उसमें गोंद को फुला लेंगे, फिर घी डालकर हल्के आंच पर पर आटा भून लेंगे हल्का भूरा कलर हो जाए तब उसमें हम 200 ग्राम खसखस धीरे-धीरे थोड़ी-थोड़ी करके डालेंगे। ढाई सौ ग्राम काली मिर्ची को छोटी छोटी दाल के दाने जैसा बना लेंगे और उसे भी घी मे तल के हम आटे में मिक्स कर देंगे।

अब इसे एक बर्तन में निकाल लेंगे उसके ठंडे होने की प्रतीक्षा करेंगे। जब ठंडा हो जाए तो इसमें हम कसे हुए नारियल का बुरादा और सारे ड्राई फ्रूट मिलाएंगे। उसके बाद हम शक्कर मिलाकर फिर हम इसके अंदर सब मिक्स करके एक जैसा और लड्डू बनाएंगे। अगर लड्डू सूखे उड़ रहे हैं तो उसमें थोड़ा सा घी और डालकर के लड्डू बनाएंगे छोटे-छोटे लड्डू बनाए और प्रतिदिन एक लड्डू खाए इससे वजन कम बढ़ेगा। गोंद का सेवन करने से सूजन और अर्थराइटिस को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। रीढ की हड्डी, हड्डियों में मजबूती एवं कमर के दर्द में गोंद लाभकारी होता है। लड्डू को बनाकर हमें एक एयर टाइट डिब्बे में रख देना चाहिए जिससे कि यह खराब ना हो।


प्रसव के बाद अजवायन

डिलीवरी के बाद अजवाइन औषधि के रूप में कार्य करता है। अजवाइन का सेवन किसी भी रूप में कर सकते हैं। इनका पानी पीना न केवल पेट को कम करता है बल्कि वजन भी नियंत्रित करता है। अजवाइन प्रसव के बाद पीरियड के दौरान होने वाले कमर दर्द एवं बदन दर्द से भी राहत देता है।

अजवाइन पेट विकार जैसे गैस, अपचन जैसे प्रॉब्लम से राहत देता है। एंटी ऑक्सीडेंट तत्वो से भरपूर अजवाइन प्रसव के बाद पीना स्वास्थ्य वर्धक होता है। इसे पानी में उबालकर पिया जा सकता है। एक चम्मच जौ का पाउडर और एक चम्मच अजवाइन का पाउडर कम से कम 7 से 8 गिलास पानी डाल कर उबाल ले फिर उसे ठंडा कर ले। आप इस पानी को पूरे दिन पी सकते हैं।


डिलीवरी के कितने दिन बाद पेट कम होता है ?

डिलीवरी के बाद आपका पेट नरम एवं फुला फुला हुआ रहता है। दिखने में मोटा लगने के कारण महिलाएं परेशान हो जाती हैं। ऐसा लगता है कि उनकी सुंदरता खो गई है। पेट बढ़ने का एक कारण आनुवंशिकता भी होती है।
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