श्रद्धांजलि वीर बिपिन रावत Shradhanjali Vipin Rawat Ko : Poem In Hindi
जनरल बिपिन रावत
लहराता है शान से जो तिरंगा..
आज तिरंगे को ग़मगीन होते देखा है,
मुस्कुराता है मस्तक उठाकर जो तिरंगा..
आज उसको सर झुकाते हुए देखा है।
मान था जिस सपूत पे तिरंगे को..
आज उसने..उसे बिखरते हुए देखा है,
तड़पकर बिलख रहा है,आज तिरंगा..
आज उसको आंसू बहाते हुए देखा है।
बिखर गया वो सितारा आकाश का..
तिरंगे को आसमान निहारते हुए देखा है,
ढूंढ रहा है दूर निहारिकाओं में उसे..
बेचैन तिरंगे को पहलू बदलते हुए देखा है।
करता था सरपरस्ती कभी लाडले कि वो..
आज तिरंगे को तनसे लिपटते हुए देखा है,
रंग लिया अपने सपूत के लहू से खुद को..
आज अपने रंग फीके करते हुए देखा है।
शामिल है देशवासियों के संग तिरंगा..
सबके साथ उसे सलामी देते हुए देखा है,
आज ख़ामोश हो..व्यथित है तिरंगा..
श्रद्धांजलि में दो बूंद आंसू टपकाते हुए देखा है।
उस वीर जांबाज को शत शत नमन
हरजीत सिंह मेहरा
लुधियाना पंजाब।
85289-96698
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